सेंचुरी प्लाई बोर्ड्स इंडिया लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए जनवरी-मार्च तिमाही के नतीजों की घोषणा 10 जून को की, जिसमें एक साल पहले के 38.79 करोड़ रुपये की तुलना में स्टैंड अलोन आधार पर शुद्ध लाभ में 115 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 83 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की गई। कंपनी द्वारा स्टॉक एक्सचेंज को दी गई रेगुलेटरीफाइलिंग के अनुसार, वित्त वर्ष 2021 की मार्च तिमाही में सेंचुरीप्लाईबोर्ड का ऑपरेशनल रेवेन्यू 738 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 524 करोड़ रुपये था।
रिपोर्ट के अनुसार, पूरे वित्तीय वर्ष के लिए सेंचुरी प्लाईबोर्ड का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में 158 करोड़ रुपये की तुलना में 21 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 192 करोड़ रुपये रहा। वार्षिक आधार पर ऑपरेशनल रेवेन्यू पिछले साल के 2317 करोड़ रुपये से घटकर इस साल 2130 करोड़ रहा।
सेंचुरी प्लाईबोर्ड्स ने अगले दो वर्षों के लिए 650 करोड़ रुपये की कैप-एक्स योजना की घोषणा की है, जो हाल के दिनों में सबसे अधिक है। कंपनी 450 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से दक्षिण भारत में एक एमडीएफ (मेडियम डेंसिटी फाइबरबोर्ड) इकाई लगाएगी। इकाई के वित्त वर्ष 23 तक चालू होने की उम्मीद है। दूसरा पहलू विस्तार के संबंध में है। कंपनी 200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पंजाब के होशियारपुर में अपने एमडीएफ संयंत्र की क्षमता में 67 प्रतिशत (प्रति दिन 600 क्यूबिक मीटर से 1000 क्यूबिक मीटर प्रति दिन) की वृद्धि कर रही है। जहाँ कमर्शियल प्रोडक्शन अगले 2022 में शुरू होगा। सेंचुरी प्लाईबोर्ड लेमिनेट्स, प्लाईवुड, डोर, पीवीसी के निर्माता है। कंपनी अपने सेंचुरी प्लाई ब्रांड के तहत प्लाइवुड उत्पाद मुहैया कराती है।