पोर्ट बेस्ड प्लाइवुड मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर गांधीधाम इंपोर्टेड लॉग की आपूर्ति पर बहुत अधिक निर्भरता है, इसलिए यदि लॉग्स सप्लाई में उपयुक्त सुधार और मूल्य निर्धारण स्ट्रकचर अनुकूल होता है, तो कांडला में मौजूद उद्योगों में खुशहाली छा सकती है। उत्तर भारत में पोपलर और सफेदा लकड़ी की बढ़ती कीमतों के साथ, कांडला आधारित प्लाइवुड निर्माता वर्तमान समय में इसकी उपयोगिता को लेकर आशान्वित हैं। मलेशिया, सूरीनाम से हार्डवुड लॉग की बेहतर आपूर्ति के साथ पाइन लॉग की घटती कीमतों के मद्देनजर यहां के लकड़ी आधारित उद्योगों ने व्यापारिक समीकरणों को सुलझाने के लिए मजबूत कारोबार हेतु डीलरों की खोज शुरू कर दी है। वियतनाम से कोर विनियर और यूरोप से पोपलर लॉग की आपूर्ति ने कांडला बेस्ड 50 प्लाईबोर्ड निर्माण संयंत्रों के लिए एक प्रतिस्पर्धी माहौल उपलब्ध करा दिया है।
कांडला प्लाइवुड क्लस्टर भी इस बात की पुष्टि कर रहा है कि उद्योग को मलेशिया से अन्य हार्डवुड के लॉग के साथ-साथ केरूंग लॉग्स की थोड़ी मात्रा प्रतिस्पर्धी मूल्य पर प्राप्त हो रही है। फेस विनियर निर्माण से जुड़े प्रतिष्ठानों से कुछ लोगों ने यहां केरुइंग फेस विनियर की पीलिंग की कोशिश शुरू कर दी है, लेकिन लकड़ी की उपलब्धता उस मात्रा में नहीं है, जिससे यहां की फेस विनीयर आधारित इकाइयां संस्टेन कर सके।
जून महीने में, कांडला बंदरगाह को मलेशिया से 82,758 क्यूबिक मीटर हाडवुड लॉग प्राप्त हुए, जिनमें से 6,529 क्यूबिक मीटर केरूइंग लॉग्स थे। हालांकि मलेशिया से शिपमेंट जुलाई महीने में घटकर 43719 क्यूबिक मीटर रह गया, लेकिन अगस्त महीने में इसके बढ़ने की खबर है। कुल मिलाकर कांडला पोर्ट को जून महीने में 2,91,401 क्यूबिक मीटर लॉग प्राप्त किये, जहां जुलाई में शिपमेंट 15 प्रतिषत बढ़कर 3,37,116 क्यूबिक मीटर पहुंच गया।
फेस प्रोड्यूसर्स ने प्लाई रिपोर्टर से कहा कि केरूइंग की उपलब्धता में मामूली सुधार हुआ है, जो बहुत आशाजनक नहीं है। उन्होंने कहा कि इसमें बनाए रखने के लिए उन्हें एक दिन में अच्छी मात्रा में या 1000 सीएफटी से अधिक पीलिंग की जरूरत है, लेकिन यह संभव नहीं दिखता है। बेशक, कांडला में फेस पीलिंग मषीनों से लैस प्लाइवुड निर्माताओं के लिए अपनी खपत होने लगी है। गांधीधाम के एक प्रसिद्ध प्लाइवुड ब्रांड निर्माता ने कहा कि मिक्स हार्डवुड टिम्बर की उपलब्धता और अफोर्डेबिलिटी से अब एक व्यवहारिक समझ बन रही है।