सेंचुरी ग्रुप ने लांच किया भारत का पहला एंटीवायरस प्रीलैम बोर्ड

Tuesday, 15 December 2020

श्री अवतार सिंह भुल्लर, नेशनल सेल्स मैनेजर - एमडीएफ/पार्टिकल बोर्ड डिवीजन, सेंचुरी प्लाईबोर्ड्स (इंडिया) लिमिटेड

सेंचुरी ग्रुप का एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड्स डिवीजन अपनी कोविड के पहले की बिक्री तक पहुंच गया है, और जुलाई से सफलतापूर्वक अपनी पूर्ण क्षमता का उपयोग कर रहा है। यह डिवीजन जैसा कि आशा है मार्च 2021 तक पिछले साल की बिक्री के स्तर तक पहुंच सकती है। प्लाई रिपोर्टर के साथ साक्षात्कार के दौरान, कंपनी के नेशनल सेल्स मैनेजर, श्री अवतार सिंह भुल्लर ने माना कि 3 महीने के कोविड काल के दौरान पड़ी गहरी चोट से शायद वे इस वित्तीय वर्ष में ग्रोथ नहीं कर पाएंगे फिर भी यदि वे पिछली बिक्री के स्तर पर पहुंच जाएंगे तो भी यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। उन्होंने यह भी बताया कि रेडीमेड फर्नीचर की बढ़ती मांग के कारण संगठित प्लेयर्स द्वारा सेंचुरी प्रीमियमप्लस और प्री-लेमिनेटेड बोर्ड के डिमांड रेश्यो में सुधार हो रहा है।

प्र. कोविड महामारी के शुरुआती दो महीनों के बाद, सेंचुरी एमडीएफ के लिए रिकवरी कैसी रही?

मई और जून के महीनों में सामान्य बिक्री का 30 फीसदी ही रहा। जुलाई के बाद हम एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड दोनों में सौ फीसदी वापसी कर गए। रिकवरी जल्द हुई, क्योंकि बड़े पैमाने पर चीन, मलेशिया और अन्य देशों से किए जाने वाले रेडीमेड फर्नीचर का आयात प्रभावित था। इसके अलावा कोविड के चलते पूरे देश में रेडीमेड फर्नीचर की मांग में तेजी आई, इसलिए बिक्री में भी तेजी देखी गई। एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड की वर्तमान मांग बड़े और संगठित ओईएम से आ रही है। पारंपरिक फर्नीचर बनाने का काम अभी तक नहीं उठ पाया है, लेकिन संगठित फर्नीचर निर्माता जैसे स्पेसवुड, गोदरेज, पेपरफ्राई आदि ने सेल्स और रॉ मेटेरियल डिमांड के मामले में काफी सुधार किया है।

प्र. लेकिन रियल एस्टेट में तो सुस्ती हैं, तो फर्नीचर की मांग में तेजी कहां से आई?

मांग रियल एस्टेट से नहीं है, बल्कि व्यक्तिगत घरेलू निर्माण कार्य से है, जो लॉकडाउन के कारण रूका पड़ा था। एक अन्य कारक यह है कि प्रमुख आईटी कंपनियों ने ‘घर से काम करने‘ की शुरुआत की और इसको बढ़ावा भी दिया, जिसके लिए अपने कर्मचारियों को घरों में एक बुनियादी ढांचा प्रदान करना शुरू किया। इन सभी जरूरतों के चलते मशीन-आधारित फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग और रेडिमेड फर्नीचर की मांग को बल मिला।

प्र. क्या आपको लगता है कि यह डिमांड लंबे समय तक कायम रहेगा?

मशीन आधारित घरेलू फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग में तेजी आई है और रेडीमेड फर्नीचर आयात के विपरित वैकल्पिक स्रोत के रूप में उभर रही है। सरकार की नई नीति में फर्नीचर को गैर-आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में रखा गया है जिससे फर्नीचर का आयात दिन-प्रतिदिन मुश्किल होता जाएगा। इससे देश में स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा, परिणामस्वरूप एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड की मांग बढ़ेगी। मेरा मानना है कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार के साथ, आने वाले महीनों में भी मांग बढ़ेगी और आगे भी बढ़ती रहेगी।

प्र. लेकिन फर्नीचर में तो पार्टिकल बोर्ड का अधिक उपयोग किया जाता है, फिर एमडीएफ की मांग क्यों बढ़ी?

