आज का बाजार बहुत ही अजीब है, और एक ही प्रोडक्ट सेगमेंट में विभिन्न कंपनियों के लिए बहुत अलग अलग है। पिछली तिमाहियों की तुलना में संगठित ब्रांडों के तिमाही परिणामों को देखें तो यह स्पष्ट परिलक्षित होता है कि ’मांग में तेजी से उछाल आया है, इसके अलावा बाजार में विस्तार और बेहतर लाभप्रदता’ स्पष्ट दिखता है। वहीं, मिड सेगमेंट की कंपनियां आय, बिक्री और पेमेंट फ्लो की नियमितता के लिए जूझ रही हैं।
प्रत्येक 10 कंपनियों में से 2 के पास 15-20 दिनों के ऑर्डर लम्बित हैं, जबकि 3 कंपनियां के पास एकसप्ताह का ऑर्डर हैं, बाकी किसी तरह अपना काम चला रही हैं। कुल मिलाकर प्लाइवुड में उत्पादन क्षमता उपयोग 50-55 फीसदी है, और लेमिनेट में भी उत्पादन क्षमता उपयोग में सुधार हुआ है और अब अक्टूबर में 70 फीसदी हो गया है। फिल्म फेस शटरिंग में निर्माता अपनी क्षमता का 60 फीसदी का उपयोग कर रहें हैं। पीवीसी लेमिनेट, डेकोरेटिव विनियर और डोर कैटेगरी भी 12 घंटे की शिफ्ट में काम हो रही हैं। कुल मिलाकर, कोई शिकायत नहीं है, केवल एक ही परेशानी है, वह है ’मार्जिन का घट जाना’।
आज आयात अव्यवहार्य है, जिससे पार्टिकल बोर्ड और एमडीएफ सेक्टर को फायदा हुआ है, और एचडी एमआर ग्रेड एमडीएफ द्वारा काफी अच्छी बढ़त हासिल की गई है। एमडीएफ में दक्षता और क्षमता सबसे अधिक थी, जहां अलग अलग ब्रांड के लिए ऑर्डर की लम्बित अवधि 15 दिनों से एक महीने तक चल रही है। एमडीएफ सेक्टर 85 प्रतिशत से अधिक क्षमता उपयोग पर काम कर रहा है। मैं एमडीएफ की सफलता का श्रेय, एक्शन टेसा और ग्रीनपैनल की काफी सक्रियता को देना चाहूंगा।
निष्कर्ष निकालना काफी सरल है “कंपनियां/ब्रांड, जो सक्रिय हैं और खुले तौर पर अवसर की तलाश कर रहे है, उन्हें बहुत सारे काम और ऑर्डर मिले हैं“। जिनके पास अस्पष्ट लक्ष्य और सटीक काम करने के तरीके नहीं है, वित्त और प्रोसेस सिस्टम आधारित काम की कमी है, वे सिकुड़ते जा रहे हैं। अगर सीधे शब्दों में कहें तो वह ’जो एक्टिव है, वहीं विजेता है’। जो सतर्क हैं और कड़ी मेहनत कर रहे हैं, वे प्रतियोगिता को हराते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
पहले बाजार दो-तीन महीनों के लिए स्थिर रहा करता था और दो तीन महीने फलने फूलने के बाद 15 से 30 दिनों की सुस्ती आती थी, लेकिन अब यह चक्र बहुत ही अस्थिर है। पिछले तीन महीनों में, परिदृश्य कंपनियों के लिए इतना असमान है कि अधिकांश मैन्युफैक्चर्स सुस्त बाजार के बारे में बात कर रहे हैं, जबकि कुछ प्लेयर्स डिमांड और पेमेंट फ्लो से काफी खुश हैं। मैं इस असमानता को अब बहुत बड़े पैमाने पर देख रहा हूं, जिसमें काफी बदलाव होने जा रहे है और यह खाई चौड़ी होती जा रही है। अच्छे ब्रांड आज एक जरूरत हैं चाहे हम इसे स्वीकार करें या ना करें। हर गुजरते साल के साथ, 8 से 10 फीसदी का मुनाफा बनाए रखना मुश्किल है। गुणवत्ता, सेवा तथा डिस्ट्रीब्यूशन और सही टीम की भावनाओं पर ध्यान देना आज के समय में विकास की कुंजी है। निस्संदेह यह लिखना आसान है लेकिन हासिल करना कठिन है। मध्यम वर्ग के ब्रांड पर इसे हासिल करने की जरूरत और दबाव स्पष्ट रूप से देखे जा रहे हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश गुणवत्ता प्रक्रिया, टीम और छवि बनाने जैसी अमूर्त चीजों पर अत्यधिक मेहनत, समय, ऊर्जा और दिमाग खर्च करने के लिए पहल करने से डरते हैं। देरी होने पर यह खाई और चौड़ी होती जाएगी, इसलिए यह सक्रिय और महत्वाकांक्षी प्लेयर्स के लिए एक अवसर है।
शुभ दीपावली
प्रगत द्विवेदी
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