फायर सेफ्टीः सावधानी ही बचाव है!

person access_time3 30 April 2022

वुड, डेकोरेटिव पैनल, पीवीसी बेस्ड इंडस्ट्रीज में आग लगने की आशंकाएं काफी ज्यादा होती है, क्योंकि इन इंडस्ट्रीज में टिम्बर, फेनॉल, मेलामाइन, फॉर्मल्डिहाइड, पीवीसी रेजिन, पेपर आदि जैसे कच्चे माल के साथ काम किया जाता हैं, जो काफी ज्वलनशील पदार्थ होते है, और इनमें आग पकड़ने का जोखिम बहुत ज्यादा होता है। इस उद्योग में आग लगने के कई मामले देखे गए है, और अब तक कई लोगों को भारी नुकसान भी हुआ है। कई बार तो ये पूरी तरह नष्ट हो गए और फिर वापस नहीं आ पाए। वुड पैनल सेक्टर के लिए गर्मी का मौसम हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि ऐसे समय में आग लगने की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं।

2021 में, हमने पैनल मैन्यूुफैक्चरिंग सेक्टर में आग के कुछ बड़े मामले देखे है। नागपुर स्थित स्पेसवुड फर्नीचर की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट और गांधीधाम स्थित अरुणाचल टिम्बर की पार्टिकल बोर्ड यूनिट आग के कारण पूरी तरह नष्ट हो गए थे, इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, गुजरात में भी कई वुड पैनल यूनिट में आग लगने की घटनाएं सामने आईं थी। हाल ही में राजस्थान स्थित एलस्टोन डब्ल्यूपीसी प्लांट में आग लग गई थी, जिससे करोड़ों का नुकसान हुआ।

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, पैनल बेस्ड मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री में हर साल छोटे बड़े एक दर्जन आग के मामले सामने आते है, जिसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अरबों का नुकसान होता है। आग लगने की घटनाये लंबे समय तक कंपनी के पूरे इकोसिस्टम को अस्त-व्यस्त कर देता है। इसलिए, वुड और डेकोरेटिव पैनल इंडस्ट्री को अपने मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट में आग के मामलों को रोकने के लिए अधिक चौकस होना चाहिए।

मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट को आग की किसी भी घटना से बचने के लिए बचाव के सभी उपाय अपनाने चाहिए। इसके लिए इकाइयों को, जब वे लेआउट की योजना बनाते हैं तो इसके लिए भी निवेशकरना चाहिए, और उन्हें अग्निशामक उपकरण भी लगाना चाहिए। एक अलग प्रशिक्षित टीम बनाना चाहिए, जो हर विषम परिस्थिति से लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहंे। हमेशा ध्यान रखें कि पैनल बेस्डमैन्यूफैक्चरिंग यूनिट काफी ज्वलनशील कच्चे माल का उपयोग करती हैं, इसलिए इन्हें सुरक्षा की सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उद्योगों को भी भविष्य के लिए अपनी संपत्ति का बीमा कराना चाहिए और अनिवार्य रूप से ये कदम उठाने चाहिए।

इस अप्रैल 2022 के अंक में मुद्रास्फीति, मेटेरियल की कम आपूर्ति और संबंधित उद्योगों पर इसके प्रभाव के कारण, वुड पैनल सेक्टर की वर्तमान स्थिति के न्यूज और फैक्ट्स प्रस्तुत हैं। उत्तर और दक्षिण भारत में पार्टिकल बोर्ड और एमडीएफ उद्योगों का विस्तार जारी है, इस पर संक्षिप्त रिपोर्ट इसमेंशामिल है। सेंचुरी प्रोवुड द्वारा लो एमिशन प्रीमियम प्लस बोर्ड्स की शुरुआत सेंचुरी प्लाई ब्रांड की ओर से यूजर के लिए स्वास्थ्य के अनुकूल एक उत्पाद की पेशकश करना एक अच्छा कदम है, इस पर फीचर इस अंक में शामिल किया गया है। इसके अलावा सेंचुरी प्रोवुड के श्री अवतार सिंह भुल्लर के साथ विशेष साक्षात्कार भी है। गोवा में सेंचुरी रॉयल क्लब के सदस्यों का समागम के अलावा, इस अंक में नए लॉन्च, सम्मिट और कई अन्य इवेंट को प्रकाशित किया गया है।

सभी को एक समृद्ध वित्तीय वर्ष 2023 की शुभकामनाएं!

You may also like to read

shareShare article
×
×