अलमारी, किचेन, फर्नीचर आदि में कमर्शियल प्लाई की जगह एमडीएफ का उपयोग बढ़ रहा है। इसके अलावा, लॉकडाउन के दौरान कमर्शियल प्लाइवुड सेगमेंट का उत्पादन बाधित था और पोस्ट-कोविड प्लाइवुड की मांग भी प्रभावित हुई और इस डिमांड का एक हिस्सा सेंचुरी प्रोवुड के प्रीमियम प्लस जैसे हाई इंड एमडीएफ में स्थानांतरित हुआ है। कमर्शियल प्लाइवुड में काम करने वाला नेटवर्क अब हाई इंड एमडीएफ की ओर मुड़ रहा है, जो एमडीएफ की बिक्री बढ़ाने में मदद कर रहा है, जिससे इसकी रिकवरी भी तेज हो रही है।

प्र. लाॅकडाउन के पहले और बाद में, सेंचुरी एमडीएफ के प्रीमियम प्लस की बिक्री में कितना बदलाव देखने को मिला?

इस केटेगरी में लगभग 40 फीसदी की वृद्धि हुई है। कमर्शियल प्लाइवुड के प्रतिस्थापन के कारण इस सेगमेंट में तेज वृद्धि हुई है। यहां तक कि छोटे प्लाइवुड रिटेलर भी अब एमडीएफ के प्रीमियम प्लस ग्रेड की मांग कर रहे हैं।

प्र. प्रीमियम प्लस और सामान्य एमडीएफ में क्या अंतर है?

उच्च नमी प्रतिरोध, उच्च घनत्व, एंटी-बोरर और टरमाइट प्रूफ गुणों के मामले में प्रीमियम प्लस काफी बेहतर हैं। रिटेल सेगमेंट में कमर्शियल प्लाई के बदले सामान्य एमडीएफ की तुलना में प्रीमियम प्लस के हाई डेंसिटी वाले गुणों को बढ़ावा दिया जा रहा है। सामान्य एमडीएफ एक ओईएम सेगमेंट उत्पाद है, लेकिन प्रीमियम प्लस रिटेल डिस्ट्रीब्यूटर नेटवर्क के लिए है और रिटेलर प्लाइवुड की तुलना में इस केटेगरी में अच्छे मार्जिन भी प्राप्त कर रहे हैं। प्रीमियम प्लस उत्पाद रिटेल में कम से कम 10 प्रतिशत मार्जिन देता है। प्रीमियम प्लस की मांग बढ़ने के साथ इसका उत्पादन हमारे कुल एमडीएफ उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जो कोविड से पहले 10-12 फीसदी था।

प्र. लेकिन रियल एस्टेट में तो सुस्ती हैं, तो फर्नीचर की मांग में तेजी कहां से आई?

मांग रियल एस्टेट से नहीं है, बल्कि व्यक्तिगत घरेलू निर्माण कार्य से है, जो लॉकडाउन के कारण रूका पड़ा था। एक अन्य कारक यह है कि प्रमुख आईटी कंपनियों ने ‘घर से काम करने‘ की शुरुआत की और इसको बढ़ावा भी दिया, जिसके लिए अपने कर्मचारियों को घरों में एक बुनियादी ढांचा प्रदान करना शुरू किया। इन सभी जरूरतों के चलते मशीन-आधारित फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग और रेडिमेड फर्नीचर की मांग को बल मिला।

प्र. क्या आपको लगता है कि यह डिमांड लंबे समय तक कायम रहेगा?

