पूरे देश में कंस्ट्रक्शन की गतिविधिया शुरू होने से फिल्म फेस शटरिंग प्लाइवुड की मांग में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। विभिन्न परियोजना सलाहकारों और बिल्डरों से प्राप्त रिपोर्ट बहुत उत्साहजनक है, साथ ही फिल्म फेस प्लाइवुड की मांग भी यहीं दर्शाता है। शटरिंग प्लाइवुड मैन्युफैक्चरर्स को वितरकों से अच्छे आर्डर मिल रहे हैं, जो खास कर बड़े कंस्ट्रक्शन साईट और सरकारी परियोजनाओं से आ रही हैं। उत्तर भारत में, फिल्म फेस प्लाइवुड की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स 70 से 90 फीसदी क्षमता पर चल रही हैं, जो प्लाइवुड सेगमेंट में बहुत अच्छी मानी जाती है। लगभग सभी फिल्म फेस शटरिंग प्लेयर्स लंबित आर्डर से काफी उत्साहित है। विभिन्न निर्माण स्थलों पर किये गये प्लाई रिपोर्टर के सर्वे के अनुसार, जो प्रोजेक्ट धीमी गति से चल रहे थे या रुके हुए थे, वे अब अपना काम पूरी तेजी के साथ शुरू कर दिये है, जिसके चलते शटरिंग प्लाई की जरूरतें बढ़ी हैं।
आर्डर फ्लो आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम यूपी और राजस्थान के शहरों से आ रहे है। इन राज्यों में कंस्ट्रक्शन की गतिविधियां तेजी से बढ़ी है, क्योंकि सरकारी परियोजनाओं के अलावा विभिन्न उत्पादों की नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स भी स्थापित की जा रही हैं। पुणे, कोल्हापुर, बड़ौदा, विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम, हुबली, दिल्ली-एनसीआर, मोहाली जैसे व्यावसायिक रूप से अग्रणी शहरों में भी मांग बढ़ रही है। तमिलनाडु में भी स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है। यह राज्य कोविड से लंबे समय तक प्रभावित रहा था। राज्य में ठप पड़ी परियोजना का काम अब फिर से शुरू हो गया है, जिसमें शटरिंग प्लाई की खपत बढ़ी है।
सर्वे के नतीजे से स्पष्ट हैं कि नवंबर के बाद, मदुरई, कोयम्बटूर, त्रिची, सलेम जैसे शहरों में कंस्ट्रक्शन गतिविधियां धीरे-धीरे बढ़ रही है। इसके अलावा, कर्नाटक, ओडिशा में भी इस सेक्टर में अच्छी तेजी हैं। देश के ग्रामीण बाजारों और टियर तीन शहरों में इकोनॉमिकल एमआर ग्रेड शटरिंग प्लाइवुड की काफी मांग है। जबकि बड़ीपरियोजनाओं में 34 किलो पीएफ की मांग पहले की तरह ही है। कुल मिलकर कमर्सियल शटरिंग प्लाइवुड के सेमी-डेंसिफाइड ग्रेड की मांग कोविड महामारी के बाद तेजी से बढ़ी है।
निर्माताओं का कहना है कि उन्हें लगातार आर्डर मिल रहे हैं, हालांकि वे कहते है कि ऑर्डर प्लेसमेंट बहुत ज्यादा तेज नहीं है, लेकिन लगभग 15 दिन के पेंडिंग ऑर्डर हैं। जनवरी में, चंडीगढ़ में फिल्म फेस शटरिंग प्लाइवुड मैन्युफैक्चरर्स की एक मीटिंग हुई थी, जिसमें उन्होंने 1 रुपये प्रति वर्ग फीट कीमत बढ़ाने का फैसला किया था। हालाँकि अभी तक बाजार में कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन आने वाले हफ्तों में इसकी संभावना बढ़ गई है। मांग बढने के साथ मैन्युफैक्चरर्स आत्मविश्वास से भरा और उत्साहित हैं। ऐसी रिपोर्ट हैं कि उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्रों में भी कई शटरिंग प्लाइवुड इकाइयों में विस्तार किये जा रहे है और उनके द्वारा नए प्रेस लगाए जा रहे हैं।