कांडला टिम्बर एसोसिएशन ने प्लाइवुड, ब्लैकबोर्ड और फ्लश डोर की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की और उद्योग के स्टेक होल्डर्स को इसके बारे में एक पत्र भेजकर सूचित किया। एसोसिएशन ने कहा कि सभी ग्रेड के प्लाइवुड की कीमत में 5 फीसदी, ब्लॉक बोर्ड में 5 फीसदी और सभी ग्रेड के फ्लशडोर की कीमत में 8 रुपये प्रति वर्ग फुट की वृद्धि की गई है। संशोधित दर 1 अगस्त, 2021 से प्रभावी हो गई है औरएसोसिएशन के सदस्यों से दिशा निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया गया है। 31 जुलाई 2021 को टिम्बर भवन, गांधीधाम में हुई एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
एसोसिएशन ने अपने पत्र में कहा कि यह उद्योग के अस्तित्व का सवाल है, इसलिए कीमतों में वृद्धि करना जरूरी है क्योंकि कच्चे माल जैसे पाइन टिम्बर, फॉर्मल्डिहाइड‘ फिनोल और मेलामाइन की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। कांडला टिम्बर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री नवनीत गुज्जर ने कहा कि लागत खर्च अपने ग्राहकों पर डालने के अलावा कोई हमारे पास विकल्प नहीं है। हालाँकि, उद्योग अभी भी कोविड के प्रभाव से उबर रहा था, नई ऊंची कीमतें निश्चित रूप से बाजार में मांग को प्रभावित करेंगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन और अमेरिका में बढ़ती मांग के साथ-साथ माल ढुलाई भाड़ा में बढ़ोतरी के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में लकड़ी की कीमतें बढ़ी हैं। भारत द्वारा आयातित लगभग 70 फीसदी लकड़ी कांडला और मुंद्रा पोर्ट से ही आती है। कंस्ट्रक्शन वुड न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, उरुग्वे, मलेशिया, अफ्रीकी देशों, लैटिन अमेरिका और यूरोपीय देशों से आयात की जाती है। उद्योग सालाना लगभग 7,000 करोड़ रुपये का लगभग 35 से 40 लाख सीबीएम लकड़ी का आयात करता है।