श्री जयदीप चितलांगिया, प्रबंध निदेशक, सारदा प्लाइवुड इंडस्ट्रीज लिमिटेड
सारदा प्लाईवुड इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एसपीआईएल) प्लाइवुड उद्योग में अपनी सफल 60 साल की यात्रा का जश्न मना रहा है। इनका ब्रांड ड्यूरो उच्च गुणवत्ता वाले प्रीमियम प्लाइवुड उत्पादों की पेशकश के लिए जाना जाता है और भारत में शीर्ष 5 प्लाइवुड ब्रांड में से एक है। 220 करोड़ रुपये के वार्षिक कारोबार के साथ, एसपीआईएल वर्तमान में दो यूनिट है, पहली राजकोट, गुजरात में 24,000 एनए प्रति दिन की क्षमता और दूसरा यूनिट जेयपोर, असम में प्रति दिन 12,000 एनए की क्षमता वाला है। कंपनी प्लाइवुड, ब्लॉक बोर्ड, फ्लश डोर और डेकोरेटिव विनियर का उत्पादन करती है। कंपनी हर वर्ष में 10 फीसदी सालाना विकास दर प्राप्त करती है, जिनका उत्तर भारत में मजबूत बाजार उपस्थिति है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में ब्रांड ड्यूरो ने महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और ओडिशा में अपनी उपस्थिति बढ़ाई है।
कंपनी श्री जयदीप चितलांगिया (जेसी) जो इस उद्योग में एक प्रभावशाली व्यंितव के रूप में जाने जाते हैं, के सक्षम मार्गदर्शन के तहत अपनी विकास को बनाए रखी है। प्लाई रिपोर्टर ने उन्हें एसपीआईएल के सफल 60 साल की यात्रा के अवसर पर साक्षात्कार दिया, जो वुड पैनल उद्योग और व्यापार से जुड़े हर लोगों के लिए पढ़नीय है।
एसपीआईएल की तीसरी पीढ़ी के उद्यमी श्री अखिलेश चितलांगिया ने यूएस से अर्थशास्त्र में बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल करने के बाद, साल 2010 में कंपनी का हिस्सा बनें। वे मार्केटिंग एंड सेल्स देखते हैं और सफलतापूर्वक ड्युरो ब्रांड को अन्य राज्यों जैसे आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में विस्तार कर रहे है। उन्होंने पिछले 7 साल में मार्केटिंग और प्रोडक्ट प्लेसमेंट में महत्वपूर्ण बदलाव किया हैं और उन्हें वे हर एक मौके के लिए हर नई चुनौती का सामना करने को तैयार रहतें हंै। अखिलेश चितलांगिया (एसी), एमडी के साथ बातचीत के दौरान उपस्थित थे और कई सवालों का जवाब भी दिया।
Q. सफलता और विफलताओं के यादगार क्षण क्या हैं? (असम में बंद होने या सफलता के पल जो आप ड्यूरो ब्रांड के साथ हासिल किए, आपको कैसा और क्या महसूस हुआ था)?
A . (जेसी):1996 में असम कारखाने का बंद होना, इस कंपनी और उद्योग के लिए सबसे कठिन दौर में से एक था। हालांकि, हम उन समय से बाहर आने में कामयाब रहे। उस समय हमें नहीं पता था कि क्या होगा और कैसे चीजें बदलेंगी। लेकिन इस साल हमने अपने 60 वें वर्ष का जश्न मना रहें हंै। वह अपने आप में एक बड़ी सफलता है।
Q. आपने पिछले 10 वर्षों में क्या बदलाव महसूस किए हैं?
A . (जेसी):उद्योग एक विक्रेता बाजार से बदल कर क्रेता बाजार में बदल गया है, परिणामस्वरूप प्रक्रियाओं में काफी नवीनता और सुधार हुए हैं। इस देश के रियल एस्टेट सेगमेंट में गिरावट के बावजूद, हमारे उद्योग ने अभी भी मजबूत विकास का प्रबंधन किया है, जो यह दिखाता है कि इस देश के मूलभूत तत्व और हमारे उद्योग मजबूत हैं।
एक और बड़ा परिवर्तन मैंने देखा है कि डीलरों, खुदरा विक्रेताओं और वितरकों की नई पीढ़ी इस व्यापार में शामिल होने के इच्छुक नहीं हैं। यह बेहद चिंताजनक है और इसका मूल कारण यह है कि उद्योग शैडो अर्थव्यवस्था से प्रेरित हो रहा है। हमें उम्मीद है कि जीएसटी के साथ और जल्द ही ई-वे बिल लागू किये जाने से इस खतरे को रोकने में मदद मिलेगी।
Q. आप एफआईपीपीआई में महत्वपूर्ण पद पर हैं और विभिन्न अवसरों पर विभिन्न सरकारी प्लेटफॉर्मं पर प्लाई इंडस्ट्री का प्रतिनिधित्व करते हैं, आप किन अवसरों को महसूस करते हैं जिसका लाभ उठाया गया है और किन अवसरों को खो दिया गया? प्लाइवुड उद्योग को प्लांटेशन टिम्बर, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान एवं विकास के मुद्दों पर सरकार से समर्थन प्राप्त करने के लिए कैसे लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए?
