सेंचुरी प्लाईबोर्ड्स ने बताया कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ बढ़कर 92.62 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 31.07 करोड़ रुपये था। अप्रैल-जून तिमाही में कुल आय बढ़कर 894. 78 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 462.77 करोड़ रुपये थी।
2021-22 के वित्तीय वर्ष में, कंपनी ने 3,050.09 करोड़ रुपये के कारोबार पर 313.15 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी को वित्त वर्ष 2021-22 में 3,000 करोड़ रुपये की टॉपलाइन तक पहुंचने में 36 साल लगे, लेकिन अगले केवल चार साल में 5,000 करोड़ रुपये के राजस्व हासिल करने की उम्मीद है।
कंपनी के एग्जिक्यूटिव डाइरेक्टर श्री केशव भजनका ने कहा कि हमारे सभी उत्पादों की मुख्य रूप से वैसे रिटेलर, जो हाऊसिंग सेगमेंट में रिनोवेशन को कैटर करते है, उनके बीच मांग काफी अच्छी है। हम अपने वार्षिक कारोबार में इस वित्त वर्ष 20-25 प्रतिशत के ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं। कंपनी को ज्यादातर डिमांड रिटेल सेगमेंट से आती है, इंस्टीच्यूसन खरीददार से इनका सेल्स वॉल्यूम कम है।
विस्तार योजना के बारे में उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में एमडीएफ बोर्ड के लिए एक ग्रीनफील्ड यूनिट लगाई जा रही है, जिसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 3.2 लाख क्यूबिकमीटर प्रति वर्ष है जिसमें लगभग 700 करोड़ रुपये का निवेश आएगा। आंध्र प्रदेश में यह नया प्लांट अगले सालm दिसंबर तक चालू होने की उम्मीद है।
वित्त वर्ष ‘22 के लिए कंपनी की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, सेंचुरी प्लाईबोर्ड्स का लक्ष्य इस प्रोजेक्ट को सबसे बड़ी इंट्रीगेटेड वुड पैनल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के रूप में विकसित करना है, जिसमें चरणबद्ध तरीके से 1,500 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ लेमिनेट्स, एमडीएफ, प्लाइवुड और पार्टिकल बोर्ड का उत्पादन शामिल हैं।
सेंचुरी प्लाईबोर्ड्स का वर्तमान में पश्चिम बंगाल, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, असम, गुजरात और तमिलनाडु में प्लाइवुड, एमडीएफ, लेमिनेट और पार्टिकल बोर्ड के नौ मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं। इसमें प्लाइवुड उत्पादन के छह प्लांट हैं और लेमिनेट और एमडीएफ, पार्टिकल बोर्ड एक एक प्लांट है।