वास्तव में इस वर्ष जुलाई और अगस्त महीनों के दौरान मांग में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई थी। उन दिनों डिमांड घटने से वुड पैनल सेक्टर में भय और संदेह पैदाहो गया था। उद्योग के लोग डिमांड के बारे में अनिश्चित थे और अगस्त के तीसरे सप्ताह तक मुश्किलों का सामना कर रहे थे, लेकिन अब बाजार की मांग वापस आती दिख रही है। बाजार की गतिविधि अब बेहतर हुई है इसलिए जुलाई-सितंबर 2022 तिमाही का सेल्स बरकार रहने या उसमें कुछ वृद्धि होने की काफी उम्मीद जगी है।
डेकोरेटिव लेमिनेट्स, डेकोरेटिव विनियर, डेकोरेटिव हाइलाइटर्स और पैनल्स सेगमेंट से प्राप्त रिपोर्ट्स में अगस्त के तीसरे हफ्ते से डिमांड काफी अच्छी होने की खबर है। दिल्ली में आयोजित ‘मेटेसिया‘ में डिमांड की बेहतर परिदृश्य परिलक्षित होने से व्यापारियों में काफी सकारात्मकता थी।विशेषज्ञों का कहना है कि अगले दो-तीन महीनों में फैक्टिरयों में मेटेरियल की लिफटिंग बेहतर होने की उम्मीद है।
बारिश के मौसम में सुस्ती के बाद बाजार कैसा है इस पर डीलर बहुत उत्साहित दिखे। डीलरों का कहना है किविभिन्न क्षेत्रों में कई नए प्रोजेक्ट आए हैं, और दशहरा और दीपावली से पहले रिनोवेशन का काम जोरो पर होती है। और हर साल डिमांड अच्छी होती है। पिछले दो महीनों में दो दर्जन लेमिनेट ब्रांडों ने कई नए नए फोल्डर पेश किए हैं। कच्चे माल की कीमतों में स्थिरता डेकोरेटिव लेमिनेट उद्योग को बाजार में बेहतर उत्पाद पेश करने में मदद कर रही हैं। ऐक्रेलिक लेमिनेट्स, लूवर्स में नई रेंज, पीवीसी लेमिनेट्स आदि भी सरफेस डेकॉर सेक्टर के ग्रोथ में मदद किया हैं।
बाजार में बेहतर मांग से ब्रांडेड प्लाइवुड और एमडीएफ सेक्टर भी काफी उत्साहित हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उनके पास विभिन्न बाजार से मेटेरियल के पर्याप्त ऑर्डर हैं, और वे पूरी क्षमता का उपयोग कर रहे हैं।
स्टील और सीमेंट की कीमतों में नरमी से भी मैन्युफैक्चरिंग को मदद मिल रही है, और रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स, सरकारी बुनियादी ढांचा और हॉस्पिटैलिटी प्रोजेक्ट्स पूरे जोरों पर चल रही हैं जो फिल्म फेस्ड शटरिंग प्लाइवुड की मांग बढ़ने में मदद कर रही हैं। हरियाणा और पंजाब में स्थित मिड सेगमेंट प्लाइवुड उत्पादक केरल, बिहार और नेपाल से इकोनॉमिकल ग्रेड प्लाइवुड उत्पादों के बढ़ने के कारण संघर्ष कर रहे हैं।