मशीन आधारित घरेलू फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग में तेजी आई है और रेडीमेड फर्नीचर आयात के विपरित वैकल्पिक स्रोत केरूप में उभर रही है। सरकार की नई नीति में फर्नीचर को गैर-आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में रखा गया है जिससे फर्नीचर का आयात दिन-प्रतिदिन मुश्किल होता जाएगा। इससे देश में स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा, परिणामस्वरूप एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड की मांग बढ़ेगी। मेरा मानना है कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार के साथ, आने वाले महीनों में भी मांग बढ़ेगी और आगे भी बढ़ती रहेगी।

प्र. लेकिन फर्नीचर में तो पार्टिकल बोर्ड का अधिक उपयोग किया जाता है, फिर एमडीएफ की मांग क्यों बढ़ी?

अलमारी, किचेन, फर्नीचर आदि में कमर्शियल प्लाई की जगह एमडीएफ का उपयोग बढ़ रहा है। इसके अलावा, लॉकडाउन के दौरान कमर्शियल प्लाइवुड सेगमेंट का उत्पादन बाधित था और पोस्ट-कोविड प्लाइवुड की मांग भी प्रभावित हुई और इस डिमांड का एक हिस्सा सेंचुरी प्रोवुड के प्रीमियम प्लस जैसे हाईइंड एमडीएफ में स्थानांतरित हुआ है। कमर्शियल प्लाइवुड में काम करने वाला नेटवर्क अब हाई इंड एमडीएफ की ओर मुड़ रहा है, जो एमडीएफ की बिक्री  बढ़ाने में मदद कर रहा है, जिससे इसकी रिकवरी भी तेज हो रही है।

प्र. लाॅकडाउन के पहले और बाद में, सेंचुरी एमडीएफ के प्रीमियम प्लस की बिक्री में कितना बदलाव देखने को मिला?

इस केटेगरी में लगभग 40 फीसदी की वृद्धि हुई है। कमर्शियल प्लाइवुड के प्रतिस्थापन के कारण इस सेगमेंट में तेज वृद्धि हुई है। यहां तक कि छोटे प्लाइवुड रिटेलर भी अब एमडीएफ के प्रीमियम प्लस ग्रेड की मांग कर रहे हैं।

प्र. प्रीमियम प्लस और सामान्य एमडीएफ में क्या अंतर है?

उच्च नमी प्रतिरोध, उच्च घनत्व, एंटी-बोरर और टरमाइट प्रूफ गुणों के मामले में प्रीमियम प्लस काफी बेहतर हैं। रिटेल सेगमेंट में कमर्शियल प्लाई के बदले सामान्य एमडीएफ की तुलना में प्रीमियम प्लस के हाई डेंसिटी वाले गुणों को बढ़ावा दिया जा रहा है। सामान्य एमडीएफ एक ओईएम सेगमेंट उत्पाद है,लेकिन प्रीमियम प्लस रिटेल डिस्ट्रीब्यूटर नेटवर्क के लिए है और रिटेलर प्लाइवुड की तुलना में इस केटेगरी में अच्छे मार्जिन भी प्राप्त कर रहे हैं। प्रीमियम प्लस उत्पाद रिटेल में कम से कम 10 प्रतिशत मार्जिन देता है। प्रीमियम प्लस की मांग बढ़ने केसाथ इसका उत्पादन हमारे कुल एमडीएफ उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जो कोविड से पहले 10-12 फीसदी था।

रिकवरी जल्द हुई, क्योंकि बड़े पैमाने पर चीन, मलेशिया और अन्य देशों से किए जाने वाले रेडीमेड फर्नीचर का आयात प्रभावित था। इसके अलावा कोविड के चलते पूरे देश में रेडीमेड फर्नीचर की मांग में तेजी आई, इसलिए बिक्री में भी तेजी देखी गई। एक अन्य कारकयह है कि प्रमुख आईटी कंपनियों ने ‘घर से काम करने‘ की शुरुआत की और इसको बढ़ावा भी दिया, जिसके लिए अपने कर्मचारियों को घरों में एक बुनियादी ढांचा प्रदान करना शुरू किया।

प्र. प्री-लैमिनेटेड एमडीएफ श्रेणी में क्या संभावनाएं हैं?

