प्लाई रिपोर्टर के सर्वे के मुताबिक साल 2022 में आर्गनाइज व ब्रांडेड एसीपी कंपनियों के लिए बेहतर होता दिख रहा है। ये बदलाव 2022 के शुरूआत से दिखने लगेगा। एसीपी सेक्टर की 48 कंपनियों में ब्रांडेड एसीपी की चमक अलग से दिखाई देने लगेगी। हालांकि पिछले 5 साल मे एसीपी सेक्टर में काफी ग्रोथ देखने को मिला है, लेकिन इस ग्रोथ की ज्यादा हिस्सेदारी किफायती प्रोडक्ट सेगमेंट जो 50 रू से नीचे वाले प्रोडक्ट मंे ज्यादा देखने को मिला है।
दरअसल पिछले एक दशक में भारतीय एसीपी सेक्टर ने बेहतरीन ग्रोथ दर्ज किए हैं। हालांकि ज्यादातर ग्रोथ किफायती ग्रेड मेटेरियल सेगमंेट में देखने को मिला है, जैसे पार्टिसन पैनल, थीन एल्यूमिनियम फॉल या पीई कोटेट से बने सस्ते एसीपी प्रोडक्ट्स आदि, लेकिन अब उच्च क्वालिटी प्रोडक्ट सेगमेंट में ग्रोथ की असीम संभावनाएं दिख रही हैं।
इफ्रा सेक्टर में सरकार की ओर से भारी निवेश और कोरपोरेट सेक्टर में बढ़ते रूझान से अच्छी क्वालिटी के एसीपी में संभावनाएं बेहतर प्रतित हो रही है। साल 2022, एसीपी सेक्टर में प्रीमियम क्वालिटी प्रोडक्ट की बढ़ती मांग के रूप में जाना जाएगा। अच्छी क्वालिटी के एसीपी की बढ़ती मांग के साथ, इनोवेटिव कलर व शेड की मांग बढ़ेगी, प्रीमियम वुड ग्रेन व स्टोन की मांग में इजाफे के साथ साथ, एसीपी प्रोडक्ट की लाइफ स्पैम को लेकर ग्राहकों में जागरूकता आएगी। रेरा, जिसमें एक समय सीमा के अंदर बेहतर क्वालिटी की बिल्डिंग बनाने की शर्तें होती है, हाइवे प्रोजेक्ट्स और अन्य इंफ्रास्ट्रचरल व हॉस्पिटलिटी सेक्टर में प्रीमियम क्वालिटी के एसीपी की मांग मंे इजाफा होता हुआ दिख रहा है।
सर्वे इंगित करता है कि एसीपी एक अर्फोडेबल, लगाने में सहज और जल्दी काम करने में एक उपयोगी प्रोडक्ट है, इसलिए कई बिल्डिर्स का रूझान एक बार फिर एसीपी की ओर दिख रहा है, लेकिन अब वे प्रीमियम क्वालिटी के प्रोडक्ट की मांग ज्यादा कर रहें हैं। बिल्डिर्स अब फॉयर रेटेड एसीपी पैनल्स, हनीकॉम्ब पैनल्स और सोबर कलर को अपने प्रोजेक्ट मंे इस्तेमाल करना चाहतें हैं। ग्लॉस की घटती उपलब्धता, और अन्य फसाड मेटेरियल लगाने में लेबर की कमी से भी, अब ग्राहकों का एसीपी की ओर रूझान बढ़ता जा रहा है।
साल 2022 प्रीमियम क्वालिटी और आर्गनाइज एसीपी कंपनियों के लिए एक बेहतरीन साल साबित होगा। साउथ व वेस्टर्न इंडिया के बाजार से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, 6 से 7 अग्रणी एसीपी कंपनियों को बेहतर क्वालिटी के प्रोडक्ट की मांग बढ़ने का ज्यादा लाभ मिलेगा, और वे कंपनियां वित्तीय साल 2023 में 20 फीसदी से उपर का ग्रोथ हासिल कर सकती हैं।