पिछले तीन या चार महीनों में पीवीसी रेजिन की कीमतों में काफी गिरावट आई है। रिपोर्टों के अनुसार, उस समय से कीमतों में लगभग 20 फीसदी की कमी आई है। पीवीसी रेजिन की कीमतें जो कभी 170 रुपये से 175 रुपये तक पहुंच गई थीं, अब 110 रुपये के आसपास हैं। उपलब्धता बढ़ने के साथ, पीवीसी/डब्ल्यूपीसी बोर्ड निर्माता प्रतिस्पर्धा में आक्रामक कीमतें पेश कर रहे हैं। उनमेंसे कई ने बोर्ड और अन्य तैयार माल की कीमत गिरा दी है।
पहले, जैसे ही रेजिन की कीमत बढ़ी, पीवीसी/डब्ल्यूपीसी बोर्ड का बाजार अन्य पैनल प्रोडक्ट में स्थानांतरित हो गया था और एचडीएमआर एमडीएफ बोर्डों द्वारा इसका एक बड़ा हिस्सा हासिलकरने की खबर थी। लेकिन, अब पीवीसी/डब्ल्यूपीसी बोर्ड, डोर और डोर फ्रेम का बाजार फिर से पुनर्जीवित हो रहा है, और मांग बढ़ रही है। सप्लाई बढ़ने से पीवीसी बोर्ड की बिक्री में सुधार होने की संभावना है।
ये प्रोडक्ट कटेगेरी अपने जाली, डोर और चौखटों के साथ अपनी बाजार हिस्सेदारी में सुधार कर रही है। अध्ययन से संकेत मिलता है कि हाल के दिनों में, आधा दर्जन से अधिक प्लाइवुड कंपनियों ने भी पीवीसी/डब्ल्यूपीसी बोर्ड केटेगरी में उतरे है, जिसमें भूटान टफ, सबुरी, गट्टानी, जीएमजी प्लाइवुड, सनराइज पैनल्स, आर्किड, ट्रोजन प्लाइवुड, एके प्लाइवुड आदि शामिल हैं।
चूंकि उद्योग पहले अपनी क्षमता का 50 फीसदी से अधिक का उपयोग नहीं कर पा रहा था, और कई अन्य उत्पादों ने इनका बाजार हिस्सा ले लिया था, अब कच्चे माल की कीमतों में नरमी से पीवीसी बोर्ड मैन्युफैक्चरर्स को अपनी बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की उम्मीद है। इंडस्ट्री को उम्मीद है कि पीवीसी रेजिन और अन्य कच्चे माल की कीमतों में और कमी आएगी, जिससेयूजर को फर्नीचर बनाने के लिए पीवीसी बोर्ड हासिल करने में मदद मिलेगी।