कोविड के बाद प्रीलैम एमडीएफ की बिक्री में भी औसतन 15 से २० फीसदी की वृद्धि हुई है। इसमें भी अधिकांश मांग संगठित फर्नीचर निर्माताओं या ओईएम से ही आ रही है। मेरा मानना है कि इंजीनियर्ड पैनल उद्योग का विकास रेडीमेड फर्नीचर की बढ़ती मांग के कारण आयातित फर्नीचर के विकल्प के रूप में हुआ है। यही कारण है कि संगठित और मशीन पर आधारित फर्नीचर मैन्युफैक्चरर्स के पास डिमांड काफी ज्यादा हैं। प्रीलैम एमडीएफ की मांग, जो कुल उत्पादन क्षमता का 15 फीसदी से कम हुआ करती थी, इसमें भी 5 से 7 फीसदी की वृद्धि हुई है। हम प्लेन एमडीएफ की तुलना में प्रीलैम को एक वैल्यू एडेड प्रोडक्ट मानते हैं। यह बाजार में एक बडा बदलाव है, क्योंकि ग्राहकों को कमर्शियल प्लाइवुड के रिप्लेसमेंट के रूप में हाई एन्ड एमडीएफ मिल रहा है।

प्र. अब आगे का परिदृश्य कैसा होगा?

हम पार्टिकल बोर्ड और एमडीएफ दोनों में पूरी क्षमता से अपना प्लांट चला रहे हैं। भविष्य में भी ऐसा ही रहेगा क्योंकि हमें अगले वित्त वर्ष में अच्छी वृद्धि हासिल करने का भरोसा है। हम निकट भविष्य में अधिक उत्पादन क्षमता शामिल कर विस्तार करने की भी सोच रहे हैं।

प्र. एमडीएफ में हर आधे मिलीमीटर पर मोटाई बेची जाती है जैसे, 16 मिमी, 16.5 मिमी, 16.75 मिमी, 17.5 मिमी, आदि। यह भ्रामक है, और इसे स्टैण्डर्ड प्रैक्टिस नहीं कहा जा सकता। इस पर आपकी क्या राय है?

किसी भी उत्पाद के विकास के चरण में, बहुत सारे इनोवेशन होते हैं जिसमें उत्पाद का पहले उपयोग किया जाता है, फिर ऑप्टिमाइजेशन के बाद मानकीकरण किया जाता है। उदाहरण के लिए यदि किसी ने 8.0 मिमी मोटाई का उपयोग किया और बाद में महसूस किया गया कि कम मोटाई 7.5 मिमी के साथ भी बिना किसी अंतर के वैसा ही एप्लीकेशन या उससे अच्छा हो सकता है, तो ग्राहकों द्वारा मोटाई में परिवर्तन स्वीकार किया जाता है। वास्तव में इसमें कोई खराबी नहीं है, बल्कि यह उत्पाद के ऑप्टिमाइजेशन और इनोवेशन का एक हिस्सा है। अगर आपको याद हो तो पहले एम्बेसडर कार को बहुत भारी स्टील के साथ बनाया गया था, लेकिन बाद में कारें हल्की हो गईं और स्टील तकनीक में इनोवेशन के साथ अधिक कुशल हो गईं।

प्र. क्या थिकनेस कम करना बाजार की आवश्यकता थी या निर्माताओं ने स्वयं इसे किया था?

वास्तव में बाजार में ऐसी कोई विशिष्ट आवश्यकता नहीं थी, पर उत्पाद के ऑप्टिमाइजेशन के लिए इसमें इनोवेशन हुआ। यदि निर्माता मानते हैं कि नई तकनीक और इनोवेशन के साथ पहले से बने 18 मिमी एमडीएफ के बराबर ताकत और फिनिश 16.75 मिमी में दी जा सके, तो निर्माता निश्चित रूप से इसे अपनाएंगे। दूसरी बात प्रतिस्पर्धा बहुत कड़ी है इसलिए ऑप्टिमाइजेशन बहुत जरूरी है।

प्र. आपको नहीं लगता कि उत्पाद का मानकीकरण होना चाहिए अन्यथा यह कभी-कभी खरीदारों के लिए परेशानी और भ्रम पैदा कर सकता है?

