प्लाई रिपोर्टर के बाजार संवाददाताओ ने बताया कि बेहद धीमी पेमेंट वसूली आजकल सबसे बड़ी नकारात्मकता है जिससे असंगठित वुड पैनल उद्योग गुजर रहा है। पेमेंट वसूली और कलेक्शन एक चुनौती बन गया है, और यह कम से कम आधे व्यापार के लिए औसत क्रेडिट सीमा के रूप में 90 दिनों से अधिक हो चुका है। मुश्किल से चल पा रही कंपनियां पीसती जा रही है और मुश्किल से अपना कारोबार चला पा रही हंै इसलिए उनका अपना सप्लाई चेन खोता जा रहा है। ऐसी खबरें हैं कि प्रत्येक शहर में 2 डिफॉल्टर्स है या आधा दर्जन से ज्यादा विवाद सिर्फ इसलिए उत्पन्न हो गए हैं क्योंकि निर्धारित समय पर भुगतान करने में असमर्थता है।
रिटेलर के पास अपने सप्लायर को पेमेंट करने के लिए उनके बुक्स में पर्याप्त धन नहीं है। यहां तक कि मझोली और छोटे उत्पादकों व वितरकों के खातों में भी कैपिटल फ्लो की कमी है। बाजार की मंदी, संघर्ष और परियोजनाओं को रोक दिया जाने के कारण मांग कमजोर है क्योंकि बैंकिंग फाइनेंस में कई परेशानियां है। ऊंची कीमत के उत्पादों में मूवमेंट खराब है जहां सस्ते फर्नीचर सेगमेंट चल रहा है लेकिन कैपिटल की भरी कमी की वजह से संघर्ष कर रहा है। रियल एस्टेट अभी तक नोटबंदी, जीएसटी और रेरा के मिलाजुला प्रभाव से बाहर नहीं आ पाया है, इस प्रकार ताजा मांग और आपूर्ति प्रतिस्पर्धा से मेल नहीं खाती है। ग्राउंड रिपोर्ट से पता चला है कि डीलर कमाई नहीं कर रहे हैं क्योंकि आवश्यक बिक्री सभी दुकानों के आवश्यक बिक्री से बहुत कम है।
प्लाई रिपोर्टर के निष्कर्ष बताते है कि अक्टूबर के दौरान, पेमेंट साइकिल बैरोमीटर में ‘नकद छूट‘ 21 दिनों तक पेश किया जा रहा है जिसे पहले एक सप्ताह के भीतर माना जाता था। ऑर्गनाइज्ड सेगमेंट की कंपनियां अपना पेमेंट 30 से 45 दिनों के भीतर हासिल करने में सक्षम हैं लेकिन मझोली सेगमेंट की कंपनियां 75 से 90 दिनों के भीतर भी पहुंचने के लिए संघर्श कर रही हैं।
ब्याज की लागत और भारी प्रतिस्पर्धा 90 से 100 कंपनियों को प्रभावित कर रही है, जो यदि पेमेंट साइकिल और बाजार के परिदृश्य में सुधार नहीं करते हैं, तो उन्हें आने वाले महीनों में अपना व्यवसाय बेचना या बंद करना पड़ सकता है। ये कंपनियां प्लाइवुड, लैमिनेट, पार्टिकल बोर्ड और पीवीसी बोर्ड सेगमेंट से संबंधित हैं। यमुना नगर में लगभग 30 प्लांट, दो दर्जन लैमिनेट बनाने बाले प्लांट और कई अन्य देश के बाकी हिस्सों में अगले छह महीनों के दौरान उनके अस्तित्व बचने के लिए पेमेंट और कैपिटल महत्वपूर्ण होगी। पते की बात यह है कि ‘सख्त भुगतान शर्तों के साथ विष्वसनीय खिलाड़ियों को आपूर्ति करें या परिस्थितियों का शिकार बने‘।