महामारी के बाद, भारतीय वुड पैनल इंडस्ट्री अब कई बदलाव के दौर से गुजर रही है, जिसका प्रभाव आने वाले सालों में इस सेक्टर पर देखने को मिलेगा। कई मौकों पर मैने कहा है कि साल 2021 से 2030 का दशक सबसे गतिशील समय होगा, जो साल 2020 से, वुड पैनल इंडस्ट्री के लिए बदलाव का यादगार साल माना जाएगा।
साल 2022 एक बड़ी लकीर खींचेगा, जो इंडस्ट्रीज, ट्रेड व होलसेलर के लिए एक नई दिशा तय करेगा। प्रोडक्ट, प्रोडक्टिविटी और पेमेंट में एक आश्चर्यजनक बदलाव देखने को मिलेगा। क्या आप ये बदलाव देख सकते है? आप इसके लिए क्या सुधार करने जा रहें हैं, ताकि इस बदलाव को समझ सकें, आत्मसात कर सकें, और अपने सिस्टम व प्रोसेस में इसे लागू कर सकें? अब इंटीरियर मेटेरियल की खरीद व बिक्री की पहल में बड़ा बदलाव होता दिख रहा है। नई जरूरतों के अनुसार अब पारंपरिक प्रोडक्ट्स की मांग में बदलाव आएगा, जैसे जनरल परपस प्लाई से कैलिब्रेटेड प्लाई, सामान्य एमडीएफ से हाई मॉस्चर प्लस हाई डेंसिटी एमडीएफ, सामान्य क्वालिटी माइका से हाई डिफिनिशन प्लस बेहतर क्लालिटी लेमिनेट, सामान्य पीवीसी बोर्ड से हाई क्वालिटी प्लस बेहतर डेंसिटी वाला डब्ल्यूपीसी आदि। लोअर ग्रेड क्वालिटी से हायर ग्रेड क्वालिटी की ओर बदलाव में तेजी आते हुए दिखेगा। अब फॉली या शॉर्ट कोर वाली प्लाई बननी कम होगी, और सभी कंपनियों के पास ऐसी मशाीन होगी, जो शॉर्ट कोर को फूल कोर में स्टीच कर परिवर्तित कर देगी। कुल मिलाकर, हाई क्वालिटी प्रोडक्ट की स्वीकार्यता बढ़ेगी, और इस पर सवाल उठाने वाले पीछे छूट जाऐंगे।
इस नई क्वालिटी ट्रेंड से प्रोडक्शन वॉल्यूम पर प्रभाव पड़ेगा, जिससे प्रोडक्टिविटी व इफीसिएंशी आगे के सर्वाइवल के लिए जरूरी बन जाऐंगे। प्रोडक्टिविटी को सिर्फ इफीसिएंशाी से हासिल किया जा सकता है, और इंडस्ट्री इसको बखूबी सीख जाएगी।
घटते मार्जिन दबाव के साथ सरकारी तंत्र की बढ़ती सख्ती से निकलने के लिए बेहतर गाइडेड प्लस स्मार्ट वर्किंग इंडस्ट्रीज के लिए एक ही रास्ता होगा, जहां प्रोडक्टिविटी को प्रोडक्शन से ज्यादा अहमियत मिलेगा। इंफिसिएंशी, अब वॉल्यूम से ज्यादा महत्वपूर्ण होगा। साइज के बजाय, प्रोफिट को अहमियत मिलेगी। हालांकि सभी लोग, ये बातें मानते हैं, जानते हैं, लेकिन अब से अपनाया जाएगा, और इस फोकस बढ़ेगा। प्रोडक्ट व प्रोडक्टिविटी में तालमेल तभी बना रहेगा, जब पेमेंट सायकिल बेहतर होगा, इसलिए पेमेंट अनुशासित होना, अब सबसे महत्वपूर्ण होने वाला है। पैसे का बेहतर रोटेशन होना, किसी भी बिजनेस के प्रोफिट व टीके रहने के लिए महत्वपूर्ण है।
वुड पैनल इंडस्ट्री, पेमेंट की अनियमितता और प्रोडक्ट के क्वालिटी शिकायत को लेकर उलझी रहती है, जो काविड महामारी के बाद, तेजी से बदलता हुआ दिख रहा है। अब किसी पार्टी को पेमेंट व्यवहार सीधे तौर पर उसके बेहतर प्रोफिट से जुड़ा हुआ है। पहले प्रोडक्ट के भाव, पेमेंट के लेन देन के हिसाब से बदलते थे, बड़े प्लेयर्स के लिए मौका होता था, लेकिन 2021 के बाद, ये चलन अब सबके लिए एक समान हो गया है। कोई भी दुकानदार चाहे उसकी क्वांटिटी छोटी हो या बड़ी, उसकी डिस्काउंट उसके पेमेंट व्यवहार के आधार पर ही अब मिलता है।
मैं यह देख सकता हूं कि अर्गनाइज वर्क कल्चर की शुरूआत, वुड पैनल सेक्टर में तेजी पकड़ रहा है। साल 2021 से 2030 तक का दशक, निश्चित रूप से आर्गनाइज वर्क की बढ़ोतरी के कर्व को दर्शाएगा, और समय के साथ यह सिद्व होता दिखेगा।
सुरक्षित रहें, पारदर्शी सोच रखें, नया साल सभी के लिए शुभ हो।
प्रगत द्विवेदी
Mail to “dpragat@gmail.com”, (M) 9310612991