मई महीने में वुड पैनल इंडस्ट्री व ट्रेड ने तकरीबन 18 से 20 प्रतिशत का व्यापार किया है। मेरा आकलन है कि मई में 20, जून में अनुमानित 25, जुलाई और अगस्त में 30 प्रतिशत तक का व्यापार हो सकता है। सितंबर में यह 35 से 40 फीसदी दर्ज हो सकता है, जबकि अक्तूबर में 45, नवंबर मंे यह 50 प्रतिशत को छू लेगा, वहीं दिसंबर में यह, प्री कोविड यानी फरवरी की सेल का 55 से 60 फीसदी तक पहुंच सकता है। उपर वर्णित आंकड़ों में प्रोडक्ट, ब्रांड और कंपनी की पाॅलिसी के हिसाब से 15 से 18 फीसदी तक अंतर हो सकता है। मेरा मतलब है कि कई ऐसे होंगे जो दिसंबर तक 40 प्रतिशत तक पहुंचेंगे, वहीं कई ऐसी कंपनी भी होंगी, जो दिसंबर तक 70 प्रतिशत तक पहंुच सकती है। किसका स्कोर उपर जाएंेगा, क्यों उपर जाएगा, इसको लेकर कई आंकड़ें पर अपने इस संपादकीय के जरिए बताता हूं, और आगे के संपादकीय में भी हर महीने बताता रहुंगा।
ब्रांड अकेला काफी नहीं होता, जबकि कंपनी का एक प्रोडक्ट होता है, जो एक समय में स्थापित किया गया होता है, और वह एक विशेष खासियत के साथ साथ बेहतर क्वालिटी, स्टाइल, डिलीवरी या सर्विस को अपने ग्राहकों तक पहुंचाता है। एक नाम होता है, जो बाद में एक लंबी सतत यात्रा और अथक व सही दिशा में किए गए प्रयास के बाद ब्रांड बन जाता है। कोविड ने हम सभी को एक मौका दिया है कि एक बार फिर से रिफ्रेस बटन दबा दीजिए। कई इस काल को एक विराम की तरह ले सकते हैं, इंतजार करने की सोच सकते हैं, और नुकसान की अनदेखी कर सकते हैं। लेकिन अन्य, जो कुछ बेहतर करना चाहते हैं, उन्हें अपनी पाॅलिसी को एक बार फिर से आकलन करना चाहिए। बिल्डिंग मेटेरियल सेक्टर के कुछ अनुभवी लोगों से बात करने के बाद, आपके लिए प्रस्तुत है, कुछ महत्वपूर्ण सुझाव -
1. इस साल के अंत तक 75 फीसदी तक पहुंचने का लक्ष्य बनाएं। इस दिशा में काम करने के लिए जरूरी पूंजी लगाएं और नजदीकी बाजार पर ज्यादा फोकस करें, ताकि आपका सप्लाई चेन सहज रहे।
2. गैर-जरूरी प्रोडक्ट केटेगरी को निकाल दें जिसे आप अब तक बेवजह ढ़ो रहे हैं।
3. काम उसी के साथ करें, जिसने पेमेंट किया है, आपको नैतिक सपोर्ट किया, जिसने लाॅकडाउन में भी आपके फोन व मैसेज का जबाव दिया।
4. आईटम की संख्या कम करें, और मेटेरियल की सहज उपलब्धता के लिए सपोर्ट करें, डीलर्स पर स्टाॅक की बोझ को कम करें।
5. नन-प्रेफाॅमिंग लोग, जिसने इमानदारी से काम नहीं किया और कई बहाने बनाता रहता है, की संख्या को कम करें।
6. दूसरे-तीसरे दर्जे के शहर, और गांव कस्बे के बाजार को लक्ष्य बनाएं, अच्छे डीलर्स के साथ उनके कार्य क्षेत्र को रखांकित करते हुए बेहतर नेटवर्क बनाएं।
7. बेहतर सेल्स टीम बनाएं, उनके लिए सेफ ट्रेवेल प्लान, इंश्यूरेंस, टारगेट और इंसेंटिव बनाएं, और इसे योजनाबद्य तरीके से हासिल करें।
8. अपनी मार्केटिंग बजट को कम करें, लेकिन ये मंथन जरूर करें कि आपने क्या घटाया है। अपनी ब्रांड की दृश्यता को इतना कम नहीं कर दें कि लोग आपको भूल जाएं, और आपका प्रतिस्पर्धी ब्रांड को इसका फायदा मिल जाए।
9. वर्तमान हालात के चलते, अगर आप इस अनिश्चितता के माहौल से डरे हुए हैं, तो बेहतर है कि आप रिर्टायमेंट का चुनाव कर लें या अपनी सुरक्षा कवच घुस जाएं, हालांकि इसके पहले अपने उद्यम को किसी योग्य और इमानदार के हाथ में सौप दें, जो इसे एक मिशन और उद्देश्य के साथ आगे बढ़ाएं, ना कि डरें या लालच में रहें।
चिल्लाने से मदद नहीं मिलेगा, नई चीजें अपनाएं।