सेंचुरी प्लाइबोर्ड गैबॉन एसईजेड में फेस वीनियर निर्माण सुविधा स्थापित करने जा रहा है। कंपनी ने लकड़ी उत्पादों के विनिर्माण और व्यापार के लिए ‘सेंचुरी गैबॉन’ के नाम का अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्थापित किया है। सेंचुरी प्लाइबोर्ड के चेयरमैन श्री सज्जन भजंका ने एक टीवी समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि हम फेस विनीयर के निर्माण के लिए गैबॉन एसईजेड में प्लांट की स्थापना कर रहे हैं। हालांकि यहां का निवेश इस पूरे उद्योग में हमारे द्वारा किये गये कुल निवेश की तुलना में बहुत कम है। उन्होंने कहा कि हमारा उस स्थान पर उपस्थित होना आवश्यक हो जाता है जहाँ से हम फेस विनीयर की जरूरी आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं। शुरुआत में हमें असम से फेस विनीयर मिलता था, लेकिन वहां प्रतिबंध लगने के बाद इसे आयातित टिम्बर से निकाला जाने लगा, बाद में मलेशिया, इंडोनेशिया, बर्मा, लाओस, आदि से आयात किया जा रहा था। इन देशों ने भी इस पर प्रतिबंध लगा दिया और नियम कड़े कर दिए हंै। इन सभी कारणों के चलते हम फेस विनीयर की उपलब्धता के लिए बाधाओं का सामना कर रहे थे, इसलिए हमने प्लाइवुड बनाने के लिए फेस विनीयर की आवश्यकता के लिए हमने गैबॉन में निवेश करने का विकल्प चुना है।
श्री भजंका का कहना है कि गैबॉन में नई विनिर्माण सुविधा छह महीने में उत्पादन का काम शुरू कर देगी। मशीनों के लिए ऑर्डर दिये जा चुके हैं और जीएसईजेड अधिकारियों ने कंपनी को जमीन दे दी है। उन्होंने खुलासा किया कि, ’पहले चरण में जमीन की कीमत को छोड़कर कम से कम 15 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे। अभी गैबॉन में प्लाइवुड बनाने की कोई योजना नहीं है, वहां उत्पादित फेस व कोर वीनियर को भारत व अन्य देशों के लिये निर्यात किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारी इकाइयाँ बर्मा में भी हैं। लेकिन वहां से हम फेस वीनियर की अपनी आवश्यकता को पूरा करने में असमर्थ हैं। गैबॉन में लकड़ी की उपलब्धता बहुत है और इसका बेहतर प्रबंधन किया जाता है, जिससे कि इससे पर्यावरण प्रभावित न हो। लकड़ी की स्थायी उपलब्धता और प्रबंधन की निरंतरता के लिये गैबॉन सबसे बेहतर जगह है। उन्होंने कहा कि फेस वीनियर इकाई के लिए वहां नए लाइसेंस जारी करने बंद कर दिये गये है और हमारी जानकारी के अनुसार सेंचुरी प्लाइवुड अंतिम कंपनी है, जिसे यह लाइसेंस जारी किया गया है।