ग्रीनपैनल इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2021 की तुलना में वित्त वर्ष 2022 की चैथी तिमाही में शुद्ध बिक्री में 20.9 फीसदी की वृद्धि के साथ 470.08 करोड़ रुपये दर्ज की, जिसमें समेकित शुद्ध लाभ में 42.७फीसदी वृद्धि के साथ 80.59 करोड़ रुपये रही।
सेगमेंट के आधार पर चैथी तिमाही में एमडीएफ की बिक्री 389.81 करोड़ रुपये (सालाना आधार पर 29.2 फीसदी) और प्लाइवुड की बिक्री 70.46 करोड़ रुपये (साल दर साल 14.8 फीसदी कम) रही। समीक्षाधीन अवधि के दौरान एमडीएफ की बिक्री में सालाना आधार पर 10.72 फीसदी की गिरावट आई, जबकि प्लाइवुड की मात्रा में 19.34 फीसदी की गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2022 में इबीडीटा सालाना आधार पर 42.9 फीसदी बढ़कर 141.49 करोड़ रुपये हो गया। मार्जिन वर्ष 2021 की चैथी तिमाही की 25.76 फीसदी की तुलना में 2022 में 30.74 फीसदी था।
वित्त वर्ष 2022 की चैथी तिमाही में प्रॉफिट बिफोर टैक्स 119.79 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2021 की चैथी तिमाही में 85.67 करोड़ रुपये से 39.8 फसीडी अधिक है। 2022 के चैथी तिमाही में शुद्ध ऋण 84 करोड़ रुपये घटकर 31 मार्च 2022 तक 60 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में 240.47 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2021 में 68.81 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। वित्त वर्ष 2021 की तुलना में वित्त वर्ष 2022 में शुद्ध बिक्री 59.2 फीसदी बढ़कर 1625.04 करोड़ रुपये हो गई।
ग्रीनपैनल इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री शोभन मित्तल ने कहा कि तिमाही के दौरान एमडीएफ की प्राप्तियों और मार्जिन में सुधार हुआ है। हालांकि, कोविड के फिर से उभरने, राज्य के चुनावों और मुद्रास्फीति ने एमडीएफ के वॉल्यूम को प्रभावित किया है। जून 2022 तक मौजूदा कारोबार को ऋण मुक्त करना हमारा लक्ष्य हैं। वितरण के पहुंच का विस्तार करना और छोटे शहरी कलस्टर पर ध्यान केंद्रित करना निरंतर मात्रा में वृद्धि और कम वर्किंग कैप्टलएक्सपेंडिचर में सहयोग कर रहा है। ग्रीनपैनल इंडस्ट्रीज, भारत में वुड पैनल का सबसे बड़ा निर्माता है। उत्तराखंड और आंध्र प्रदेश में इसके मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में एमडीएफ, प्लाइवुड, विनियर, फ्लोरिंग और डोर बनाये जाते हैं।