ऑल इंडिया पीवीसी लेमिनेट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (AIPLMA) ने एक पत्र जारी कर कहा है कि बाजार में बिक्री को बढ़ावा देने के लिए, उनके सदस्यों ने पीवीसी लेमिनेट की कीमतों में सभी शीट के बेस प्राइस में 1 दिसंबर 2021 से 50 रुपये प्रति शीट की कमी करने का फैसला किया है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 30 दिनों में पीवीसी फिल्म की कीमतें २५ फीसदी बढ़ी हैं और पीवीसी रेजिन की कीमत भी लगभग समान स्तर पर हैं। पीवीसी लेमिनेट उद्योग द्वारा अपनी बाजार हिस्सेदरी फिर से हासिल करने के लिए इस तरह के कदम उठाए गए हैं, जिसे अभी पीवीसी रेजिन की कीमतों में नरमी से भी सहारा मिल रहा है।
पीवीसी बोर्ड निर्माताओं को भी अपनी बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की उम्मीद है, जिससे कच्चे माल की कीमतों में कमी आएगीक्योंकि उद्योग अपनी 50 प्रतिशत से अधिक क्षमता का उपयोग करने में असमर्थ था। इसके अलावा कई अन्य उत्पाद उनकी बाजार हिस्सेदारी ले रहे हैं। उद्योग को उम्मीद है कि पीवीसी रेजिन और अन्य कच्चे माल की कीमतों में और कमी आएगी, जिससे उपयोगकर्ताओं को फर्नीचर बनाने के लिए पीवीसी बोर्ड आसानी से मिल सकेगी।
एलस्टोन डब्ल्यूपीसी के श्री दीपांकर गर्ग का कहना है कि इस उत्पाद को लंबे समय तक 170 रूपए पर बनाए रखना मुश्किल होगा, जिसे पीवीसी रेजिन की ऊंची कीमतों के कारण बढ़ाने को
मजबूर होना पड़ा था। उन्हें उम्मीद है कि कीमत 100 रूपए केपिछले स्तर पर आ जानी चाहिए ताकि यह उत्पाद अपनी बाजार हिस्सेदारी फिर से हासिल कर सके, और आने वाले समय में ग्रोथ भी बनी रहे।
प्लाई रिपोर्टर के साथ चर्चा के दौरान उद्योग जगत के लीडर्स ने बताया कि बढ़ते इनपुट लागत के साथ कुछ प्लेयर्स गुणवत्ताm से समझौता कर रहे है और डेंसिटी घटकर 0.4 हो गया है, यही कारण है कि ग्राहक ने इस उत्पाद से दूरी बना ली क्योंकि स्ट्रेंथ, फ्लेक्सिबिलिटी, स्क्रू होल्डिंग कैपेसिटी जैसे फैक्टर ने इस प्रोडक्ट का क्रेज घटाया है।