A . (जेसी):इस उद्योग को सरकार से बहुत समर्थन प्राप्त नहीं होता क्योंकि इसे कच्चे माल (गलत धारणा) के रूप में लकड़ी पर निर्भरता के कारण नकारात्मक उद्योग माना जाता है। यह इस तथ्य से भी परिलक्षित होता है कि इसके मुख्य मंत्रालय एमओईएफ है और यह वाणिज्य मंत्रालय का हिस्सा नहीं है।
Q. आपको पब्लिक लिस्टिंग के लिए क्या प्रेरित किया और उसके बाद आप क्या क्या परिवर्तन देखते हैं?
A . (जेसी):हम 1984 में पब्लिक लिस्टिंग के लिए गए थे। यह एक बहुत लंबा समय था और मैं तुरंत ही व्यवसाय में शामिल हुआ था। मुझे लगता है कि हम उत्पादन क्षमता में विस्तार कर रहे हैं और हमें इसके लिए पूंजी की जरूरत है।
Q. क्या आप अगले 1-2 वर्षों में क्षमता विस्तार में कोई अवसर देखते हैं?
A . (एके):हाँ हमारे पास बहुत अधिक और मजबूत वृद्धि और विस्तार की योजनाएं है।
श्री अखिलेश चितलांगिया
एसपीआईएल की तीसरी पीढ़ी के उद्यमी श्री अखिलेश
चितलांगिया ने यूएस से अर्थशास्त्र में बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल करने के बाद, साल 2010 में कंपनी का हिस्सा बनें। वे मार्केटिंग एंड सेल्स देखते हैं और सफलतापूर्वक ड्युरो ब्रांड को अन्य राज्यों जैसे आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में विस्तार कर रहे है। उन्होंने पिछले 7 साल में मार्केटिंग और प्रोडक्ट प्लेसमेंट में महत्वपूर्ण बदलाव किया हैं और उन्हें वे हर एक मौके के लिए हर नई चुनौती का सामना करने को तैयार रहतें हैं। अखिलेश चितलांगिया (एके), एमडी के साथ बातचीत के दौरान उपस्थित थे और कई सवालों का जवाब भी दिया।
यदि हम वर्षों से एक ही उत्पाद को लेकर चलते हैं, तो हमें पकड़ा जाएगा। यही कारण है कि हमने निवेश किया है और सफलतापूर्वक ड्यूरो टेकप्लाई का मार्केटिंग किया है - जो 100 फीसदी यूरोपीय बिच वुड से बनाया गया है। यह उत्पाद नियमित प्लाइवुड की तुलना में तकनीकी रूप से अधिक उन्नत है और उपयोगकर्ता को डेकोरेटिव प्लाइवुड का अतिरिक्त लाभ देता है।
Q. उत्तर भारत में आपके ब्रांड की बहुत लोकप्रियता और ब्रांड वैल्यू के बावजूद वहां कोई उत्पादन इकाई नहीं है? क्या आपको नहीं लगता है, आप ऐसे स्थान पर जहां दूसरे ब्रांड बेहतर स्थान पर हैं आप कुछ खो रहे हैं?
