वर्तमान परिदृश्यः कोरोना के बाद क्या होगा ये सिर्फ अनुमान की बात हैं। लोग और उनकी आवश्यकता अचानक नहीं बदलेगी, इसके कई चरण होंगे। यह कोई तकनीकी रूकावट नहीं है, बल्कि ईको-लॉजिकल हैं। इन उद्योग के उत्पादों के उपयोग में देरी हो सकती है लेकिन नवीनता यह होनी चाहिए कि एक लैमिनेट को तत्काल उपयोग के लिए कैसे बनाया जा सकता है, इसलिए हमें बदलते परिस्थितियों के साथ बिना किसी उलझन और घबराहट में प्रतिक्रिया दिए, व्यापार संचालन के लिए लगातार बातचीत करनी होगी।
व्यवसाय और व्यव्हारः व्यवसाय संचालन की मेरी समझ व्यवसाय के लिए हमारे मूल्यों या धर्म को ठीक रखना है। हर कोई अभी विवश है, तनाव में है, इसलिए सबसे पहले किसी भी कारोबारी के कैश फ्लो पर नियंत्रण होना चाहिए। जैसा कि हमें 30 दिनों में पेमेंट करना होता था, आज की स्थिति ऐसी है कि 30 दिनों में पेमेंट करने में सक्षम नहीं हो सकता, तो मेरे व्यवसाय की समझ इतना अवश्य होनी चाहिए कि मैं आपको कहुं 60 दिनों में भुगतान कर दूंगा।
एक बार जब मैं 60 दिन कहता हूं तो मैं उनका सम्मान करता हूं। सभी को इस देरी के लिए एडजस्ट करना होगा। विश्वास, साहूकारी और कंजर्वेटिव दृष्टिकोण आपस में जुड़े हुए हैं, इसलिए आपको सबका ध्यान रखना होगा। यदि आप एक अच्छे एसएमई थे या जब कभी आपने व्यवसाय का औपचारिक संचालन शुरू किया हो और अपने अकाउंट बुक को बनाए रखा है, तो यही वह समय है, जो आपकी मदद करेगा, क्योंकि संकट के इस परिदृश्य में लोन देने के लिए बैंक आपकी मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं।
उद्योग के लिए सन्देशः व्यवसाय में ‘‘मॉर्निंग अप्लाई और इवनिंग रिप्लाई‘‘ की तरह नहीं सोचना चाहिए। इसमें समय लगता है, निरंतरता की आवश्यकता होती है क्योंकि एक व्यवसाय एक संस्थान बन जाता है, जब यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक गुजरता है। इसके लिए ज्ञान, समझ और सभी कौशल की आवश्यकता होती है, तब आपको परिणाम मिलने लगते हैं और फिर स्थिरता और दक्षता आती है और सब कुछ होता है।