उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में फॉरेस्ट्री सेक्टर में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा 09 दिसंबर, 2022 को गोमती नगर में उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का आयोजन किया जिसमे वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री श्री अरुण कुमार सक्सेना मुख्य अतिथि एवं ।ब्ै श्री मनोज सिंह, च्ब्ब्थ् श्रीमती ममता संजीव दुबे, वरिष्ठ अधिकारीगण तथा कृषि आधारित उद्योगों का प्रतिनिधित्व करते हुए आईआईए के अध्यक्ष श्री अशोक अग्रवाल को आमंत्रित किया गया।
मुख्य अतिथि राज्य मंत्री, डाँ अरूण कुमार सक्सेना ने कांफ्रेंस का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि 10-12 फरवरी, 2023 तक उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का आयोजन प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होने कहा कि समिट के माध्यम से निवेश प्राप्त कर उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलिअन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका है।
इसके अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े स्टेकहोल्डरर्स द्वारा निवेश एवं प्रदेश सरकार व उद्यमियों के मध्य डव्न् किया जाना प्रस्तावित है। उद्योग की स्थापना के लिए अनुकूल स्थितियों बिजली सड़क, यातायात सहित आधारभूत संरचनाओं का विकास एवं अपराधों पर कठोर नियंत्रण का उल्लेख करते हुए उद्यमियों से अनुरोध किया कि वे प्रदेश में वन धारित उद्योगों की स्थापना के लिए आगे आएं, प्रदेश सरकार उन्हें समस्त प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है।
श्री मनोज सिंह, अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश ने कार्यक्रम का परिचय, गोष्ठी की पृष्ठभूमि व भूमिका का परिचय देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का आयोजन प्रदेश की अर्थ व्यवस्था की वृद्धि में सहायक होने के साथ ही विश्व मानचित्र में प्रदेश को उद्योग मित्र राज्य के रूप में प्रतिष्ठित करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकोक्षी योजना को साकार रूप देने के लिए वन विभाग के लिए रु 10,000 करोड़ (दस हजार करोड़ रुपये) के निवेश का लक्ष्य रखा गया है। श्री सिंह ने विश्वास व्यक्त किया कि विभागीय प्रयासों व उद्यमियों के सहयोग से विभाग इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होगा।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश, श्रीमती ममता संजीव दूबे ने प्रदेश में सर्टीफाईड टिम्बर, काष्ठ व बांस अध् ाारित उद्योग, पल्प पेपर उद्योग, इको पर्यटन, महुआ पर आधारित खाद्य प्रसंस्करण, फर्नीचर तथा काष्ठ आधारित निर्यात, काष्ठकला व काष्ठ आधारित खेल के सामान सम्बन्धी उद्योगों में निवेश के अवसर, उद्योगों की स्थापना के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली सुविधाओं एवं कच्चे माल की उपलब्धता के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। श्रीमती दूबे ने उद्यमियों से अधिक से अधिक निवेश करने का अनुरोध किया। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक/सदस्य सचिव, राज्य स्तरीय समिति एवं उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समित-2023 की दिशा में वन विभाग द्व ारा आयोजित कान्फ्रेंस के समन्वयक श्री अनुपम गुप्ता ने गोष्ठी का संचालन व समन्वय करते हुए गोष्ठी के विभिन्न आयामों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
तकनीकी सत्र में प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव, श्री के पीदूबे द्वारा ईको टूरिज्जम क्षेत्र, प्रबन्ध निदेशक, उत्तर प्रदेश, वन निगम, श्री सुधीर कुमार शर्मा द्वारा सर्टिफाइट टिम्बर तथा काष्ठ आधारित फर्नीचर एवं निर्यात के लिए निवेश, सदस्य सचिव, राज्य स्तरीय समिति, श्री अनुपम गुणा द्वारा काष्ठ अधारित उद्योग में निवेश, सदस्य सचिव, उत्तर प्रदेश, राज्य जैव विविधता बोर्ड, श्री बी प्रभाकर द्वारा वन उपज आधारित उद्योग में निवेश, मुख्य वन संरक्षक, परियोजना श्री के इंलागो द्वारा कृषि वानिकी नीति का प्रस्तुतिकरण एवं बांस अधारित उद्योग में निवेश, एवं गोष्ठी में आए विभिन्न उद्यमियों द्वारा निवेश की संभावनो पर विचार विमर्श किया गया।
विभिन्नो उद्योगों प्रकाष्ठ आधारित उद्योग के श्री ए के अग्रवाल, अध्यक्ष इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन ने वुड बेस्ड इंडस्ट्री की सम्भावनाओं पर विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में सैंचुरी प्लाईवुड, ग्रीन प्लाई के प्रतिनिधियों, श्री राजेश झा, आईटीसी, श्री वरूण लोहिया, श्री आर एस अग्रवाल आदि उद्यमियों ने प्रकाष्ठ आधारित इकाई, वृहद् स्तर पर कमर्शियल स्पेसीज का रोपण एवं इको पर्यटन से सम्बन्धित इकाई स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की। इन इकाईयों के प्रतिनिधियों ने इकाई के पास उपलब्ध सुविधाओं व कठिनाईयों का उल्लेख करते हुए सम्बन्धित नियमों के सरलीकरण संशोधन का अनुरोध किया।