रिटेल शोरूम की संख्या में वृद्धि और पैनल उत्पादों व डेकोरेटिव लैमिनेट्स में मार्जिन घटने के कारण पीवीसी माइका की बिक्री बढ़ रही है। पीवीसी शीट की मांग को अक्सर पीवीसी माइका या पीवीसी लैमिनेट्स के रूप में जाना जाता है। पिछले तीन वर्षों में बढ़ती आपूर्ति और आयातित नए डिजाइन और बाद में घरेलू उत्पादकों के आने से यह सेगमेंट मजबूत हुआ है। पीवीसी माइका केटेगरी लगभग 20 से अधिक घरेलू उत्पादकों के साथ, उत्पाद छोटे शहरों में भी सफलतापूर्वक और तेजी से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। इससे पहले पीवीसी शीट की बिक्री मुंबई, पुणे, सूरत, बैंगलोर इत्यादि जैसे डिजाइन के प्रति जागरूक महानगरों तक सीमित थी, लेकिन पिछले 2 सालों में यह महत्वपूर्ण विकासशील शहरों और अन्य महानगरों तक भी पहुंच गया है।
किचेन डिस्प्ले शोरूम, जो बड़े पैमाने पर पहले मेट्रो और बड़े शहरों में देखा जाता था, वे अब छोटे शहरों में भी फैल रहा है जो इस उत्पाद श्रेणी के विकास में सहायक है। यह सेगमेंट हमेशा 1 मिमी डेकोरेटिव लैमिनेट्स का था लेकिन धीरे-धीरे पीवीसी माइका कुछ शेयर हासिल करता जा रहा है, क्योंकि पीवीसी माइका कुछ अद्वितीय आकर्षक डिजाइन प्रदान करता है और खुदरा विक्रेताओ को प्रति शीट मार्जिन भी ज्यादा मिलता हैं।
प्लाई रिपोर्टर के सर्वे में पाया गया है कि घरेलू उत्पादकों की बाजार हिस्सेदारी पिछले दो वर्षों के दौरान तेजी से बढ़ी है, जिसके चलते मैन्यूफैक्चरिंग इकाइयों की संख्या में वृद्धि हो रही है। बढ़ते आकर्षक फोल्डर और डिजाइन, खुदरा विक्रेताओं को विभिन्न प्रकार की पेशकश करने में मदद कर रहे हैं, जो इस एप्लिकेशन के लिए डेकोरेटिव लैमिनेट्स पर निर्भर थे। लैमिनेट सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा में तेज वृद्धि के साथ, खुदरा विक्रेताओं ने लैमिनेट खरीददारों को एक पीवीसी शीट के खरीद में बदलना शुरू कर दिया है। अच्छा मार्जिन होने के चलते खुदरा विक्रेता इस उत्पाद को रखने और अपने काउंटरों के माध्यम से प्रचार करने के लिए बहुत उत्सुक हैं, हालांकि इन्वेंट्री कमजोर है इसलिए डिलीवरी का समय अभी भी इस सेगमेंट में एक समस्या है।
प्लाई रिपोर्टर के सर्वे का निष्कर्ष बताता हैं कि पीवीसी माइका ने लगभग 2.5 फीसदी, 1 मिमी लेमिनेट बाजार की हिस्सेदारी ले लिया है क्योंकि चमकती सतह के कारण बेहतर सुंदरता प्रदान करता है। पिछले तीन सालों से पीवीसी माइका बाजार 20 फीसदी से बढ़ रहा है लेकिन इसमें लाइनर और वाइट शीट भी शामिल हैं। अमूल्या, स्काईडेकोर, वर्गो, जीएल, मेराकी, ब्लैक कोबरा, अलकोर, स्टेनली, वीर, एलस्टोन इत्यादि जैसे दर्जनों उत्पादक भारत में पीवीसी माइका का उत्पादन कर रहे हैं और आगे बढ़ रहे हैं। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2019 तक लगभग आधा दर्जन नई लाइनें चालू की जा रही हैं और कई डेकोरेटिव लैमिनेट के लोग पीवीसी माइका के मैन्यूफैक्चरिंग बिजनेस में प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं। कांट्रेक्टर, अलमारी, किचेन शटर और केबिनेट में मुख्य रूप से पीवीसी शीट का ही उपयोग कर रहे हैं क्योंकि किनारों पर एज बैंड के बदले पीवीसी माइका के उपयोग से उनका समय बचाता है।