अमेरिकी हार्डवुड एक्सपोर्ट काउंसिल (।भ्म्ब्) के अनुसार, भारत में अमेरिकी हार्डवुड की मांग इस साल 2019 के स्तर पर लौटने की उम्मीद है। संयुक्त राज्य अमेरिका के कृषि विभाग (यूएसडीए) द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि 2020 में भारत को निर्यात किए जाने वाले अमेरिकी हार्डवुड लम्बर और विनियर की कुल कीमत 4.2 मिलियन अमरीकी डालर था, जिसमें 2.5 मिलियन का विनियर और शेष 1.7 मिलियन डालर का लम्बर था। पिछले साल 2.9मिलियन डॉलर के अमेरिकी हार्डवुड लॉग भारत को निर्यात किए गए थे।
प्राप्त आकड़ों से पता चलता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका से भारत के लिए भेजा गया कुल हार्ड वुड में 35 प्रतिशत (मूल्य में) और 28 प्रतिशत (मात्रा में) की कमी आई है। वहीं, 2019 की तुलना में बाजार में अमेरिकी हार्डवुड विनियर के प्रत्यक्ष निर्यात में भी 40 प्रतिशत की कमी आई। कुल मिलाकर गिरावट केबावजूद, 2020 में भारत में हिकरी और वाइट ओक लम्बर के शिपमेंट में क्रमशः 11 प्रतिशत और 31 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
एएचईसी के अनुसार, भारतीय डिजाइनरों और फर्नीचर] मैन्युफैक्चरर्स की रुचि वाइट ओक और रेड ओक में बढ़ रही है। एएचईसी के क्षेत्रीय निदेशक रोडरिक विल्स ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया भर में व्यापार और अर्थव्यवस्था के लिए असाधारण (और अप्रत्याशित) प्रभाव को देखते हुए ये गिरावट होना ही था। लेकिन यह गिरावट बहुत अधिक हो सकती थी, अगर विशेष रूप से वर्ष की दूसरी छमाही में हम मांग के साथ सप्लाई होने में सक्षम नहीं होते।
उन्होंने बताया कि भारत, दुनिया भर के अन्य बाजारों की तरह, 2020 की पहली छमाही में महामारी से प्रभावित था, लेकिन वर्ष 2020 के दूसरी छमाही में निर्यात किए गए कुल मात्रा का दो तिहाई भारत में किये जाने का उल्लेखनीय बदलाव दिखा। यहतेजी नए साल में भी जारी है, और अब हमारा अनुमान हैं कि इस साल अमेरिकी हार्डवुड की मांग 2019 के स्तर तक पहुंच जाएगी।
सामान्य रूप से व्यापार, खासकर अमेरिकी हार्डवुड के निर्यात के लिए बहुत कठिन वर्ष के बावजूद भारतीय बाजार ने बहुत लचीलापन दिखाया है। 2021 में भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ने के अनुमान के साथ, एएचईसी काफी आशान्वित है कि भारत को अमेरिकी निर्यात का स्तर 2019 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाएगा।