श्री गोपाल उद्योग ने 1997 में प्लाइवुड इन्डस्ट्री में एक पीलिंग यूनिट के साथ कदम रखा, और अगले ही साल एक 10 डेलाइट हाॅट प्रेस लगाकर, प्लाइवुड का उत्पादन शुरू किया। उत्पाद और सेवाओं की प्रीमियम गुणवत्ता के साथ-साथ बढ़ती मांग ने उन्हें जल्द ही चार हाॅट प्रेसें लगाकर, एक स्थापित बुनियादी ढांचे के साथ उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। आज, कंपनी का नेतृत्व एक युवा, सक्षम और प्रतिबद्ध उद्यमी श्री अभिषेक मनिकटहला कर रहे है, जो एक नयी शैली के उद्यमी है, जिनका दृष्टिकोण वर्तमान उत्पादन क्षमता को दोगुनी कर, कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का है।
उनके नेतृत्व में डर्बी प्लाइवुड एक पूर्ण-संगठित कार्य संस्कृति तथा अति आधुनिक फैसिलिटी में गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की विविधता तथा गुणवत्ता, जो अपनेआप में बेजोड़ है, के साथ आगे बढ़ रहा है। यह साक्षात्कार उभरते उद्यमियों के साथ-साथ उत्तर भारत के प्लाइवुड कंपनियों समेत अन्य मिड-सेगमेंट प्लेयर्स के लिए पढ़ने लायक है।
Q. आप प्लाइवुड मैन्यूफैक्चरिंग में कब और कैसे आए? इस ग्रोथ की वजह क्या है?
A. हमने 1997 में यमुनानगर में लॉग पीलिंग के साथ शुरुआत की और फिर धीरे-धीरे 1998 में प्लाइवुड मैन्यूफैक्चरिंग में कदम रखा और 10 डेलाइट प्रेस के साथ शुरुआत की, उस समय उत्पादन लगभग 3.0 लाख वर्ग फिट था। आज हमारे पास 4 हॉट प्रेस के साथ 11 लाख की क्षमता है। पिछले दो दशकों से हमारी लगातार गुणवत्तापूर्ण उत्पादन हमारे विकास में मददगार साबित हुई, साथ ही हमारे ब्रांडिंग जो हम प्रत्येक गुजरते दिन के साथ तेज करते जा रहे हैं, ने इसकी गति तेज की। जमीनी स्तर पर नेटवर्किंग और उद्योग के लिए सम्मान और सार्वजनिक संबंधों ने हमें इस विकास को बढ़ावा देने में बहुत मदद की है। हम समझते हैं कि अनुसंधान और
विकास के साथ, उत्पाद और उत्पादन प्रक्रिया जो इसकी कुंजी है, पर निवेश करना हमें प्रतिस्पर्धा से आगे रहने में हमारी मदद करता है।
Q. वर्तमान में आपका बुनियादी ढांचा और उत्पादन क्षमता क्या है और किस प्रकार के उत्पाद का निर्माण किया जा रहा है?
A. श्री गोपाल उद्योग एक प्रेस के साथ शुरू हुआ और अब इसमें 11 लाख वर्ग फुट के आसपास उत्पादन क्षमता के साथ 4 प्रेसें हैं। वर्तमान में हम प्लाइवुड (आईएस 303 और आईएस 710), ब्लाॅक बोर्ड (आईएस 1659) और फ्लश डोर (आईएस 2202) का उत्पादन कर रहे हैं। बहुत जल्द हम डेंसिफाइड प्लाइवुड मैन्यूफैक्चरिंग में प्रवेश करने जा रहे हैं।
डोर इंडस्ट्री में निस्संदेह एक उज्ज्वल भविष्य है। उत्तरी और मध्य भारत इसके लिए सबसे बड़ा बाजार है। भारत एक तेजी से आगे बढता विकासशील देश है और सरकार कई परियोजनाओं को चलाकर आधारभूत संरचना पर जोर दे रही है जिसके लिए उन्हें लगातार इसकी जरूरत है जिसके चलते मांग लगातार बढ़ रही है। पाइपलाइन में कई परियोजनाएं हैं और मुझे दरवाजे की मांग को लेकर किसी भी बड़ी समस्या का अंदेशा नहीं है।
Q. आपकी विस्तार योजना और क्षमता निर्माण तंत्र क्या है?
A. हम नए बाजार को हासिल करने, मौजूदा उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार करने और डर्बी प्लाइवुड का नाम हरेक घर में गूंजने जैसा बनाने के लिए तैयार हैं। हम एक और प्रेस स्थापित करने जा रहे हैं जो हमारी क्षमता को 15 लाख वर्ग फीट तक बढ़ाएगा। हम अपने उत्पादन को बढ़ाने के लिए स्पष्ट हैं साथ ही हमारे उत्पादन खर्च को कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
Q. आने वाले दिनों में लकड़ी की उपलब्धता कम हो जाएगी क्योंकि पोपलर का वृक्षारोपण बहुत कम है। आपका क्या अनुमान है?
A. हम सभी जानते हैं कि पोपलर और सफेदा मुख्य प्रजातियां हैं, जो प्लाइवुड उत्पादन का आधार बनाते हैं। हम यह भी जानते हैं कि पिछले कुछ सालों में कम कीमतों के कारण दोनों प्रकार के लकड़ियों की आपूर्ति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। हरियाणा में लाइसेंस खुलने से कई नई इकाइयां स्थापित की जा रही हैं, जिसने लकड़ी की कीमत और खरीद के संबंध में कई अन्य समस्याओं को जन्म दिया है। पिछले चार वर्षों से पोपलर को बहुत कम कीमत दिया गया था, जिसके कारण किसानों ने तंग आकर इस लकड़ी के वृक्षारोपण को रोक दिया जिसने वर्तमान संकट को पैदा किया। आने वाले दिनों में उद्योग के लिए महत्वपूर्ण चुनौती किसानों को टिकाऊ कीमतों पर पर्याप्त मात्रा में खरीदकर उन्हें लाभदायक रूप से बढ़ते रहने के लिए मदद करना है ताकि वे इन लकड़ियों की खेती कर सके।
Q. जीएसटी के बाद, प्लाइवुड उद्योग में विशेष रूप से यमुनानगर के कारखानों के संचालन में आप क्या परिवर्तन देखते हैं?
A. खैर, हम सभी जानते हैं कि यमुनानगर बाजार मुल रूप से एक असंगठित बाजार है जो अपने उत्पादों को किसी तरह बेचने में विश्वास करता है। जीएसटी के पहले लोग बिलिंग के बिना अपने उत्पादों को बेच रहे थे जो उन लोगों के लिए कई समस्याएं खड़ी कर रहे थे जो जीएसटी के साथ अपने उत्पाद की कीमत काफी हद तक कम करना चाहते थे। हालांकि, जीएसटी ने हमें आशा की किरण दिखाई है और यह एक जमाने के बाद हमारे उद्योग के लिए सबसे अच्छी बात है। जीएसटी ने उद्योग को अपनी मानसिकता और आदतों को बदलने के लिए मजबूर कर दिया है। अब, व्यवसायियों ने अपने उत्पादों को बिलों पर बेचना शुरू कर दिया है और अपने कच्चे माल के लिए बिल स्वीकार कर रहे है, जो वास्तव में संगठित प्लेयर्स के लिए एक बड़ा बढ़ावा है। जैसे-जैसे हम बिलों पर काम करते हैं, हमारी बैलेंस शीट पहले की तुलना में काफी मजबूत होती जा रही है। हमारी मजबूत बैलेंस शीट्स के माध्यम से हम बैंकिंग क्षेत्र से सर्वश्रेष्ठ ऑफर का लाभ उठा सकते हैं। बैंकिंग क्षेत्र से सहायता प्राप्त करके हम अपनी इकाइयों की क्षमताओं को बढ़ा सकते हैं। यह सब जीएसटी के कारण हुआ है।
Q. बाजार में उपलब्ध पीवीसी बोर्ड, एमडीएफ, पार्टिकल बोर्ड इत्यादि जैसे वैकल्पिक उत्पादों से आप क्या कुछ चुनौतियां देखते हैं?
