प्लाई-हार्डवेयर की दुकानें खुली, लेकिन ग्राहक की मौजूदगी कम

person access_time4 08 May 2020

40 दिनों के लॉकडाउन के बाद, कई राज्यों में प्लाइवुड, लेमिनेट, हार्डवेयर और बिल्डिंग मेटेरियल की दुकाने और डिस्प्ले रिटेल शोरूम खुलने की सूचना है, क्योकिं सरकार द्वारा 3 मई को नई दिशानिर्देश जारी किया गया था, उसके बाद विभिन्न राज्यों में व्यावसायिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के कुछ प्रयास स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। लोगों के शारीरिक दूरी बनाए रखनें और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए सख्त दिशानिर्देशों के साथ, केवल ग्रीन-जोन और ऑरेंज जोन के चिह्नित क्षेत्रों में प्लाइवुड-लेमिनेट के खुदरा विक्रेताओं और वितरकों की दुकानें खोलीजानी के सूचना है।

छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में कथित तौर पर प्लाइवुड और पैनल की मांग है, जिससे वितरकों के पास भी इन्क्वाइरी आ रही हैं लेकिन प्रमुख शहरी क्षेत्रों में मांग की खबर अच्छी नहीं है। प्लाई रिपोर्टर के संवाददाताओं के सूचना के अनुसार कई काउंटरों ने पहले 2-3 दिनों में ‘कुछ भी बिक्री नहीं की‘। लगभग हर राज्य में मजदूरों के पलायन या बीमारी के खतरे को लेकर उनकी बेचैनी को देखा जा सकता है, इस नई परिस्थिति में दुकानदारों ने कुछ महीनों के लिए कम बिक्री के साथ ही आगे बढ़ने को स्वीकार कर लिया है।

रिपोर्ट के अनुसार, प्लाइवुड और लेमिनेट विक्रेता अपनी दुकानें खोल रहे हैं, लेकिन वे केवल ऐसे ग्राहकों को सप्लाई कर रहे, जिन्होंने लॉकडाउन के पहले अपना इंटीरियर का काम शुरू कर दिया था और लॉकडाउन के चलते काम रोकना पड़ा था। मौजूदा मांग के लिए जो काम चालू है,वहीं एकमात्र मुख्य खरीदार है। यह परिस्थिति बताता है कि यदि कोरोना का डर आने वाले समय में कम नहीं हुआ, तो मांग गंभीर रूप से प्रभावित होगी। कई क्षेत्रों में, डीलरों ने सिर्फ अपने कागजी कार्यों को पूरा किया और कुछ घंटों के इंतजार में कोई ग्राहक नहीं आने के बाद, उन्होंने अपनी दुकानें बंद कर दीं।

प्लाई रिपोर्टर टीम ने इन क्षेत्रों में एक संक्षिप्त सर्वे किया है, बैंगलोर, कोयम्बटूर, वापी, सिलवासा, दिल्ली, बिलासपुर, कोल्हापुर, लुधियाना, बेगूसराय, बलिया, इत्यादि में स्थित 50 से अधिक डीलरों और खुदरा विक्रेताओं से बात की। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण बाजार में ग्राहकों कीअच्छी उपस्थिति है,जबकि अर्ध-शहरी और शहरी बाजार में फुटफॉल कम है।

बैंगलोर स्थित बजाज ग्लास एंड प्लाइवुड के श्री वेंकटेश बजाज ने कहा कि हमने 4 मई को ही दुकानें खोली, लेकिन कोई ग्राहक नहीं है, पहले दिन ही हम दो पेंडिंग ऑर्डर डिस्पैच किये और अगले दिन लगभग खाली ही चला गया। दरअसल लोग डर में हैं और मजदूर अपने घर चले गए हैं। स्थिति अच्छी नहीं लग रही है, मुझे लगता है कि इन सामानोंकी प्राथमिकता कम है, और बिक्री तभी बढ़ेगी, जब रियल एस्टेट रिवाइव होगा। कर्नाटक में केवल छह जिले ही रेड जोन में हैं, फिर भी लोग इस महामारी से बहुत डरे हुए हैं और प्लाइवुड खरीदना और इसका काम करवाना उनके लिए अभी कम महत्वपूर्ण है।

देश के पूर्वी भाग में, लगभग 50 फीसदी दुकानें/शोरूम खोले गए हैं। डीलर अपने पेपर कार्यों में व्यस्त थे और कुछ घंटों के बाद कोई ग्राहक नहीं देखकर उन्होंने अपनी दुकानें बंद कर दी। कर्नाटक और तमिलनाडु में ग्रीन जोन की अधिकांश दुकानें खुल गई हैं। देश के अन्य हिस्से की स्थिति भी लगभग वैसी ही है। कोयंबटूर स्थित भारत प्लाइवुड के श्री चंद्र मोहन ने कहा कि हमने सिर्फ सफाई की, कोई ग्राहक नहीं आ रहे हैं। शहर में उपलब्ध सिर्फ सीमित बढ़ई और ठेकेदारों के चलते मांग कम रहने की उम्मीद है। दिल्ली के ओखला स्थित यूनिक कलेक्शन के अजय गर्ग ने बताया कि उन्हांेने 4 मई से अपनी दुकान खोली है, और ग्राहक काफी कम है, लेकिन आर्डर भी आ रहें हैं, और मेटेरियल की सप्लाई भी हो रही हैै।  

पश्चिमी भाग जैसे महाराष्ट्र और गुजरात के शहर कोविड 19 से बुरी तरह प्रभावित हैं और अधिकांश शहरी क्षेत्र या तो रेड या ऑरेंज जोन में हैं, इसलिए प्रशासन वहां ज्यादा सख्त है और डीलर/शोरूम के मालिक अधिकारियों के दिशानिर्देशों के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। वापी स्थित आदित्य डेकोर के विनोद पटेल ने सूचित किया कि वापी ऑरेंज जोन में है, इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन के दिशानिर्देशों के अनुसार बाजार नहीं खोला गया है। सिलवासा में मेरी दुकान 4 मई को खोली गई थी। दो दिनों में कुछ भी बिक्री नहीं हुआ, क्योंकि कोई ग्राहक नहीं आ रहे हैं। हमने सिर्फ सफाई की और चार-पांच घंटे के बाद बंद कर दिया। मुझे उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक बिक्री अच्छी होगी।
 

WIGWAM, Savitri Woods

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