प्लाई रिपोर्टर द्वारा प्राप्त प्राथमिक आकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में प्लाइवुड, लेमिनेट उद्योग की बिक्री में गिरावट देखी जा रही है। हालाँकि संख्याओं का समुचित आधार नहीं है और ज्यादातर कम्पनियाँ अभी सटीकता तक नहीं पहुँची हैं, फिर भी प्लाई रिपोर्टर के प्राथमिक सर्वे में सामने आए, सेल्स नंबर में प्लाइवुड-लेमिनेट सेक्टर के सेल्स रेवेन्यू में लगभग 15 फीसदी की गिरावट के संकेत हैं। कई कंपनियों के लिए यह गिरावट 20 फीसदी या उससे अधिक है।
प्लाइवुड-डोर उद्योग का मुख्यतः असंगठित होने के कारण सटीक आकलन संभव नहीं है, लेकिन लॉकडाउन के कारण सिर्फ प्लाइवुड सेक्टर में, जैसा कि विभिन्न कंपनियों के मालिकों द्वारा बताई गई और ट्रेडर के माध्यम से सत्यापित की गई है, इनको 25-30 प्रतिशत का राजस्व घाटा होने का अनुमान है। एचपीएल में सेल्स नंबर बेहतर है, लेकिन इसमें जनवरी 2021 के बाद कीमतों में वृद्धि भी शामिल है। यह सरकार द्वारा प्रोत्साहन आर्थिक पैकेज, मोरेटोरियम, लोन टॉप-अप, कम ब्याज दर, इन्फ्रास्ट्रक्चर बजट पर बड़े खर्च कर डिमांड बढ़ाने के सभी प्रयासों के बाद यह परिणाम है। इन सभी चीजों ने वास्तव में डोमेस्टिक वुड एंड डेकोरेटिव पैनल इंडस्ट्री को भी मदद की, फिर भी यह पिछले साल के मुकाबले कम है।
इसका स्पष्ट कारण कोविड-19 महामारी की काली छाया, जिसके बाद देश में 24 मार्च 2020 को किया गया लॉक डाउन है। स्थिति लॉक डाउन 1 से ही बिगड़ गई थी इसके बाद पूरी दुनिया में कोविड के बढ़ते मामलों के साथ दूसरे और तीसरे लॉक डाउन ने स्थित और गंभीर कर दिया। अनिश्चितता पूरे व्यापार समुदाय पर हावी हो गई, जो प्लाइवुड, लेमिनेट उद्योगों के लिए मेटेरियल और मैनपॉवर के आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया। चूंकि कई असंगठित उद्योग बहुतहद तक मैनुअल कामकाज पर निर्भर हैं, जिसके कारण छोटे उद्योग पिछले साल की तुलना में बड़ी मुश्किल से 75 फीसदी सेल्स रेवेन्यू हासिल कर पाए हैं।
प्लाइवुड और लैमिनेट्स सेक्टर में दूसरी तिमाही के बाद यानी सितंबर में तेजी से रिकवरी हुई थी, और यह रिकवरी अभूतपूर्व और असाधारण रही, लेकिन पूरे वित्तीय साल का आकलन करें तो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग इस साल 15 फीसदी की कमी रहने के अनुमान है, फिर भी यह प्लाइवुड-लेमिनेट सेक्टर का एक उल्लेखनीय रिकवरी है। इसके विपरीत, एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों ने लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है क्योंकि वे अपनी क्षमताके उपयोग में सफलतापूर्वक वृद्धि कर पाई। एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड सेगमेंट में कुछ के लिए कोविड एक वरदान साबित हुआ क्योंकि वे पिछले वर्ष संघर्ष कर रहे थे और शायद ही वे अपनी क्षमता का उपयोग कर पाये थे।
प्लाई रिपोर्टर के अध्ययन के अनुसार 70 फीसदी जनसंख्या ग्रामीणऔर अर्ध-शहरी क्षेत्रों में रहते हैं इसलिए ‘ये बाजार महामारी के कारण प्रभावित नहीं हुए, इसलिए इन क्षेत्रों से अच्छी मांग है। इसके अलावा, बेहतर कृषि उत्पादन का अनुमान है, जो व्यापार और अर्थव्यवस्था को सहयोग प्रदान करता है। प्लाई रिपोर्टर संगठित वुड पैनल ब्रांड के वित्तीय परिणामों की प्रतीक्षा कर रहा है, जो अगले महीने आएंगे।