प्लाइवुड उत्पादों में भारत का अग्रणी ब्रांड, ग्रीनप्लाई ने बरेली में स्थित एक मौजूदा प्लाइवुड उत्पादक कंपनी के साथ एक संयुक्त उद्यम स्थापित करने के लिये समझौता हस्ताक्षरित किया हैं। सूत्रों के अनुसार, परसाखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित निमानी पैनल्स नाम की कंपनी के साथ यह समझौता किया गया है, जिसकी उत्पादन क्षमता 25000 एनए प्रतिदिन होगी। देश में ग्रीन प्लाई प्लाइवुड के बढ़ते रेंज की मांग को पूरा करने के लिए पूरी उत्पाद श्रृंखला को कैलिब्रेट और प्री-प्रेस किया जाएगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज लि ने नेमानी पैनल्स में 1.80 करोड़ रूपये के निवेश, यानी 30 फीसदी इक्विटी शेयर कैपिटल के अधिग्रहण के साथ यह समझौता किया है। नये संयंत्र में इसी साल के अंत तक उत्पादन शुरू होने जा रहा है। ग्रीन प्लाई की रणनीति कच्चे माल के संसाधन के करीब अपने विनिर्माण आधार को लक्षित करना है, जिससे भारतीय बाजार में जीएसटी परिदृश्य में मार्केटिंग और ब्रांड के व्यापक प्रसार के महत्वपूर्ण लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना है।
नेमानी पैनल्स बरेली में प्लाइवुड और संबद्ध उत्पादों की एक विनिर्माण इकाई स्थापित करने वाली एक सुस्थापित कंपनी है, जिसे बरेली प्लाइबोर्ड द्वारा संचालित किया जाता है, जो प्लाइवुड उत्पादों की बिक्री और निर्माण से जुड़ी कंपनी है। नई कंपनी कैलीब्रेशन और क्वाडप्रो प्रोसेस के साथ प्लाइवुड की सभी रेंज्स का उत्पादन करेगी। इस आधुनिक संयंत्र की शुरुआत पहले ही हो चुकी है और यह पूरे जोरों पर चल रही है। नए संयंत्र की स्थापना को देखने वाली तकनीकी टीम चालू वर्ष की तीसरी तिमाही की शुरुआत से अपने कमर्षियल उत्पादन को लक्षित कर रही है।
ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक, श्री राजेश मित्तल ने कहा कि हम देश के अंदरूनी क्षेत्रों तक गहरी पहुंच बनाकर अपने कारोबार का विस्तार कर रहे हैं, इस प्रकार हम चालू वित्त वर्ष में एक अच्छे दोहरे अंक की वृद्धि की उम्मीद करते हैं। नये टाई-अप पर आधारित हमारे नये विनिर्माण सयंत्र के जरिये हम मार्केटिंग पर पूर्ण जोर देने और उभरते भारतीय मध्य वर्ग के लिए एक प्रतिस्पर्धी उत्पाद और अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान कराना हमारा मुख्य लक्ष्य है।
ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज प्लाईवुड, डेकोरेटिव वीनियर, एमडीएफ का उत्पादन करती है। मार्च 2019 की तिमाही में कंपनी का राजस्व 5,161.66 मिलियन रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 18.08 प्रतिशत ज्यादा है। पिछले वर्ष
इसी तिमाही के दौरान कंपनी का राजस्व 4,371.33 मिलियन रहा। बाजार में चल रहे सुस्त दौर के बावजूद भी कंपनी अपने राजस्व में बढ़ोत्तरी करने में सफल रही है।