वुड पैनल और डेकोरेटिव मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों ने कोविड के बाद अच्छी रिकवरी हासिल की है। अब तक की रिकवरी की गति और भविष्य की अच्छी संभावना से वुडपैनल कंपनियों के भी स्टाॅक प्राइस तेजी से बढ रहे हैं। डीलर जो पहले शेयर खरीदे थे वे खुश है और नेटवर्थ बढने के साथ-साथ वत्र्तमान स्थिति को धन्यवाद दे रहे हैं। कई कंपनियों के शेयर तेजी से बढ़े हैं इसलिए वे और अधिक निवेशकों को पैनल उद्योग की ओर आकर्षित कर रहे हैं।
प्लाई रिपोर्टर ने कंपनियों के टर्निग प्वाइंट ग्रोथ का विश्लेषण किया और पाया कि यह पहला अवसर है कि जब वुड पैनल कंपनियों के प्रति इनके आशानुरूप निवेशकों का ध्यानाकर्षण मिल रहा है। हम स्पष्ट रूप से देख पा रहे हैं कि वुड पैनल कंपनियों का शेयर प्राईस आगे भी तेजी से बढ़ेगा, क्योंकि डिमांड काफी अच्छी है और बहुत बड़ी क्षमता विस्तार की योजना भी बनाई जा रही है। एमडीएफ और प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी ग्रीनपैनल का शेयर, जो नवम्बर 2020 में 70 रूपये पर था, वह फरवरी 2021 की पहली सप्ताह में 180 रूपये पर पहुँच गया। इसका मुख्य कारण कंपनी के एमडीएफ की मांग का बढना और भविष्य में मांग की अच्छी संभावना है, साथ ही इनके क्षमता उपयोग और मार्जिन का बढना भी है। दूसरी एमडीएफ और डेकोरेटिव लेमिनेट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी रूशिल डेकोर के शेयर प्राईस में भी उछाल देखा गया। जो, नवम्बर में 90 रूपये से बढकर जनवरी 2021 में 200 रूपये पर पहुँच गया। आंध्रप्रदेश में इनके नये प्लान्ट शुरू होना, इस बढत कर कारण माना जा रहा है। देश के अग्रणी ब्रांड सेंचुरी प्लाई ने भी नवम्बर से जनवरी में तेजी देखी। इन्होंने भी कई विस्तार योजनाओं की घोषणा की है।
ग्रीनप्लाई का शेयर भी नवम्बर में 78 रूपये था, जो दिसम्बर में बढ़कर 140 पर पहुँच गया। डेकोरेटिव लेमिनेट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियाँ भी लाॅकडाउन के बाद शेयर की कीमतों में तेजी देखी। ग्रीनलैम का शेयर लगातार बढ़त हासिल करते हुए 650 से बढ़कर 900 रूपये पर पहुँच गए। दूसरी लेमिनेट कंपनी स्टाइलैम इंडस्ट्री लिमिटेड भी तेजी से बढ कर जनवरी में 975 रूपये पर पहुँच गया। विदेशी बाजार से भी अच्छी मांग और क्षमता उपयोग लेमिनेट कंपनियों को काफी मदद कर रही है। इसी तरह एरोलैम ने भी जनवरी में मार्जिनल ग्रोथ हासिल की है।