सेंचुरी प्लाइबोर्ड्स (इंडिया) लिमिटेड, जिसे कच्चे माल की ऊंची कीमतों के कारण पिछले वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में मार्जिन पर दबाव देखना पडा था, उन्होंने उम्मीद जताई है कि चैथी तिमाही और बाद के वर्तमान वित्तीय वर्ष मे एमडीएफ और लेमिनेट दोनों व्यवसायों में क्षमता बढने से प्रॉफिट में सुधार होगा।
सेंचुरी प्लाई के कार्यकारी निदेशक श्री केशव भजंका ने कहा कि कंपनी ने होशियारपुर में एमडीएफ (मीडियम डेंसिटी फाइबर) प्लांट के विस्तार पर अब तक करीब 250 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है और इसमें वाणिज्यिक उत्पादन जल्द शुरू होने की संभावना है।
भारत में अभी एमडीएफ की मांग बहुत अच्छी है लेकिन कंपनी अपनी पूरी क्षमता से उत्पादन नहीं कर पाने के कारण ग्रोथ नहीं कर पा रही थी। हालांकि, वर्तमान क्षमता में वृद्धि के साथ, उम्मीद है कि यह सेगमेंट ग्रोथ में अच्छा योगदान देगा।
कंपनी ने लेमिनेट सेगमेंट में क्षमता वृद्धि की भी योजना बनाई है इससे उन्हें अच्छा ग्रोथ करने की उम्मीद है। आंध्र प्रदेश में लेमिनेट ग्रीनफील्ड परियोजना को भी वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है।
कंपनी लेमिनेट के मोर्चे पर कई ऑफरिंग पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र में अन्य उत्पादों पर भी विचार कर रही है लेकिन अभी तक कुछ भी तय नहीं किया गया है। आंध्र प्रदेश में लेमिनेट ग्रीनफील्ड परियोजना को भी वित्तीय वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है।
लकड़ी की कीमतों में वृद्धि से लगातार इनपुट कॉस्ट के दबाव के साथ, विशेष रूप से, कंपनी के समग्र ग्रोथ मार्जिन पर साल-दर-साल 310 बेसिस पॉइंट और सेक्वेन्सियल बेसिस के पर 90 बेसिस पॉइंट से 32 प्रतिशत तक प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। टिम्बर की कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं और अगली तिमाही में इसके और बढ़ने की उम्मीद है।
कंपनी ने अर्निंग कॉल ट्रांसक्रिप्ट में कहा कि केमिकल की कीमतें, विशेष रूप से फिनोल, मेलामाइन और यूएफ रेजिन पिछले तीन से चार महीनों में थोड़ा नरमी आई हैं और अगले दो से तीन महीनों में और नरमी आने की संभावना है।