एक हफ्ते के लंबे समय तक ट्रकों के हड़ताल ने जुलाई महीने में सभी कच्चे माल और वुड पैनल मेटेरियल के आवागमन और उठान को बुरी तरह प्रभावित किया। हड़ताल के चलते प्लाईवुड और लैमिनेट उत्पादन और उनकी आपूर्ति ठप रही। प्लाई रिपोर्टर के संवाददाताओ ने विभिन्न स्थानों पर लोगो को ऐसी स्थिति का सामना करते पाया, जिसमें कच्चे माल की आपूर्ति प्रभावित होता प्रतीत हुआ, जिसने फॉर्मल्डिहाइड और फेनाॅल की कीमत को भी प्रभावित किया, और कीमते बढ़ गई। उत्पादकों के लिए मेटेरियल के हाई कॉस्ट पर तैयार माल की लागत को बनाए रखना मुश्किल था, जिसने कई इकाइयों को अस्थायी तौर पर उत्पादन को स्थगित करने को मजबूर किया। कई उत्पादकों ने प्लाई रिपोर्टर को बताया कि ट्रकों के हड़ताल का प्रभाव इतना ज्यादा था कि कच्चे माल के लिए ऊंचीं कीमतों के भुगतान करने के बावजूद, वे माल हासिल नहीं कर पाए। कच्चे माल जैसे फॉर्मल्डिहाइड, फिनोल, कोर विनियर के स्टॉक अभी भी कम रहने की सूचना है, इस प्रकार कई प्लांटों को अपने उत्पादन बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
यही हाल बाजारों में भी था, जहां गाड़ियों की अनुपलब्धता के कारण दूरदराज के बाजार में स्टॉकिस्ट और वितरकों द्वारा तैयार उत्पादों की आपूर्ति नहीं की जा सकी। नतीजतन, प्लाई रिपोर्टर में यह समाचार लिखे जाने तक, प्लाईवुड, पार्टिकल बोर्ड, एमडीएफ और एचपीएल के तैयार माल का स्टॉक इतना ज्यादा बढ़ गया है कि मेटेरियल का रोटेशन प्रभावित हुआ है साथ ही पूंजीगत हानि के चलते वुड और डेकोरेटिव पैनल सेक्टर प्रभावित है।
ब्रांच आॅफिस और सेल्स पॉइंट से मिली सुचना के मुताबिक, कंपनियों के जुलाई महीने की सेल्स चैथाई कम रही, जिसके चलते दूसरी तिमाही की बिक्री पर दबाव बढ़ेगा। वितरकों और कंपनी सेल्स के लोगों ने बताया कि, उन्हें जुलाई में बेहतर बिक्री की उम्मीद थी क्योंकि अधिकांश इंटीरियर साइट पर काम चल रहे थे और बाजार की मांग बढ़िया थी लेकिन ट्रकों के हड़ताल ने उनके गणित को बुरी तरह बिगाड़ दिया है।