लूवर पैनल 2022 में चारकोल पैनल के बाद रिटेलर के काउंटरों पर सबसे तेजी से बढ़ने वाले डेकोरेटिव पैनल बन जाएंगे। डेटा और तथ्यों से पता चलता है कि भारत के बाजार में इन पैनलों की बढ़ी हुई, आपूर्ति आपूर्तिकर्ताओं की संख्या में काफी वृद्धि के कारण बढ़ी है, खासकर मैन्युफैक्चरिंग कंपनियांे द्वारा वर्ष 2022 में लूवर की भारी मांग देखने को मिलेगी, जो बाजार में इस उत्पाद की आपूर्ति में वृद्धि होने से बढ़ने वाली है।
प्लाई रिपोर्टर यह भी भविष्यवाणी करता है कि, वर्ष 2022 में, उपलब्धता में वृद्धि और आपूर्ति में तेजी के कारण, आधार वर्ष 2020 की तुलना में कीमत में लगभग 150 से 200 रुपये प्रति वर्ग फुट का सुधार होगा। घरेलू बाजारों में नए प्लेयर्स के आने और दक्षिण कोरिया और चीन से बढ़ते आयात के कारण इस नए साल में आपूर्ति में निश्चित रूप से सुधार देखने को मिलेगी।
साल 2022 में इस क्षेत्र में 5 और प्लेयर्स के आने की उम्मीद है। वर्तमान में, दो भारतीय कंपनियां डेडिकेटेड प्लांट और प्रोसेस के साथ लूवर मैन्युफैक्चरिंग में संलग्न हैं। वर्ष 2022 इस सेगमेंट में उत्तर भारत स्थित निर्माताओं के उद्भव का गवाह बनेगा, जो पहले पश्चिमी क्षेत्र में आयातकों का प्रभुत्व था। उत्तर भारत और गुजरात की कई कंपनियों ने वाणिज्यिक स्तर पर इन पैनलों का उत्पादन करने की कोशिश की है, लेकिन इसका परिणाम 2022 में दिखने की उम्मीद है। वर्ष 2022 में नए आयातकों में वृद्धि होगी और उत्पाद की जागरूकता बढ़ने के साथ स्टॉकिस्टों को भी जोड़ा जाएगा, जिससे बाजार में गलाकाट प्रतिस्पर्धा होगी और कीमतों में महत्वपूर्ण गिरावट देखने को मिलेगी। प्लाई रिपोर्टर के अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2022 में लूवर पैनल के फोल्डर की संख्या भी बढ़ेगी, जिनमें प्रत्येक में 10-15 डिजाइन होंगे।
अगर अन्य हाइलाइटर्स और डेकोरेटिव पैनल की तुलना करें तो लूवर भारतीय बाजार में एक सबसे नया, लोकप्रिय उत्पाद है, जिसे कोविड के बाद काफी स्वीकृति और मांग हासिल हुई है। लूवर शुरू में 8 फुट/5 इंच साइज में उपलब्ध था, लेकिन कई ब्रांड 9 फुट में भी पेशकश कर रहे हैं। इसे वाल पैनल तेजी से इनस्टॉल किया जा सकता है। इसका सुंदर रूप यूजर्स को काफी आकर्षित करता है, और शहरी घरों में इसके एप्लिकेशन तेजी से बढ़ रहे हैं।