A. वर्तमान में हम उपरोक्त उत्पाद लाइन में किसी भी प्रतिस्पर्धा का सामना नहीं कर रहे हैं क्योंकि अब गेम साफ सुथरी और बेहतर है। यह सबसे साफ सुथरे और सबसे अच्छे के लिए अस्तित्व का मामला है। हालांकि, भविष्य में यदि कीमत का अंतर बढ़ता है तो हमें कुछ प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती हैं, अन्यथा, हम वर्तमान में इन सभी परिस्थितियां में स्थिर हैं।
Q. आपकी राय में, डोर इंडस्ट्री का परिदृश्य कैसा है?
A. डोर इंडस्ट्री में निस्संदेह एक उज्ज्वल भविष्य है। उत्तरी और मध्य भारत इसके लिए सबसे बड़ा बाजार है। भारत एक तेजी से आगे बढ़ता विकासशील देश है और सरकार कई परियोजनाओं को चलाकर आधारभूत संरचना पर जोर दे रही है जिसके लिए उन्हें लगातार इसकी जरूरत है जिसके चलते मांग लगातार बढ़ रही है। पाइपलाइन में कई परियोजनाएं हैं और मुझे दरवाजे की मांग को लेकर किसी भी बड़ी समस्या का अंदेशा नहीं है।
जीएसटी के बाद प्रतिस्पर्धा हम सभी के लिए कड़ी है - चाहे बड़े ब्रांड हों या स्थानीय प्लेयर, सभी समान बाजार और टैक्सेशन के परिदृश्यों के अंतर्गत एक छतरी के नीचे काम करते हैं। मुझे लगता है कि ब्रांड की स्थिति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और नए व्यवसाय को हासिल करने और चलाने के लिए आवश्यक होगी। हम नीचले स्तर पर भी आक्रामक रूप से षामिल हैं - अधिक से अधिक और नियमित रूप से कारपेंटर और डीलर मीट कर रहे है ताकि एक स्वस्थ, पारदर्शी और पारस्परिक रूप से लाभप्रद प्रस्तावों को स्थापित करने में मदद मिले। हम व्यापक आधार पर कनेक्ट और सेवा प्रदान करने के लिए हमारी बिक्री और मार्केटिंग टीमों को भी बढ़ा रहे हैं। अब यह हमारी रणनीतियों और भविष्य की नीतियों को बनाए रखने और इसे प्रतिबधता से पालन करने का समय है ताकि बाजार में स्वतंत्र रूप से सांस ले सकें।
Q. जीएसटी युग में ब्रांड, मार्केटिंग और गुणवत्ता एक प्रमुख भूमिका निभाएगी। आपकी अगली रणनीति क्या होगी?
A. जीएसटी के बाद प्रतिस्पर्धा हम सभी के लिए कड़ी है - चाहे बड़े ब्रांड हों या स्थानीय प्लेयर, सभी समान बाजार और टैक्सेशन के परिदृश्यों के अंतर्गत एक छत के नीचे काम करते हैं। मुझे लगता है कि ब्रांड की स्थिति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और नए व्यवसाय को हासिल करने और चलाने के लिए आवश्यक होगी। हम नीचले स्तर पर भी आक्रामक रूप से शामिल हैं - अधिक से अधिक और नियमित रूप से कारपेंटर और डीलर मीट कर रहे है ताकि एक स्वस्थ, पारदर्शी और पारस्परिक रूप से लाभप्रद प्रस्तावों को स्थापित करने में मदद मिले। हम व्यापक आधार पर कनेक्ट और सेवा प्रदान करने के लिए हमारी बिक्री और मार्केटिंग टीमों को भी बढ़ा रहे हैं। अब यह हमारी रणनीतियों और भविष्य की नीतियों को बनाए रखने और इसे प्रतिबधता से पालन करने का समय है ताकि बाजार में स्वतंत्र रूप से सांस ले सकें।
