टेक्नीकल ग्रेड यूरिया की जाँच प्लाईवुड इंडस्ट्री के लिए परेशानी का सबब बन गया है। उद्योग के लोग इससे खासा चिंतित है। पिछले 22 जुलाई को लिए गए 16 फैक्ट्रियों के सेम्पल में से तीन में नीम कोटेड पाया गया तो उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दिया गया।
आज 12 अगस्त 2022 को हरियाणा प्लाइवुड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल एसोसिएशन के प्रधान जे के बिहानी के नेतृत्व में माननीय उपायुक्त महोदय श्री पार्थ गुप्ता जी से मिला और उन्हें उद्योग में आ रही इस तरह के टेक्निकल ग्रेड यूरिया की समस्या के बारे में अवगत कराया और एक उन्हें ज्ञापन भी पेश किया।
कई लोगों का कहना है कि इस तरह एफ आई आर किये जाने से इंडस्ट्री सकते में है। इससे अच्छा है कि वे यह काम ही छोड़ दें। गौरतलब है कि जांच में नीम कोटेड मिलने पर के फैक्ट्री ओनर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर नॉनबेलेवल वारंट इशू कर सख्त करवाई करने के निर्देश है।
गौरतलब है कि 22 जुलाई 2022 को करीब 16 फैक्ट्रियों में केंद्रीय फर्टिलाइजर विभाग की टीम की छापेमारी हुई थी उसमें से तीन फैक्ट्रियों के सैंपल नीम कोटेड पाए गए थे लेकिन वह सारे सैंपल सील्ड बैग्स से लिए गए थे और वह बैग फैक्ट्री ओनर्स ने डीलर से खरीदे थे।
ज्ञापन के माघ्यम से आग्रह किया गया कि जब टेक्निकल ग्रेड यूरिया फैक्ट्री मे जैसे आए थे वैसे ही रखे थे। इस स्थिति में अगर कोई रिजल्ट खराब आते हैं तो उसके लिए फैक्ट्री ओनर को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए उसके खिलाफ एफआईआर होना गलत है।
अधिकारी को ज्ञापन सौपने के बाद हरियाणा प्लाइवुड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री जे के बिहानी ने बताया कि इससे उद्योग बड़े सकते हैं और वह काम नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने प्लाई रिपोर्टर को बताया की माननीय उपायुक्त महोदय हमारी बात बड़े ध्यान से सुने। काफी चर्चा हुई उन्होंने एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर महोदय को भी बुलवा लिया था और उनसे तथ्यात्मक रिपोर्ट भी मांगी गई है।
‘‘उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। एसोसिएशन ने उपायुक्त महोदय से अनुरोध भी किया कि जब तक ठीक से जांच नहीं हो जाती इन एफआईआर पर फैक्ट्री ओनर्स के खिलाफ कोई कार्यवाही ना की जाए,‘‘ श्री जे के बिहानी ने बताया।