ग्रीन प्लांट प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले कीटनाशकों या कवकनाशी का बढ़िया स्रोत हैं जिनका विभिन्न तरीकों से उपयोग किया जा सकता है। इस अध्ययन का उद्देश्य इन प्राकृतिक और प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले कीटनाशकों को प्लाईवुड में शामिल करना और इसके परिणाम का मूल्यांकन करना था। इसलिए प्राकृतिक रूप से उपलब्ध प्लांट रिसोर्सेज का उपयोग करते हुए लकड़ी को नष्ट करने वाले जीवों के लिए उच्च विषाक्तता और मनुष्यों के लिए कम विषाक्तता के साथ पर्यावरण के अनुकूल एक ग्रीन प्रिजर्वेटिव विकसित करने का प्रयास किया गया था।
करंज के बीज से निकालने वाले पदार्थ में कॉपर मिलकर 12 मिमी वाले प्लाईवुड के नमूनों में अलग-अलग कंसंट्रेशन (0.5 से 5 फीसदी) पर प्रिजर्वेटिव में शामिल किया गया था, जो कॉपराइज्ड करंज एक्सट्रैक्टिव को ग्लू लाइन पॉइजनिंग के रूप में उपयोग करके निर्मित किया गया था। दीमक और वुड बोरर के खिलाफ वुड प्रिजर्वेटिव के रूप में प्रभावशीलता का पता लगाने के लिए इन नमूनों का मूल्यांकन किया गया था।
अध्ययन में प्राप्त परिणामों से यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग में प्रिजर्वेटिव की 3 फीसदी कंसंट्रेशन का उपयोग किया जा सकता है जो वुड बोरर के खिलाफ प्रतिरोध पैदा कर सकता है। प्रिजर्वेटिव का 3 फीसदी से ऊपर की सांद्रता रेजिन के गुणों में हस्तक्षेप करती है जिससे यह तुलनात्मक रूप से लो ग्लू बॉन्डिंग तैयार करता है। 2 फीसदी और 3 फीसदी कंसंट्रेशन पर जब मेरिन और शटरिंग ग्रेड प्लाईवुड के साथ तुलना की गई, तो डवम्ए डवत् परीक्षण का परिणाम संतोषजनक था।
इससे सम्बंधित पूरा विवरण पीर्टी रिसर्च रिपोर्ट संख्या 184 Copperized Karanj seed (Pongamia pinnata) oil extractive asa protective measure in Plywood Manufacture में उपलब्ध हैं।