मेलामाइन की कीमतों में नरमी से पूरे वुड और डेकोरेटिव पैनल इंडस्ट्री और ट्रेड को बड़ी राहत मिली है, जो सितंबर-अक्टूबर में अब तक के सबसे उच्चतम 300 रूपये के स्तर पर पहुंच गया था। नवंबर महीने की दूसरी छमाही के बाद, मेलामाइन की कीमतें अगस्त 2021 के स्तर पर वापस पहुंच गई हैं। उद्योग ने इस पर मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। जैसा कि कुछ कहते हैं मेलामाइन की कीमतंे अस्थायी है और यह फिर से बढ़ेगी, जबकि कुछ का मानना है कि यह अभी 200 से 225 रू के बीच ही रहेगी।
मेलामाइन डेकोरेटिव लेमिनेट, हाई माइस्चर रेजिस्टेंस ग्रेड एमडीएफ और एमआर ग्रेड प्लाइवुड बनाने का एक महत्वपूर्ण केमिकल है। मेलामाइन की आसमान छूती कीमतों ने पूरे इको-सिस्टम को अस्त-व्यस्त कर दिया था और निर्माता हर लोड पर नई कीमतें मांगने को मजबूर थे, लेकिन कीमतों में नरमी से उद्योग को बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि कीमतों में बढ़ोतरी के कारण बाजार में हलचल से स्थिरता आ सकती है।
मेलामाइन की कीमतों में अचानक बढ़ोतरी ने अक्टूबर में उद्योग में कोहराम मचा दिया था। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, मेलामाइन की कीमत 300 रुपये से ऊपर पहुंच गई, बावजूद इसके कि इकाइयों के सामने मेलामाइन की उपलब्धताका संकट था। कई विनिर्माण इकाइयों ने लाइनर लेमिनेट जैसे इकोनामिकल ग्रेड के उत्पादों का उत्पादन बंद करदिया था।
प्लाई रिपोर्टर का अनुमान है कि ‘वुड पैनल और डेकोरेटिव लेमिनेट इंडस्ट्री और कुछ अन्य सेगमेंट हर महीने लगभग बारह हजार मीट्रिक टन मेलामाइन की खपत करते हैं। एमडीएफ, प्रीलैम, फ्लोरिंग और लेमिनेट उद्योग में क्षमता में वृद्धि के कारण मेलामाइन की मांग में वृद्धि हुई। मेलामाइन की बढ़ती मांग के साथ, स्थानीय उद्योग आयातित मेलामाइन पर अधिक निर्भर हो गया, क्योंकि घरेलू उत्पादक कुल जरूरत का लगभग 25 से 30 प्रतिशत ही पूरा कर पाते हैं। मेलामाइन का उपयोग मेलामाइन फार्मल्डिहाइड रेजिन बनाने में किया जाता है, जो बदले में लेमिनेट, प्लाइवुड, एमडीएफ, पार्टिकल बोर्ड इत्यादि के उत्पादन में प्रमुख रूप से उपयोग किया जाता है। मेलामाइन फार्मल्डिहाइड रेजिन का उपयोग अच्छा हार्डनेस, स्क्रैच, स्टेन, पानी और फायर रेजिस्टेंस बनाने के लिए किया जाता है। प्लाई रिपोर्टर के निष्कर्ष बताते हैं कि पिछले 4 वर्षों में डेकोरेटिव लेमिनेट, एमडीएफ, प्लाईवुड और पार्टिकल बोर्ड की उत्पादन क्षमता में काफी ज्यादा विस्तार के कारण मेलामाइन की खपत में दोगुनी वृद्धि हुई है।