साल 2022 में एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड बनाने वाली नई मैन्यूफैक्चरिंग लाइन की भरमार दिखेगी। दोनों सेगमेंट में नार्थ, साउथ और सेंट्रल रीजन में तकरीबन एक दर्जन नए प्लांट लगते हुए दिख सकते हैं, इसलिए अब रेट में संतुलन बनाने और टिम्बर प्लांटेशन में फोकस बढ़ता हुआ दिखेगा। साल 2022 में आर्गनाइज सेक्टर में उत्पादन विस्तार का जोर तो बरकरार दिखेगा, साथ में मझोली कंपनियां भी इस दोड़ में एक छोटी उत्पादन क्षमता के साथ जोर लगाती हुई दिखेगी।
साल 2022 में 6 से 7 नई पार्टिकल बोर्ड लाइन तकरीबन सभी जोन में आती हुई दिख रही हैं, साथ ही नई एमडीएफ लाइनें पंजाब, हरियाणा, गुजरात, आंध्रप्रदेश और उत्तराखंड में आने वाली हैं। एमडीएफ सेक्टर में 19 फीसदी का ग्रोथ रेट बना हुआ है, जो नए प्लांट आने के बाद भी बना रहेगा।
टिम्बर की बढ़ती मांग के साथ साथ, इंडस्ट्री को अब प्लांटेशन बढ़ाने की दिशा में काम करना होगा, और बड़ी कंपनियों को इस मोर्चे में सबसे आगे आकर काम करना होगा। ग्रीन पैनल इंडस्ट्री की ओर से आंध्रप्रदेश में प्लांटेशन को बढ़ाने की दिशा में की गई पहल, और अब गुजरात में मेरिनो लेमिनेट और ग्रीनप्लाई इंडस्ट्री की ओर से इस दिशा में किए जा रहे प्रयास से वुड पैनल सेक्टर मंे टिम्बर की उपलब्धता को लेकर किसानों की आमदनी तक एक नई दिशा 2022 में तय होती दिख रही है।