भारत के डेकोरेटिव लेमिनेट के निर्यात की गति बरकरार है, और वैश्विक डेकोरेटिव बाजार में विश्व में अग्रणी बन गया है। भारत में बने लेमिनेट शीट्स यूएसए, अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और एशिया सहित पूरे विश्व के बाजार में पहुंच चुका है। आज 30 से ज्यादा भारतीय लेमिनेट कंपनियां लेमिनेट के निर्यात कारोबार में लगी हुई हैं, और वे अपने हाई क्वालिटी मेटेरियल और डिजाइन को वैश्विक बाजार में भेजते है।
ग्रीनलैम, मेरिनो, स्टाइलैम, क्राउन डेकाॅर, रुशिल डेकाॅर, अल्फा आइका, सेंचुरी लेमिनेट्स, अमूल्या माइका, ऐरोलैम, डेको माईका, वर्गो समेत दो दर्जन से ज्यादा कम्पनियाँ विदेशी बाजार में प्रमुख भारतीय एचपीएल ब्रांड हैं। आइका, फाॅरमाइका जैसे विदेशी ब्रांडों की भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं। विल्सनआर्ट और अन्य वैश्विक ब्रांड भी क्वालिटी, डिजाइन और सर्विस के कारण भारत से मेटेरियल ले रहे हैं।
फिलिप कैपिटल की रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल डेकोरेटिव लेमिनेट्स मार्केट वित्त वर्ष 2022-27 में 6 फीसदी के सीएजीआर से 60.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा। भारतीय लेमिनेट निर्यात में वित्त वर्ष 2013-18 में 11 फीसदी सीएजीआर और वित्त वर्ष 18-22 में 15 फीसदी सीएजीआर देखा गया है। वित्त वर्ष 22 में लेमिनेट निर्यात में संगठित प्लेयर्स की हिस्सेदारी बढ़कर 75 फीसदी हो गई है, जबकि वित्त वर्ष 2017 में यह 52 फीसदी थी।
वैश्विक बाजार में एक मजबूत उपस्थिति के लक्ष्य के साथ, 20 से ज्यादा भारतीय लेमिनेट कंपनियां जर्मनी के इंटरजूम में अपने उत्पादों को एग्जिबिट कर रही हैं, जो दुनिया में सरफेस डेकाॅर मेटेरियल की सबसे अच्छी एग्जिबिट के लिए जाना जाता है। भारत की अग्रणी वुड और डेकोरेटिव पैनल क्षेत्र की पत्रिका, प्लाई रिपोर्टर भी भारतीय कंपनियों और उन्हें अच्छी क्वालिटी के कच्चे माल के स्रोत के लिए काफी नए अवसरों की पहचान करने के उद्देश्य से इंटरजूम में एग्जिबिट किया है।