देश भर से प्लाई रिपोर्टर संवाददाताओं द्वारा यह रिपोर्ट किया गया है कि प्लाइवुड और पैनल उत्पादों का बाजार गला काट प्रतिस्पर्धा वाला बनता जा रहा है। वुड पैनल सरफेसिंग सेक्टर के हर उत्पाद श्रेणी में नए प्लांट के आने से कुछ प्लेयर्स को छोड़कर लगभग सभी का मार्जिन कम होता जा रहा है। चाहे ब्रांड हो या कोई निर्माता, लगभग हर किसी का बाजार हिस्सा स्थिर पाया गया या यह कम होता गया है। निर्माताओं की बढ़ती संख्या के कारण गिरावट हुई है, यह निष्कर्ष प्लाई रिपोर्टर और बिग सी मार्केट रिसर्च विंग द्वारा किये गए अध्ययन में सामने आया है।
निर्माताओं से बात करते हुए, प्लाई रिपोर्टर को पता लगा कि वुड और अन्य वुड पैनल उत्पादों में स्थापित क्षमता के कम उपयोग के कारण बड़ी अशांति है। एक बेहतर बाजार परिदृश्य की आशा निकट भविष्य में नहीं दिखती क्योंकि रियलिटी बाजार में सुधार नहीं हो रहा है। उत्तर और पश्चिम में प्लाइवुड की मांग कमजोर है क्योंकि खुदरा काउंटर की बिक्री में 40 से 60 प्रतिशत की गिरावट आई है, जैसा की उन्होने बताया।
एमपी, राजस्थान और महाराष्ट्र में किए गए सर्वेक्षण में यहां तक कि पार्टिकल बोर्ड और एमडीएफ जैसे एवरग्रीन उत्पादों की बिक्री में कमी आई है। आपूर्ति में बढ़ोतरी ने खुदरा विक्रेताओं की लाभप्रदता को कम कर दिया, इसलिए वे एक बार फिर से अन्य पैनल उत्पादों की तुलना में बेहतर मार्जिन के लिए प्लाइवुड की बिक्री को बढ़ावा दे रहे हैं। परियोजनाओं के लिए सेल्स में मांग स्थिर रही, इस प्रकार ब्रांडेड सेगमेंट ने अपनी बिक्री बनाए रखी है। हालांकि प्रोजेक्ट मार्केट स्पेस में ज्यादा प्लेयर्स के आने से ऑपरेटिंग मार्जिन कम होता जा रहा है। नवंबर का महीना दीपावली के उत्सव के बाद सुस्त कहा जा सकता है। बाजार वर्तमान स्थिति में बजट से पहले किसी भी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं कर रहा है।