सितंबर 2020 के बाद कच्चे माल की कीमतों में तेजी आई है। वर्ष 2021 में वैक्सीन के आने और पेण्ट अप डिमांड के स्थिर हो जाने के बाद चारो ओर शांति का वातावरण रहने की उम्मीद है। केमिकल और रेजिन के क्षेत्र में इंडस्ट्री एक्सपर्ट का मानना है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में सामान्य स्थिति का माहौल बनने के साथ रॉ मटेरियल प्रोसेसिंग प्लांट्स के ग्लोबल सप्लायर पूर्ण दक्षता से काम करेंगे, जिसके बाद केमिकल और रेजिन के सप्लाई में स्थिरता आएगी।
2021 में कई फर्मों के काम सामान्य रूप से चलने की वापसी पर आने से समुद्री माल भाड़ा और अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग कार्गो कंपनियों के प्रभाव कम होने की उम्मीद है। माल भाड़ा की दरें काफी कम होने की उम्मीद है, जिससे 2020 में वस्तुओं में देखी गई अत्यधिक कीमत बढ़ोतरी से राहत मिलने में मदद करेगी।
इंडस्ट्री के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि बाजार और लॉजिस्टिक में कोई बड़ी दिक्क्त पैदा नहीं होगी, तो साल के दूसरे भाग में कीमतों में सुधर देखने को मिलेगा। कंस्ट्रक्शन और रियलिटी के क्षेत्र में हो रहे कंसोलिडेशन के साथ घरेलू उपभोग बाजार भी स्थिर होने की उम्मीद है। बुरी तरह से प्रभावित ऑफिस, होटल और सार्वजनिक स्थान जैसे क्षेत्र को ठीक होने में अधिक समय लगने की उम्मीद है, इसलिए कच्चे माल की किसी भी नई मांग में जल्द तेजी नहीं आ पाएगी। 2020 के तीसरी तिमाही में पीपी, पीई, पीवीसी सेगमेंट में देखी गई तेजी निश्चित रूप से स्थिर हो रही है और सभी प्लांट्स के चालू होने के बाद इनकी कीमतों में सुधार देखने को मिलेगा। वर्ष 2021 में सभी कच्चे माल में राहत मिलने की उम्मीद है, जिससे लेमिनेट और पीवीसी बेस्ड केटेगरी के लिए बेहतर संभावनाएं पैदा होने की उम्मीद है।