कमर्शियल ग्रेड प्लाइवुड मैन्याुफैक्चरिंग के लिए रेजिन बनाने में एग्रीकल्चर ग्रेड यूरिया के उपयोग को रोकने के लिए सरकार द्वारा सख्ती के बाद भारतीय प्लाइवुड उद्योग का झुकाव अचानक असली पीएफ ग्रेड की तरफ होना शुरू हो गया है, जो पहले बाजार में एमआर ग्रेड की प्लाई पर आईएस 710 का स्टॉप लगाकर, ग्राहकांे को नकली पीएफ बेचते है। विभिन्न प्लाइवुड मैनुफैक्चरिंग कलस्टर्स से मिली जानकारी में कमर्शियल ग्रेड प्लाई की कीमतों पर 10-12 फीसदी की वृद्धि का प्रभाव दिख रहा है। यही कारण है कि कमर्शियल/एमआर ग्रेड प्लाइवुड की लागत बीडब्ल्यूआर ग्रेड प्लाइवुड के करीब पहुंच गई है।
अब कथित तौर पर बाजार में नकली आईएस 710 ग्रेड की आपूर्ति कम हो रही है क्योंकि निर्माता एमआर के मेटेरियल देने को तैयार नहीं हैं। यदि यह जारी रहता है, तो जैसा कि अभी एमआर बनाम बीडब्ल्यूआर ग्रेड प्लाई की कीमतें लगभग बराबर होती जा रही हैं, आगे वास्तव में बराबर हो जाएगी। यही वजह है कि प्लाई उत्पादक अपने असली आईएस 710 ग्रेड प्लाइवुड या बीडब्ल्यूपी ग्रेड प्लाइवुड की आपूर्ति बढ़ाने के लिए मजबूर हो रहे हैं जिसका 72 घंटे बॉइलिंग टेस्ट किया जा सकता है।
जैसा कि सुनने में आ रहा है कि कई प्लाई उत्पादकों ने अपने आईएस 710 ग्रेड स्टैण्डर्ड को सरेंडर कर दिया था, क्योंकि वे पूरे समर्पित होकर आईएस 303 ग्रेड का प्लाइवुड बना रहे हैं,लेकिन हाल के घटनाक्रम के बाद, कंपनियों ने बीडब्ल्यूपी ग्रेड के आईएस 710 स्टैण्डर्ड हासिल करने के लिए बीआईएस से संपर्क किया है, या गारंटी या वारंटी देने के लिए अन्य विकल्पों की तलाश में हैं, जो बॉइलिंग वाटर प्रूफ प्लाई के स्टैण्डर्ड का हो।
लालच में नकली आईएस 710 ग्रेड ने बाजार में प्लाईवुड की छवि खराब की है और ग्राहकों को ठगा जा रहा है। एचडी़डब्लूआर ग्रेड एमडीएफ का उभरना प्लाइवुड ट्रेड में इस तरह की कुप्रथा का परिणाम है, लेकिन ‘ऑरिजनल बीडब्ल्यूपी ग्रेड प्लाइवुड‘ की किस्मत पलटती नजर आ रही है, अगर उद्योग सरकार के नियमों का सख्ती से पालन करता है, तो यह परिदृश्य ग्राहकों के बीच प्लाइवुड की छवि को सुधारने में मदद करेगा, जो नकली आईएस 710 के कारण खराब हो गया था। उद्योग को अपने ब्रांड या प्लाइवुड जैसे उत्पाद के फायदे के लिए इसे सकारात्मकता के साथ अपनाना चाहिए और सही कदम उठाना चाहिए।
इस अंक में बैंगलोर में आयोजित ‘इंडियावुड एग्जिविशन की कुछ झलकियां प्रस्तुत की गई है। नए लॉन्च, विभिन्न ब्रांडों के इन्नोवेशन को भी फीचर किया गया है। सलासर लेमिनेट ग्रुप के एमडी श्री विकास अग्रवाल के साथ डेकोरेटिव लेमिनेट मैनुफैक्चिरिंग में उनके हाल में किये गए विस्तार पर एक संक्षिप्त बातचीत सभी के लिए पढ़ने लायक है। वित्त वर्ष 22 में कुछ आर्गनाइज ब्रांड की वित्तीय रिपोर्ट की कवरेज और राजस्व व लाभ में उनकी वृद्धि, उन लोगों के लिए दिलचस्प होगी, जो ऑर्गनाइज्ड वर्किंग की दिशा में उनके काम पर विश्वास करते हैं या उनका पालन करते हैं। न्यूज रिपोर्ट, नए प्रोडक्ट लॉन्च और वुड पैनल व डेकोरेटिव इंडस्ट्री में अन्य घटनाओं को भी फीचर किया गया है, जिसे पाठक दिलचस्प पाएंगे।