मैं पैनल उद्योग के संबंध में इससे थोड़ा असहमत हूं। प्लाइवुड में, किये गए दावे की तुलना में मोटाई कम होती है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि प्लाइवुड एक प्राकृतिक उत्पाद है और जब हम इसे कंप्रेस करते हैं, तो अंतिम उत्पाद की माप सटीक नहीं होती। लेकिन एमडीएफ, जो एक मशीन आधारित उत्पाद है, इसके बारे में जब हम 16.75 मिमी कहते हैं तो यह वास्तविक 16.75 मिमी ही होगा। इसलिए, एमडीएफ में ऑप्टिमाइजेशन की संभावनाएं अधिक हैं। जबकि, प्लाइवुड बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली लकड़ी की प्रजातियों के आधार पर, घोषित थिकनेस और इसके दावे में हमेशा अंतर होता है।

प्र. राउटिंग, जाली, शूज गिफ्ट बाॅक्स, पीयू कोटिंग आदि जैसे अन्य गैर-फर्नीचर केटेगरी के एप्लिकेशन में एमडीएफ का ग्रोथ कैसा है?

ग्रोथ मुख्य रूप से वैसे फर्नीचर कटेगरी में दिखाई देता है जो मशीन आधारित है। इन फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में राउटिंग, जाली या एमडीएफ के अन्य उपयोग जैसा कोई और काम नहीं है। फर्नीचर बनाने के बाद कोटिंग और पॉलिशिंग की जाती है। इसलिए मशीन आधारित फर्नीचर कटेगरी के अलावा अन्य सेगमेंट में एमडीएफ की मांग अभी भी कम है।

प्रीमियम प्लस रिटेल डिस्ट्रीब्यूटर नेटवर्क के लिए है और रिटेलर प्लाइवुड की तुलना में इस केटेगरी में अच्छे मार्जिन भी प्राप्त कर रहे हैं। प्रीमियम प्लस उत्पाद रिटेल में कम से कम 10 प्रतिशत मार्जिन देता है। प्रीमियम प्लस की मांग बढ़ने के साथ इसका उत्पादन हमारे कुल एमडीएफ उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जो कोविड से पहले 10-12 फीसदी था।

प्र. थीन एमडीएफ केटेगरी में सेंचुरी की स्थिति कैसी है?

कुछ प्लेयर्स के पास थीन एमडीएफ की उत्पादन क्षमता अधिक है। 6 मिमी और कम मोटाई का हमारा उत्पादन कुल उत्पादन का 40 फीसदी है। सेंचुरी प्रोवुड एमडीएफ रेंज का थिकनेस 1.9 मिमी से शुरू होकर 35 मिमी तक होती है। थिन एमडीएफ का उपयोग हस्तशिल्प और अन्य स्थानीय फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग में किया जाता है।

प्र. क्या एमडीएफ में कीमतों में वृद्धि की कोई संभावना है?

आज तक ऐसी कोई खास कीमत वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि इसे जल्द ही बढ़ाया जाएगा क्योंकि यह बहुत लंबे समय से लंबित है। एमडीएफ मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट में कई गुना वृद्धि हुई है लेकिन सेल्स प्राइस बहुत लंबे समय से स्थिर हैं। कभी-कभी बाजार की ताकत आपको कीमत बढ़ाने नहीं देता, लेकिन उद्योग बहुत दबाव् में है और अब यह बढे हुए मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट कम करना चाहता है।

प्र. सेंचुरी ग्रुप ने वाॅयरोकिल तकनीक लाॅन्च की है, जो वर्तमान में लैमिनेट, प्लाइवुड के लिए उपलब्ध है। क्या आपको लगता है कि इससे एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड केटेगरी को भी फायदा होगा?

सेंचुरी ग्रुप ने इस तकनीक का विकास इन-हाउस ही कियाहै। सेंचुरी ग्रुप का हिस्सा होने के नाते इससे एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड को भी फायदा हुआ है और हमने इसी फॉर्मूले के साथ प्रीलैम एमडीएफ और प्रीलैम पार्टिकल बोर्ड भी विकसित किया है। वाॅयरोकिल तकनीक का उपयोग प्लेन प्लाइवुड में भी किया जा रहा है लेकिन प्लेन एमडीएफ में नहीं, क्योंकि जब हम एमडीएफ का उपयोग करते हैं तो सरफेस को डेकोरेट, पॉलिश या लेमिनेट किया जाता है और खुला नहीं छोड़ा जाता है। इस प्रकार, हम प्रीलैम एमडीएफ या प्रीलैम पार्टिकल बोर्ड में वायरोकिल का उपयोग करते हैं क्योंकि यह एक तैयार उत्पाद है। ग्राहक के लिए अतिरिक्त फायदा यह है कि हमारे प्रीलैम एमडीएफ और प्रीलैम पार्टिकल बोर्ड में बिना कोई दाम बढ़ाए, उन्हें वाॅयरोकिल तकनीक का फायदा दिया जा रहा हैं।

