चक्रवाती तूफान एम्फन धीरे धीरे विकराल रूप लेते जा रहा है, बंगाल, उडिसा, नार्थ इस्ट के राज्यों में तेज हवाएं चल रही है, और कई जगहों पर बारिस भी शुरू हो गई है। खबरों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में स्थित प्लाइवुड कंपनी जैसे ग्रीनप्लाइ, सेंचुरी प्लाई बोर्ड, आॅस्टिन प्लाई समेत दो दर्जन से ज्यादा प्लाइवुड यूनिट ने अपने प्लांट एहतियातन बंद कर दिए हैं, और हालात सामान्य होने तक उत्पादन पूरी तरह रोक दिया है। प्लाइवुड कंपनियों से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, सभी कामगारों को सुरक्षित घरों में रहने को कहा गया है। तूफान की गति को देखते हुए, भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ये चक्रवाती तूफान अब पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर मंगलवार को कमजोर होकर ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ में तब्दील हो गया है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार साइक्लोन एम्फन का विस्तार ३० किलोमीटर के दायरे में फैले वृतिये क्षेत्र को देखकर इसकी तीव्रता का अनुमान लगाया जा सकता है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख के अनुसार ओडिशा और बंगाल में इसके मद्दे नजर पांच लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है और उन्होंने कोरोनोवायरस के खिलाफ लड़ाई के समय इसे देश के सामने ‘‘दोहरी चुनौती‘‘ बताया।
हालाँकि आज दोपहर पारादीप क्षेत्र को पार करते समय इसकी रफ्तार १७० किलोमीटर थी। पश्चिम बंगाल में करीब तीन लाख लोगों को तटीय इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गय। पश्चिम बंगाल, ओडिशा के तटीय इलाकों जैसे भुनेश्वर, बालासोर के साथ साथ आंध्रपदेश, तमिलनाडु में भी एलर्ट जारी किया गया है और अधिकारी लगातार हालात पर नजर रखे हुए है। बंगाल के सात जिलों को चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका है।
पश्चिम बंगाल के दीघा और ओडिशा के पारादीप तट पर सुबह से भारी बारिश हो रही है। इससे पहले आए चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल‘ ओडिशा तट के नजदीक से गुजरा था, मगर एम्फन को लगभग १३० किलोमीटर से दूरी से गुजरने का अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि 1999 सुपर साइक्लोन के बाद बंगाल की खाड़ी में यह दूसरा सुपर साइक्लोन है।