‘चीजें स्थिर हो जाएंगी और कच्चे माल की कीमतें कम हो जाएंगी‘ इसके लंबे इंतजार और उम्मीद के बाद भारत के सबसे बड़े प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग हब ने कीमतों में 8 फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा की है। हरियाणा में मैन्युफैक्चरिंग ग्रुप ने मंथन कर कोर विनियर और केमिकल के इनपुट कॉस्ट को आगे पारित करने की आम सहमति बनाई और पिछले सप्ताह मार्च में तत्काल प्रभाव से तैयार माल की कीमत में वृद्धि की घोषणा की हैं।
हरियाणा प्लाइवुड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एचपीएमए) ने 26 मार्च, 2021 को यमुनानगर में आयोजित कोर कमिटी की बैठक में सभी प्रकार के प्लाइवुड, ब्लॉक बोर्ड और फ्लश डोर्स पर कीमत तत्काल प्रभाव से 8 फीसदी बढ़ाने का फैसला किया। एचपीएमए के सदस्यों ने लकड़ी, फॉर्मल्डिहाइड, फेस विनियर आदि की उंची कीमतों के कारण इनपुट कॉस्ट बढ़ने को लेकर उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की और सर्वसम्मति से निष्कर्ष निकाला कि इकाइयों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए, तैयार उत्पादों की कीमतें बढ़ाना जरूरी है, ताकि बढ़ती कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा किया जा सके। सभी इनपुट मेटेरियल नकदी में खरीदने के कारण क्रेडिट पीरियड भी समाप्त या प्रतिबंधित करने की जरूरत है।
एचपीएमए के अध्यक्ष श्री जे. के. बिहानी ने कहा कि कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के कारण इनपुट कॉस्ट में उल्लेखनीय उछाल आया है, इसलिए अस्तित्व बचाने के लिए तैयार माल की कीमतों में वृद्धि बहुत जरूरी है। एचपीएमए ने तैयार माल को अग्रिम भुगतान या अधिकतम 30 दिनों की क्रेडिट पर बेचने का फैसला किया है।