प्र. उत्पादों में वाॅयरोकिल फीचर जोड़े जाने के बाद क्या आपको कोई सेल्स ग्रोथ का फायदा मिला?

हां, हम अच्छी मांग देख रहे हैं क्योंकि ग्राहक स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो गए हैं। वाॅयरोकिल तकनीक के उपयोग से फर्नीचर का सरफेस वायरस मुक्त होता है और यह हमारे परिवार और दोस्तों की सुरक्षा की दृष्टि से अहम् है।

प्रीलैम एमडीएफ की मांग, जो कुल उत्पादन क्षमता का 15 फीसदी से कम हुआ करती थी, इसमें भी 5 से 7 फीसदी की वृद्धि हुई है। हम प्लेन एमडीएफ की तुलना में प्रीलैम को एक वैल्यू एडेड प्रोडक्ट मानते हैं। यह बाजार में एक बडा बदलाव है, क्योंकि ग्राहकों को कमर्शियल प्लाइवुड के रिप्लेसमेंट के रूप में हाई एन्ड एमडीएफ मिल रहा है। 


प्र. सेंचुरी प्रोवुड में वर्तमान में आपके कितने डीलरों का नेटवर्क है?

हमारे पास लगभग 1000़ स्टॉकिस्ट हैं। हमने इस उत्पाद के लिए डिस्ट्रीब्यूटर चैनल से परहेज किया है क्योंकि हम सीधे अपने ग्राहक के साथ बातचीत करना चाहते हैं। एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड डिवीजन का कोई गोदाम नहीं है और सभी सप्लाई सीधे कारखाने से की जाती हैं। हमारी मौजूदगी पूरे भारत में है और हमारे चैनल पार्टनर पूरे देश में फैले हुए हैं।

प्र. यूवी कोटेड बोर्ड, इम्बाॅस्ड एमडीएफ, फ्लोरिंग आदि जैसे अन्य वैल्यू एडेड उत्पादों को लाने की कोई योजना है क्या?

हम पहले से ही एम्बॉस्ड एमडीएफ पेश कर रहे हैं, लेकिन इसकी बिक्री मुख्य रूप से सस्ते फर्नीचर बनाने में होती है। हमारी यूवी कोटेड बोर्ड मैन्युफैक्चरिंग की कोई योजना नहीं है और वर्तमान में हमारी मौजूदा क्षमता की पूरी तरह बिक्री है। इसलिए, हम किसी अन्य वैल्यू एडेड उत्पादों के साथ प्रयोग नहीं कर रहे हैं, लेकिन निश्चित रूप से भविष्य में इसके विस्तार के साथ हम अधिक वैल्यू एडेड नए उत्पाद पेश करेंगे।

प्र. क्या वित्त वर्ष 20-21 के लिए टारगेट सेल्स में पहली तिमाही के बाद बिक्री में हुई कमी की भरपाई हो गई है?

नहीं, हम अभी तक वापस नहीं कर पाए हैं, लेकिन उम्मीद है कि मार्च 2021 तक, हम पिछले साल की बिक्री के स्तर पर पहुंच जाएंगे। कोविड काल का शुरूआती 3 महीना काफी प्रभावित रहा, इसलिए शायद हम इस वित्त वर्ष में ग्रोथ नहीं कर पाएंगे, लेकिन पिछले साल की बिक्री के स्तर पर जरूर पहुंच जायंेगे, यह भी एक बड़ी उपलब्धि होगी, क्योंकि हम नौ महीनों में ही पिछले साल की पूरी सेल्स हासिल कर लेंग

 

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