Q. मिड साइज्ड प्लाइवुड कंपनी के लिए विज्ञापन कितना महत्वपूर्ण है और उन्हें कितना बजट बनाना चाहिए?
A. विज्ञापन ऑक्सीजन है और विशेष रूप से मध्य आकार की प्लाइवुड कंपनियों के व्यापार के लिए बहुत सहायक है। डिजिटल और सोशल मीडिया के अभूतपूर्व गति से बढ़ने के साथ, इनपर उपस्थित होने और लगातार दिखना और अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। लगातार उपस्थिति बनाए रखना ब्रांड को जीवित रखता है। रणनीतिक रूप से, एक व्यवसाय को अच्छा करने के लिए अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा इनपर निवेश करना चाहिए। यदि वे अपने ब्रांड के लिए कुछ भी नहीं कर रहे हैं तो मुझे लगता है कि वे जल्द ही बड़े उद्योगों के लिए जाॅब वर्क करेंगे या थोड़े समय में बंद हो जाएंगे।
Q. मेरिन ग्रेड प्लाइवुड के लिए आपका दृष्टिकोण क्या है?
A. आजकल असली मेरिन ग्रेड प्लाइवुड 710 बेचना एक चुनौती है। आज के बाजार में बहुत से लोग एमआर ग्रेड प्लाइवुड पर आईएस 710 स्टम्पिंग कर रहे हैं ताकि वे अपनी सेल्स वॉल्यूम बढ़ा सकें। बाजार में, आईएस 710 के साथ ऐसे नकली उत्पाद की मांग प्रति दिन बढ़ रही है। इस तरह के नकली मेरिन ग्रेड प्लाइवुड का मुकाबला करना एक चुनौती है क्योंकि इस तरह के उत्पाद का मूल्य मूल मेरिन ग्रेड प्लाइवुड से काफी कम है। मेरिन ग्रेड प्लाइवुड पर मेरा विचार बहुत स्पष्ट है - हमें उन क्षेत्रों को खोजने की जरूरत है जहां मेरिन ग्रेड प्लाइवुड की वास्तविक मांग है और अच्छे डीलरों को ढूंढने होंगे जो वास्तविक मेरिन ग्रेड उत्पाद बेच सकते हैं। इसलिए मेरा मुख्य ध्यान इंदौर, उड़ीसा और मुंबई जैसे शहरों पर है जहां मेरिन ग्रेड प्लाइवुड की वास्तविक मांग है।
Q. असली मेरिन ग्रेड प्लाई को कैसे बढ़ावा देना चाहिए ?
A. डर्बी प्लाइवुड आईएसआई अनुमोदित प्रमाण पत्र प्रदान करता है और सरकार ने हमारे डीलरों को अनुमोदित प्रयोगशाला परीक्षण प्रमाण पत्र दिए है जो उचित और कानूनी रहने का एकमात्र तरीका है।
Q. अगले दस वर्षों के लिए आपकी क्या योजना है?
A. हमारी उत्पादन क्षमता को दोगुना करना, नए उत्पादों को इंनोवेट करने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करना, उत्पाद और ब्रांड रिकॉल के लिए हमारी ब्रांड इमेज को बढ़ाना, हमारी सेल्स टीमों को मजबूत करना, उच्चतम गुणवत्ता बनाए रखना, डीलर उन्मुख सेवाओं को प्रस्तुत करना और हमारे व्यापार भागीदारों को प्रसन्न रखने जैसे कई महत्वपूर्ण कारक हैं जिसपर हम ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।