लूवर्स के बाजार में प्रोडक्ट ऑफरिंग में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा जा रहा है जिससे कीमतों में गिरावट आ रही है। हालांकि भारतीय बाजार में एक नया उत्पाद होने के नाते, यह अभी भी सबसे तेजी से बढ़ रहा है और डेकोरेटिव पैनल या इंटीरियर वॉल क्लैडिंग सॉलूशन में इसकी काफी अच्छी मांग है। जब उत्पाद को 2019 में बाजार में पेश किया गया था, तो इसका साइज सामान्य रूप से 12 मिमी की यूनिफार्म थिकनेस के साथ 8 फीट 5 इंच में उपलब्ध था, लेकिन समय के साथ, जैसे-जैसे उत्पाद की पेशकश बाजार में बढ़ती गई, साइज बदलकर 8 फीट से 9 फीट ऊंचाई और 5 इंच से 12 इंच चैड़ाई हो गई।
शुरू में, उत्पाद 12 मिमी थिकनेस में उपलब्ध था लेकिन अब यह कुछ ब्रांडों में 10 मिमी तक कम हो गया है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ, प्रोडक्ट के थिकनेस में कमी देखी जा रही है और इसके वजन में भी इसी तरह की कमी देखी गई है। बाजार के सूत्रों ने कहा कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नए तरीके देखे जा रहे हैं और थिकनेस तथा वजन में कमी के साथ कीमतें भी नीचे जा रही हैं।
व्यापारियों का दावा है कि थिकनेस और वजन में कमी ने उनकी बिक्री पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं डाला है; वास्तव में, कीमत कम होने से ग्राहक खुश हैं, क्योंकि इसके साथ, उनका प्रोडक्ट कॉस्ट तदनुसार कम हो गया है। नए पेश किए गए 12 इंज लूवर में भी थिकनेस में उल्लेखनीय कमी देखी गई है। रिटेलर्स बताते हैं कि प्रतिस्पर्धा के कारण, सभी सेगमेंट में कीमत में लगभग 15 फीसदी की गिरावट आई है, और उस कीमत से मेल खाने के लिए, मैन्युफैक्चरर्स थिकनेस और वजन से समझौता कर रहे हैं।
हालांकि, दो वर्षों में इस सेगमेंट में बहुत सारे इनोवेशन किए गए हैं, इसलिए प्रोडक्ट का ग्रोथ अन्य इंटीरियर डेकोरेटिव सॉल्यूशंस की तुलना में तेजी से हुआ है। यह उत्पाद शुरू में महानगरों और बड़े शहरों में लोकप्रिय था, लेकिन धीरे-धीरे यह टियर टू और टियर थ्री शहरों में पहुंच गया और हर जगह काफी अच्छी मांग दिख रही है।
इस सेगमेंट में, बाजार में 100 से अधिक कैटलॉग हैं और गुजरात और उत्तर भारत में एक दर्जन से अधिक डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरर हैं। कोरिया और चीन से भी बड़ी मात्रा में आयात किया जा रहा है। कलर और डिजाइन के मामले में लगातार इनोवेशन और नियमित नई पेशकश के कारण इम्पोर्टेड लूवर्स की बाजार हिस्सेदारी ज्यादा है।