लेमिनेट उद्योगों के लिए परीक्षा की घडी में जल्द कोई राहत नहीं मिलने वाला है, जब तक कि कच्चे माल की बढ़ती कीमत से कोई राहत नहीं मिलती। पिछले दो महीनों में लेमिनेट उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले प्रत्येक घटक की कीमतों में तेजी से उछाल देखा गया, जिसके कारण, एचपीएल निर्माताओं द्वारा डेकोरेटिव लेमिनेट में 20 से 55 रुपये प्रति शीट की वृद्धि की घोषणा की गई थी। अब बेस पेपर की कीमतें बढ़ गई हैं जिसके चलते डेकोर पेपर की लागत पर 15 प्रतिशत तक का प्रभाव् पड़ा है।
भारतीय लेमिनेट निर्माताओं ने डेकोर पेपर की कीमतों में इसे सबसे ऊंची छलांग बताया है। इस अचानक वृद्धि ने एचपीएल और एलपीएल उद्योग दोनों सहित लैमिनेट व्यवसाय की पूरी कॉस्ट शीट और इसकी व्यवहार्यता को परेशान किया है। अप्रत्याशित उछाल इसलिए हुई है क्योंकि भारतीय लेमिनेट उद्योग चीन, यूरोप, जापान और अन्य देशों से आयात पर निर्भर है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दो महीनों में डेकोर बेस पेपर की कीमतें सभी देशों से लगभग 12 से 15 प्रतिशत बढ़ी हैं। आयातकों का कहना है कि कंटेनर का भाड़ा और डॉलर की ऊंची कीमतों के साथ मूल देशों में बढ़ी हुई कीमतें प्रमुख कारक हैं, जिसके चलते भारत में सभी प्रकार के पेपर की लैंडिंग कॉस्ट बढ़ गई है। नई रिपोर्ट के अनुसार, माल ढुलाई भाड़ा में कंटेनर की कमी के कारण लगभग 8 से 10 गुना अप्रत्याशित उछाल देखा गया है, जो आयातित कच्चे माल के सेगमेंट के लिए सबसे बड़ी चिंता है।
डेकोर पेपर आयातकों और विदेशी डेकोर पेपर कंपनियों के प्रतिनिधि कथित तौर पर भारतीय लेमिनेट उत्पादकों को सेवा प्रदान करने के लिए काफी संघर्ष कर रहे हैं। एजेंट सप्लाई डेडलाइन हासिल करने में असमर्थ हैं इसलिए उनके कमिटमेंट पूरा नहीं हो रहे हैं। कथित तौर पर कई मामलों में यह 30 दिन से भी अधिक है, जिसके चलते ग्राहकों को लेमिनेट की सप्लाई में दिक्क्तें हो रही है।
भारतीय डेकोर पेपर प्रिंटर ने भी कीमतों में वृद्धि की घोषणा की है क्योंकि उनके प्रिंट बेस पेपर की कीमतों में 15 से 20 फीसदी की वृद्धि हुई है। भारत की दिग्गज कंपनी, आईटीसी ने भी मूल्य वृद्धि के संकेत दिये है। अहमदाबाद स्थित प्रमुख डेकोर पेपर प्रिंटिंग कंपनी तनिस डेकोर के श्री अरविंद अग्रवाल का कहना है कि चीन से आयात होने वाला उनका प्रमुख कच्चा माल यानी प्रिंट बेस पेपर कई कारणों से 15 से २० फीसदी तक महंगा हो गया है, इसलिए वे कीमतें बढ़ाने को मजबूर हैं। गौरतलब है कि 20 जनवरी से एक महीने के लिए चाइनीज नववर्ष की छुट्टी के कारण घबराहट में डेकोरेटिव पेपर की खरीद हो रही है। मार्च में कीमतें सामान्य होने की उम्मीद है।