वुड पैनल उद्योग अब कुछ संरचनात्मक बदलाव से गुजर रहा है, जहां व्यापारियों को अपने दैनिक काम काज में सुधार करने की जबरदस्त जरूरत है। जैसा कि मैंने इस उद्योग में अपने पिछले ढाई दशक के दौरान देखा है, कि 3ड की जरूरत इतनी ज्यादा पहले कभी महसूस नहीं हुई थी।
टिम्बर, केमिकल और पेपर सेगमेंट में मेटेरियल की अच्छी और निरंतर आपूर्ति की आवश्यकता बहुत स्पष्ट है। टिम्बर का संकट इतना भयावह है कि 2025 के शुरुआत तक कोई बड़ी रहत नहीं दिख रही है। सप्लाई चेन का असंतुलन उद्यमों को पर्चेज और प्रोक्योरमेंट की स्पष्ट नीति बनाने और उसके आधार पर तैयार माल की कीमतें निर्धारित करने के लिए प्रेरित कर रहा है।
अच्छे पेशेवरों, जो ग्रोथ के लिए प्रतिबद्ध हों और नैतिकता व ईमानदारी के साथ काम करें, उनकी जरूरत इतनी ज्यादा है कि हम हर दिन इसके लिए कॉल का जवाब देते रहते हैं, सिर्फ इसलिए की ग्रोथ की, इस सबसे बड़ी पहेली को हल करने में मदद मिले। इफिशिएंट मैनपॉवर हाशिल करना और टीम को बनाए रखना और यह सुनिश्चित करना कि वे नैतिक और कुशल बने रहें, दिन-ब-दिन महंगा और कठिन होता जा रहा है।
यहां तक कि अगर कोई कंपनी बहुत अच्छा प्लांट लगाती है और मशीन स्थापित करती है, तो यह निश्चित नहीं है कि वह लगभग हर क्षेत्र में इस कड़े प्रतिस्पर्धा को पार कर जाएगी। सही मायने में, मुझे लगता है कि ग्रोथ के लिए सबसे बड़ी चुनौती एक दूरदर्शी नेतृत्व में अच्छी टीम का होना है। इसके बिना, कोई भी, उद्यम को अगली पीढ़ी तक बनाए नहीं रख सकता।
जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो मुझे बहुत सी कंपनियां ऐसी मिलती हैं, जो अगली पीढ़ी से जुड़ी हैं, लेकिन उनकी नींव वास्तव में नाजुक है। अधिकांश वुड पैनल और फर्नीचर इंडस्ट्री में फाउंडेशन का अर्थ है, प्लांट डिजाइन और मशीनरी, कुशल नेतृत्व में लक्ष्य और नैतिकता के साथ काम करने वाले मैनपावर का सहयोग, और सबसे महत्वपूर्ण, उपयुक्त और टिकाऊ कच्चे माल यानि मेटेरियल को चुनने के विकल्पों में स्पष्टता।
नींव को वास्तव में वित्तीय शक्ति के रूप में माना जाता है, जो वास्तव में मुझे लगता है कि महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है लेकिन उपरोक्त 3ड के बिना, यह पूरी तरह से अधूरा है। इसके बिना हमारे वुड पैनल इंडस्ट्री में, सफल और बड़े उद्यमी वे कभी नहीं बन पाते, जहां वे आज हैं।
इन 3डे के साथ अपने आधार को मजबूत करें और अगली पीढ़ी के सामने अपना स्पष्ट दृष्टिकोण रखें कि जब तक आप प्रभारी न हों तब तक आप चीजों को न करने के लिए दोष न दें।
2, 3 और 4 सितंबर को प्रगति मैदान में आजोजित होने वाले हमारे कांफ्रेंस और एक्जीविशन में भी शामिल हों। जहां आप अपना नेटवर्क बना सकेंगे और काफी कुछ जान सकेंगे।