दिल्ली में कोरोना पाॅजिटिव की संख्या फिर से बढ़ने लगे है, अगस्त के दूसरे -तीसरे सप्ताह में मामले मेे लगातार गिरावट देखी गई, वहीं रिकवरी रेट बढ़कर 90 फीसदी से उपर पहंुच गई थी, लेकिन अगस्त के चैथे सप्ताह के बाद पाॅजिटिव केस मंे इजाफा होने से एक बार फिर आशंका के बादल मंडराने लगे, और प्लाइवुड बाजार से जुड़े लोगों के मन में ये बात आने लगी कि इसका असर प्लाई लैम और अन्य वुड पैनल प्रोडक्ट्स पर क्या पड़ेगा। पहले हर रोज लगभग 1000 के आसपास मामले होते थे, जो बढ़कर 2000 के आसपास आने लगे हैं साथ ही कन्टेंटमेंट जोन की सख्या बढ़ कर 803 हो गए हैं। प्लाई रिपोर्टर की टीम ने इस बढ़ते मामले के बाद, वुड पैनल बाजार को जायजा लिया, और ये पाया गया कि अब लोगों कोरोना को लेकर भय काफी कम हो गया है, और इस बढ़ोतरी का असर अब बाजार पर कोई खास नहीं है।
दुकानदारों, डीलरों और डिस्ट्रीब्यूटरों का मनना है कि लोग अब कोरोना के साथ जीना सीख लिया है और वे घरो में भी कारपेंटर को बुलाकर काम करवा रहे है। मामले बढ़ने के पीछे टेस्टिंग की संख्या का बढ़ना है लेकिन लोगों में इसका कोई डर नहीं देखा जा रहा है। कोरोना के चलते बिक्री के तरीकों में बदलाव जरूर देखा जा रहा है और अब ट्रेडर्स नगदी में काम करना पसंद कर रहे है। इनका कहना है कि जो लोग डिफॉल्टिंग की सोच रहे थे वे भी अब बाजार में टिके रहने के लिए धीरे धीरे पेमेंट देने लगे है। रिटेलर बिक्री को लेकर आशान्वित हैं और मानते हैं कि कोरोना के मामले बढ़ने का बिक्री पर अब कोई असर नहीं पड़ेगा।
दक्षिण दिल्ली के लैमिनेट डिस्ट्रीब्यूटर दुर्गा सेल्स कार्पोरेशन के प्रोप्राइटर मुनीश अग्रवाल ने कहा अभी तक तो आर्डर में कोई कमी नहीं है लेकिन आगे क्या होगा कोई नहीं कह सकता। सेन्ट्रल दिल्ली स्थित प्लाई होम के रोहित खंडेलवाल ने कहा अब लोग उधारी का काम बंद कर दिए है लेकिन अच्छे ग्राहकों में बिक्री लगभग 65 फीसदी तक आ गया है साथ ही वॉक-इन कस्टमर भी दुकानों पर अच्छी संख्या में आ रहे है। कोरोना के मामले बढ़ने के आकड़े के पीछे टेस्टिंग की सख्या का बढ़ना है, वास्तविकता में इसका असर अब कम रहा है और लोग अब घरों में भी काम करवा रहे है। कन्टेंटमेंट जोन का डिफनिशन बदल गया और इसका एरिया अब बहुत छोटा होकर मात्रा फ्लैट तक ही सिमित रह गया है। लोगों के काम करने में बदलाव आया है और अच्छे पे मास्टर अच्छा कर रहे हैं, क्योकि अब यह नहीं देखने को मिलता कि एक ने उधारी देने को मना कर दिया तो दुसरे ने हाँ कर दिया। व्यापार में यह बड़ा बदलाव देखा जा रहा है।
न्यू टिम्बर मार्केट डीलर्स एसोसिएशन, कीर्ति नगर के प्रेसिडेंट कांति पटेल ने कहा कि आंकड़े बढ़ने का कोई असर बिक्री पर नहीं है क्यांेकि लॉकडाउन में वही लोग काम कर रहे हैं जिनको जरूरी है, जैसे बिल्डर को काम पूरा करना है और वे लोग जिनको फर्नीचर या वुड पैनल प्रोडक्ट की ज्यादा जरूरत है। बॉर्डर रिस्ट्रिक्शन हटने से दिल्ली एनसीआर के नजदीकी शहरों से भी लोग खासकर सेल्स के लोग मार्केट में आना जाना शुरू कर दिए है। लोगों ने कोरोना के साथ जीना सीख लिया है। दूसरे राज्यों के शहरों व् कस्बो के कस्टमर फोन के माध्यम से आर्डर ओके कर रहे है और माल मंगवा रहे हंै, क्योकि आगे फेस्टिवल और शादियों की खरीददारी शुरू होगी, इसलिए वे अपने खाली स्टॉक को पूरा कर रहे हंै।