उद्योग से मिली रिपोर्टं के अनुसार, नमूने की विफलता के बारे में किसी भी पूर्व सूचना के बिना हितधारकों द्वारा स्टॉप मार्किंग के कई मामले देखे गए हैं। कुछ ने लाइसेंस रद्द करने या स्टॉप मार्किंग की धमकियाँ मिलने की भी सूचना दी है।
क्यूसीओ अपनाने की प्रक्रिया में प्लाइवुड उद्योग जगत को जिन कई बातों की चिंता है, उनमें से एक विश्वसनीय सैम्पल चयन करने की प्रक्रिया स्थापित करने की आवश्यकता है, क्योंकि उद्योग के कई हित धारक धोखेबाजों के फोन कॉल से नाखुश हैं, जो बीआईएस अधिकारी होने का दिखावा करते हैं और परीक्षण में उनके सैम्पल को मंजूरी देने के लिए बड़ी रकम की मांग करते हैं।
उद्योग से मिली रिपोर्टं के अनुसार, नमूने की विफलता के बारे में किसी भी पूर्व सूचना के बिना हितधारकों द्वारा स्टॉप मार्किंग के कई मामले देखे गए हैं। कुछ ने लाइसेंस रद्द करने या स्टॉप मार्किंग की धमकियाँ मिलने की भी सूचना दी है, जिससे कई उत्पादकों को फैक्ट्री बंद होने की चिंता हो रही है।
पछले कुछ हफ्तों में, प्लाई रिपोर्टर को उद्योग के कई लोगों से कई संदेश मिले हैं, जिसमें उद्योग को परेशान करने वाले फर्जी कॉल की सूचना दी गई है, साथ ही बिना सूचना के उनके लाइसेंस पर स्टाॅप मार्किंग लग गया है।
उद्योग संघ ने बीआईएस को पत्र लिखकर नमूना तैयार करने की प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता और विश्वसनीयता लाने का अनुरोध किया है। उनका दावा है कि नमूना दिशा-निर्देशों की पेचीदगियों को सरल बनाया जाना चाहिए और तैयार किए गए नमूनों की संख्या कम की जानी चाहिए, अन्यथा यह हितधारकों को क्यूसीओ को पूर्ण भावना से अपनाने से हतोत्साहित करेगा।
इसके अलावा, उद्योग ने इन समस्याग्रस्त और गैरकानूनी बदमाशों पर लगाम लगाने के लिए बीआईएस में कार्यबल और बुनियादी ढांचे की कमी की भी शिकायत की है। उद्योग संघ ने बीआईएस संचालन पर अपने विश्वास को मजबूत करने के हित में इस तरह के कदाचार की जांच करने के लिए अधिकारियों की एक समर्पित टीम गठित करने का भी अनुरोध किया है।