कोरोनोवायरस के चलते ‘‘अचानक‘‘ लॉकडाउन होने से प्रभावित होकर, ंआइएनसी 24 के मुताबिक बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप कंपनी लिवस्पेस में 15 फीसदी - लगभग 450 से अधिक कर्मचारियों की छटनी की गई है। कंपनी ने मीडिया को बताया कि वित्त वर्ष 20 में उनका ग्रोथ टॉप लाइन पर था, लेकिन लॉकडाउन के चलते व्यापार काफी प्रभावित हुआ, इसलिए खर्चों में कम से कम ३० प्रतिशत की कमी करनी पडी।
हालांकि कंपनी ने कोविड के चलते किसी भी कर्मचारी के वेतन में कोई कटौती नहीं की है। छटनी से प्रभावित कर्मचारियों को एक महीने का नोटिस दिया जाएगा, और उन्हें सेवेरेन्स पे के साथ साथ सहायता पैकेज भी दिया जाएगा। लिवस्पेस के सीईओ श्री अनुज श्रीवास्तव ने कहा कि अगर स्थिति की गंभीरता बढ़ती है तो कंपनी को वेतन भी एडजस्ट करना पड़ सकता है।
लिवस्पेस की शुरुआत अनुज श्रीवास्तव, रमाकांत शर्मा और शगुफ्ता अनुराग द्वारा 2014 में किया गया था, और ग्रुप के अंतरगत होम इंटीरियर, ई-होममेकर और लिवेस्पेस पीटीई जैसी तीन इकाइयाँ हैं जो डिजाईन शॅल्युशन प्रदान करती हैं।
श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण लिवस्पेस के व्यापार पर भी अचानक और अप्रत्याशित प्रभाव पड़ा है। ‘हमारे एक्सपीरियंस सेंटर और लास्ट माइल का संचालन लॉकडाउन के कारण ज्यादा प्रभावित हुआ है, पर लॉकडाउन खुलने के साथ, हम भी अपने ऑपेरशन फिर से शुरू कर रहे है।‘
कंपनी आगे बेहतर रिकवरी देख रही है, लेकिन उन्होंने कहा स्थितियां अभी भी बहुत अस्थिर हैं, इसलिए सावधानी बरतना अनिवार्य है। पछले दो महीनों में, कंपनी ने मार्केटिंग और ब्रांडिंग के खर्चों को भी धटाया है और अपने तकनीकी प्लेटफॉर्म को मजबुत़ कर विभिन्न कैटेगरी और इसके सप्लाई चेन में अधिक निवेश कर विकास के अवसर तलाशने पर प्राथमिकता दे रही है।