रूपये के मुकाबले मजबूत डॉलर ने भारत के पीवीसी लैमिनेट्स उत्पादकों को तत्काल प्रभाव के साथ 100 रूपए कीमतें बढ़ाने के लिए मजबूर किया है। 15 सितंबर को आयोजित पीवीसी निर्माताओं के फोरम की एक बैठक में, जहां सभी 8 सदस्यों ने डॉलर की कीमतों को मजबूत होने के बाद कच्चे माल की लागत की स्थिति के बारे में चर्चा की। सदस्यों ने कहा कि पूरा कच्चा माल आयात किया जाता है, इसलिए उनकी इनपुट कॉस्ट सीधे तौर पर
प्रभावित होती है और उन्हें तुरंत बढ़ी हुई लागत बाजार में पारित करनी पड़ेगी। वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन करते हुए, फोरम ने पीवीसी लैमिनेट्स की बिक्री दर में 100 रु प्रति शीट बढ़ाने का फैसला किया।
पीवीसी लैमिनेट्स मैन्यूफैक्चरर्स फोरम में स्काईडेकोर इंडस्ट्री, मिराकी, स्टेनली, यूरोब्राइट, सिंघलैम, ब्लैक कोबरा, क्रॉसबॉन्ड और ऑलकोर लैमिनेट्स के प्रतिनिधि ने भाग लिया था। फोरम के सदस्य श्री अभिनव चैधरी ने प्लाई रिपोर्टर को बताया कि मूल्य वृद्धि का निर्णय सामूहिक रूप से सभी सदस्यों द्वारा लिया गया और यह तुरंत प्रभावी होगा।
पीवीसी लैमिनेट्स सबसे तेजी से बढ़ती सरफेस डेकॉरपैनल हैं और इसकी मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। एक दर्जन से अधिक घरेलू उत्पादकों के अलावा, 40 और व्यापारिक घराने हैं जो इस मेटेरियल को प्लेन और इंनोवाटिव रंगों और डिजाइनों में आयात कर रहे हैं। कमजोर रुपया ने आयातित ग्रेड पीवीसी लैमिनेट्स के कारोबार को भी प्रभावित किया। वे रेंज और गुणवत्ता के आधार पर बाजार से बढ़ी हुई कीमत के बारे में पूछ रहे हैं।