A . (एके):हां, खासकर मध्यम और निम्न सेगमेंट में विकास के लिए हमने उस अवसर को खो दिया है। हालांकि, पार्टनरशिप संबंधों के साथ हम अब उस अंतर को भरने करने की तलाश कर रहे हैं।
Q. जीएसटी के बाद प्लाइवुड कारोबार पर आप क्या असर देखते है?
A . (जेसी):हम बहुत आश्वस्त हैं कि जीएसटी इस उद्योग और विशेष रूप से संगठित क्षेत्र के उद्योमियों के लिए एक प्रमुख बढ़ावा होगा। हालांकि, 28 फीसदी की मौजूदा जीएसटी स्लैब इस उद्योग के लिए एक चोट की तरह है। अगर जब तक जीएटी को कम नहीं किया जाता, तथा ई-वे बिल लागू नहीं किया जाता है, तब तक जीएसटी के सही लाभों को प्राप्त नहीं किया जा सकेगा।
Q. अन्य संगठित प्लाइवुड कंपनियां, जिन्होंने विदेशी कारखाने एक बड़े अवसर को देखा इसके बावजूद, आपने अब तक किसी भी तरह अन्य देशों में निवेश क्यों नहीं किया?
A . (जेसी):हमने कभी ऐसा महसूस नहीं किया कि वहां हमारे लिए दीर्घकालिक विकल्प होगा। इन देशों में से कई अभी भी मजबूत वनों के नियमों के बिना विकसित हो रहे हैं और इस प्रकार उनकी नीतियों में बहुत अस्थिरता है। हमने पिछले दो दशकों में देखा है, इन देशों में सरकार अपनी नीतियों को रातोंरात बदल देती है और यह बहुत अनिश्चितता लाती है, जो पहले की कई गतिविधियों से स्पष्ट होता है।
Q. आपके शीर्ष 5 पश्चाताप और शीर्ष 5 सकारात्मक निर्णय क्या हैं?
A . (जेसी):सब कुछ सकारात्मक है और कोई पछतावा नहीं है
Q. किस ब्रांड को आप आदर्श के रूप में मानना पसंद करते हैं और क्यों?
A . (एके):एप्पल! जिस तरह से वे बाजार के लिए पेश करते हैं ।
Q. प्लाइवुड के साथ सबसे अच्छी चीजें, जो अन्य वैकल्पिक पैनलों पर एक लाभ साबित होगा?
A . (जेसी):इसकी समग्र ताकत और स्थायित्व एक लाभ साबित होता रहेगा।
Q. आप भविष्य में प्लाइवुड उद्योग के लिए लकड़ी की आपूर्ति का परिदृश्य कैसे देखते हैं? गर्जन की कमी (विशेष रूप से ब्रांडेड प्लाइवुड सेगमेंट के लिए) के बाद आप क्या बदलाव देख रहे हैं?
A . (एके):हमारे उद्योग में, हम गर्जन से काफी प्रभावित हैं और व्यापार यह मानता है कि जो लाल है, वह गर्जन है। हमें यह महसूस करना होगा कि गर्जन से परे भी एक दुनिया है। गर्जन अब आर्थिक रूप से व्यवहार्य नहीं हैं और सही गुणवत्ता में उपलब्ध नहीं हैं। इससे पहले कि हम एक बदलाव देखे, यह सिर्फ समय की बात है। जो लोग जीतनी जल्दी गर्जन के विकल्प को अपनाऐंगे, उन्हें निश्चित तौर पर पहले फायदा होगा।
हम बहुत आश्वस्त हैं कि जीएसटी इस उद्योग और विषेश रूप से संगठित क्षेत्र के उद्योमियों के लिए एक प्रमुख बढ़ावा होगा। हालांकि, 28 फीसदी की मौजूदा जीएसटी स्लैब इस उद्योग के लिए एक चोट की तरह है। जब तक जीएटी को कम नहीं किया जाता, तथा ई-वे बिल लागू नहीं किया जाता है, तब तक जीएसटी के सही लाभों को प्राप्त नहीं किया जा सकेगा।
Q. हालिया विकास में, केंद्र सरकार ने एमओईएफ के दिशानिर्देशों में कुछ बदलाव किए हैं ताकि वुड पैनल उद्योग को लाइसेंसिंग से मुक्त किया जा सके। आप आने वाले वर्षों में क्या प्रभाव देखते हैं?
A . (जेसी):यह वास्तव में कोई बात नहीं होना चाहिए। यह हमेशा मांग और आपूर्ति से निर्धारित होता है। यदि अतिरिक्त क्षमता है तो लोग बाजार में प्रवेश करेंगे, यदि कमी है तो प्लेयर्स बाजार से बाहर निकल जाएंगे। मुझे इससे उद्योग में विस्तार एवं प्रवेश करने के लिए आसान बनाने के अलावा कोई फर्क नहीं दिखता है।
Q. कौन से सबसे सफल उत्पाद हैं जिससे आपके राजस्व वृद्धि आई हैं या पिछले 7 वर्षों के दौरान ड्यूरो के ब्रांड वैल्यू को मजबूत किया हैं?
