प्लाई रिपोर्टर टीम द्वारा छह प्रमुख शहरों में किए गए सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार सितंबर से वुड और डेकोरेटिव पैनल उत्पादों के बाजार में डिमांड की रिकवरी में तेजी है। मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, बैंगलोर, चेन्नई, जयपुर और सूरत के खुदरा विक्रेताओं ने कहा कि सितंबर महीने में बाजार में अच्छा सुधार है। बिक्रेता पूरे वुड पैनल और डेकोरेटिव मेटेरियल की अच्छी लिफ्टिंग दर्ज की है। प्लाई रिपोर्टरटीम ने इन बड़े शहरों में 45 खुदरा विक्रेताओं से बात की, जहाँ वुड पैनल उत्पादों की बड़ी मात्रा में खपत होती हैं।
खुदरा विक्रेताओं का कहना है कि उन्होंने अपने सभी ग्राहकों को सूचित कर दिया है कि अक्टूबर में कीमतों में एक बार और बढ़ोतरी होगी; इसलिए यदि वे सितंबर में मेटेरियल खरीदते हैं, तो अपने इंटेरियर कॉस्ट में लगभग 15 प्रतिशत बचा सकते हैं। खुदरा विक्रेता यह भी पुष्टि करते हैं कि पिछले महीनों में विभिन्न मेटेरियल जैसे लेमिनेट, पीवीसी लेमिनेट, प्लाइवुड, डेकोरेटिव विनियर, पार्टिकल बोर्ड, एज बैंड टेप, पीवीसी बोर्ड, डोर, एसीपी आदि की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे सितंबर तक किसी भी इंटीरियर प्रोजेक्ट की लागत 20 से 25 प्रतिशत बढ़ गई है; और कच्चे माल की कीमतों में और बढ़ोतरी से इनके खर्च 20 फीसदी और बढ़ जाएंगे।
वुड एंड डेकोरेटिव पैनल्स रिटेलर्स का मानना है कि सितंबर में बाजार में तेजी से सुधार हुआ है क्योंकि कई लोग शादी का मौसम शुरू होने से पहले और दशहरा, दिवाली आदि त्योहारों के अवसर पर नए घरों, कार्यालयों, शोरूम आदि में शिफ्ट होना चाहते हैं। सर्वे के दौरान वे प्लाई रिपोर्टर के संवाददाताओं से यह भी कहते हैं कि इंटीरियर के रिनोवेशन का काम मई-जून महीने से रूका हुआ था, जो धीरे-धीरे जुलाई से शुरू हुआ और सितंबर महीने में जोर पकड़ लिया है।
कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के कारण इंटीरियर कॉस्ट में तेजी से, वृद्धि के कारण खुदरा विक्रेता भी चिंतित थे, और कई को नुकसान भी हुआ था क्योंकि उन्होंने पुरानी कीमतों पर अनुबंध के लिए बोली लगाई थी और कीमतों में अचानक वृद्धि के कारण उन्हें कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कीमतें बढ़ने के कारण अक्टूबर महीने में इंटीरियर प्रोजेक्ट के खर्च में लगभग 50 प्रतिशत की तेजीआ सकती है, जिससे उनका मानना है कि यह एक कठिन स्थिति है, हालांकि उन्हें अक्टूबर में भी अच्छी डिमांड की उम्मीद है।