कांडला स्थित प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स ने प्लाइवुड पर 8 फीसदी और ब्लॉक बोर्ड और फ्लश डोर पर 10 फीसदी कीमतें बढ़ने का फैसला किया है। कंडला स्थित प्लाइवुड और विनियर इंडस्ट्रीज की एक बैठक टिंबर भवन, कांडला में आयोजित की गई जहां उन्होंने प्लाइवुड, विनियर और विनियर से जुड़े अन्य मामले के साथ-साथ इम्पोर्टेड वुड जैसे पाइन, केरुइंग और फेस विनियर की ऊंची कीमतों के कारण उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की गई। सदस्यों ने हाई इनपुट कॉस्ट के कारण तैयार माल की कीमतों को तत्काल प्रभाव से बढ़ाने का सुझाव दिया।
कांडला टिम्बर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री नवनीत गज्जर ने कहा कि कंटेनर मालभाड़े की दरों के कारण इम्पोर्टेड टिम्बर की कीमतों में उल्लेखनीय उछाल आया है। असम और पश्चिम बंगाल में चुनाव के साथ-साथ बिहार और यूपी में त्यौहारों और फसल कटाई के मौसम के कारण भी लेवर की कमी है।
केटीए ने भी फिनिश्ड गुड्स एडवांस पेमेंट पर बेचने का फैसला किया है क्योंकि वे अपने कच्चे माल एडवांस कैश सिस्टम पर खरीद रहे हैं। कच्छ रीजन में स्थित लगभग 90 प्लाइवुड और विनियर इकाइयाँ हैं, जो मुख्य रूप से अपनी आवश्यकता के लिए इम्पोर्टेड टिम्बर पर निर्भर हैं। 8 फीसदी की वृद्धि प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों के अस्तित्व बचाने के लिए आवश्यक है। इस प्रकार कीमतें बढ़ने पर कांडला प्लाइवुड मैन्युफैक्चरर्स द्वारा लिए गए निर्णय पर असहमति का कोई संकेत नहीं है। प्लाई रिपोर्टर कीमत में होने वाले किसी भी बदलाव के बारे में पाठकों को अपडेट करता रहेगा।