A . (एके):हमारी मुख्य ताकत बाजार के प्रीमियम सेगमेंट में रही है और हमारे विकास का अधिकांश हिस्सा यहां से आया है। हमने हाल ही में कुछ बाजार में ब्रांडेड किफायती सेगमेंट के लिए प्लाइवुड और ब्लॉक बोर्ड का टॉवर ब्रांड लॉन्च किया है और यह हमारे विकास को भी अच्छी तरह से आगे ले जा रहा है।
Q. बढ़ते लैमिनेट की मांग के संबंध में आप नेचुरल डेकोरेटिव विनियर के विकास दर कैसे देखते हैं?
A . (एके):मुझे लगता है कि दोनों बढ़ेंगे। दोनों उत्पादों ने बाजार में अपनी जगह बनाई है। जिन क्षेत्रों में दोनों उत्पाद व्यापक पैमाने पर प्रतिस्पर्धा करते हैं, वे बहुत भिन्न हैं।
Q. आप एमडीएफ और डब्ल्यूपीसी के बढ़ते बाजार के प्रभाव को कैसे देखते हैं? प्लाईवुड की मांग पर 6-7 साल बाद नकारात्मक प्रभाव पड़ेगी, एक बार फिर से तैयार फर्नीचर की स्वीकृति गहराई से फैल जाएगी। इस पर आपका क्या विचार है ?
A . (जेसी):मुझे नहीं लगता कि प्लाइवुड उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उद्योग उच्च गति की वृद्धि कभी नहीं देख सकता है, लेकिन एक बढ़ती मांग हमेशा रहेगी।
हालांकि, बने रहने और बढ़ने के लिए, इनोवेशन की आवश्यकता होगी। यदि हम वर्षों से एक ही उत्पाद को जारी करते हैं, तो हमें पकड़ा जाएगा। यही कारण है कि हमने निवेश किया है और सफलतापूर्वक ड्यूरो टेकप्लाई को मार्केटिंग किया है - जो 100 फीसदी यूरोपीय बिच वुड से बनाया गया है। यह उत्पाद नियमित रूप से प्लाइवुड की तुलना में तकनीकी रूप से अधिक उन्नत है और उपयोगकर्ता को डेकोरेटिव प्लाइवुड का अतिरिक्त लाभ देता है।
Q. आप डेकोरेटिव दरवाजे और हाई एन्ड रेडीमेड डोर के क्षेत्र में डोर इंडस्ट्री के विकास को कैसे देखते हैं?
A . (एके):फ्लश डोर एक बेहद मजबूती से बढ़ता सेगमेंट है। कई सालों से, डोर एक द्वितीय उत्पाद के रूप में प्रचारित किया गया, लेकिन अब यह मुख्य धारा में जा रहा है। भारतीय कंपनियां अब फ्लश डोर सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित कर रही है, और इसके अलग से इकाइयां स्थापित हो रही हैं। इस सेगमेंट में भी बहुत सारे वैल्यू एडिसन हुए हंै।
Q. जब आर्गनाइज वुड पैनल उद्योग पर इक्विटी मार्केट इतनी तेजी से बढ़ रहा है, तो क्या आपको कोई भी फंड जुटाने की संभावना दिखती है?
A . (जेसी):हां, लेकिन व्यापार प्रथाओं की वजह से निवेशक इस स्थान के बारे में बहुत अधिक आश्वस्त नहीं रहे हैं।
Q. ‘पिछले 10 वर्षों के दौरान पैनल उद्योग और व्यापार के लिए प्लाई रिपोर्टर की भूमिका‘ पर आपका क्या विचार है?
A . (जेसी):सरल शब्दों में प्लाई रिपोर्टर के पैनल उद्योग में योगदान को बयान करना न्याय संगत नहीं हो सकता। प्लाई रिपोर्टर इस उद्योग में अराजकता के समुद्र में शांत होने की आवाज है।
प्लाई रिपोर्टर में जो अन्य व्यापार पत्रिकाओं से बहुत अलग है, वह यह है कि यह कठिन सत्य बताता है। इसके द्वारा दिया गया विवरण और अनुसंधान का स्तर काफी उल्लेखनीय है। प्रगत जी, राजीव जी और प्लाई रिपोर्टर की पूरी टीम को हमेशा इस उद्योग को बेहतर ढंग से आगे बढ़ाने में योगदान के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।