ऑल इंडिया प्लाइवुड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन की बैठक में फार्मल्डिहाइड के रेट में अचानक तेजी के चलते तत्काल प्रभाव से प्लाइवुड के रेट बढ़ाने का निर्णय लिया है
ऑल इंडिया प्लाइवुड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट श्री देवेंद्र चावला की अध्यक्षता में आज यानी 9 जुन को पूरे देश के प्लाइवुड उत्पादकों की एक वर्चुयल मीटिंग का आयोजन किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से प्लाइवुड की कीमत 6 फीसदी और शटरिंग प्लाइवुड की कीमत 2 रूपए प्रति वर्ग फुट बढ़ाने का फैसला किया गया है, जिसे तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। इसके अलावा, एसोसिएशन ने एक कमेटी के गठन का फैसला लिया है, जो एनजीटी के आदेश के बाद बंद हुई फॉर्मल्डिहाइड यूनिटें को चलाने की अनुमति देने व ईसी जारी करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए सरकार से गुजारिश करेगी, साथ ये कमेटी अन्य टेकनीकल मुद्दों और कालाबाजारी संबंधित कई विषय पर काम करेगी।
दरअसल, पर्यावरण मंजूरी (ईसी) को लेकर एनजीटी के फॉर्मल्डिहाइड यूनिटें बंद करने के आदेश से वुड पैनल इंडस्टी पर होने वाले तत्कालिक व दीर्घकालिक प्रभाव को लेकर चर्चा के लिए यह बैठक बुलाई गई थी, जिसमें एसोसिएशन के चेयरमैन श्री नरेश तिवारी के अलावा 10 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
एआईपीएमए के प्रेसिडंेट श्री देवेंद्र चावला ने प्लाई रिपोर्टर को बताया कि सभी सदस्यों की सहमति से रेट बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, क्योंकि विभिन्न राॅ मेटेरियल महंगे होने, लेबर लागत खर्च बढ़ने समेत कई कारणों से हमारी उत्पादन लागत काफी बढ़ गई है। एसोसिएशन के चेयरमैन श्री नरेश तिवारी ने सभी डीलर्स से निवेदन किया कि वे बढ़े हुए रेट को स्वीकार करें, और संकट की इस घड़ी में उद्योग की मदद करें।
गौरतलब है कि एनजीटी द्वारा 3 जून 2021 को दिए आदेश में पर्यावरण मंजूरी (ईसी) नहीं रखने वाले इकाइयों को बंद करने के आदेश में कहा गया है कि 2006 के बाद स्थापित वैसी इकाइयां जिनको पर्यावरण मंजूरी नहीं मिली है, उन्हें बंद कर दिया जाए। इसका व्यापक असर पूरे भारत के वुड पैनल व लेमिनेट इंडस्ट्री पर देखा जा रहा है, क्योंकि आदेश के दो दिन में ही नार्थ इंडिया में फार्मल्डिहाइड की आपूर्ति घटने से रेट 20 से 25 प्रतिशत बढ़ गए।